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स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनके अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार- संदर्भ
- हाल ही में, भारत के राष्ट्रपति ने आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 0 के एक भाग के रूप में आयोजित ‘स्वच्छ अमृत महोत्सव’ में स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया।
- स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की विभिन्न पहलों के तहत कस्बों/शहरों, राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा स्वच्छता के लिए किए गए अच्छे कार्यों को मान्यता प्रदान करने हेतु स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार दिए जाते हैं।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021- प्रमुख बिंदु
- स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कारों के बारे में: स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की विभिन्न पहलों के तहत आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा स्वच्छता (क्लीनलीनेस), आरोग्य (हाइजीन) एवं सफाई व्यवस्था (सैनिटेशन) के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार प्रतिवर्ष प्रदान की है जाते हैं।
- भागीदारी: स्वच्छ सर्वेक्षण 2021, सर्वेक्षण 28 दिनों में 4,320 शहरों में आयोजित किया गया, जहां 2 करोड़ लोगों की प्रतिक्रिया दर्ज की गई।
- स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में भी अभूतपूर्व संख्या में नागरिकों की प्रतिक्रिया देखी गई – पिछले वर्ष 87 करोड़ की तुलना में 5 करोड़ से अधिक।
- स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 ने पूरे शहरी भारत से स्वच्छता एवं अपशिष्ट प्रबंधन में 6,000 से अधिक नवाचारों तथा सर्वोत्तम प्रथाओं का अभिनिर्धारण करने में सहायता की है।
- स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कारों के उद्देश्य: स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार शहरों/शहरों, राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा स्वच्छता (स्वच्छता, आरोग्य एवं सफाई व्यवस्था) के लिए किए गए अच्छे कार्यों को मान्यता देने हेतु प्रदान किए जाते हैं।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021- स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 के मुख्य निष्कर्ष
- 1 लाख से अधिक जनसंख्या श्रेणी: स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत इंदौर को भारत के सर्वाधिक स्वच्छ शहर की उपाधि प्रदान की गई, इसके बाद सूरत और विजयवाड़ा का स्थान रहा।
- इंदौर को लगातार पांचवें वर्ष भारत के सर्वाधिक स्वच्छ शहर का पुरस्कार प्रदान किया गया।
- ‘1 लाख से कम‘ की जनसंख्या श्रेणी: महाराष्ट्र के वीटा, लोनावाला एवं सासवड ने स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 में क्रमशः पहला, दूसरा एवं तीसरा स्थान प्राप्त किया।
- सर्वश्रेष्ठ गंगा नगर: वाराणसी ने स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 में ‘सर्वश्रेष्ठ गंगा नगर’ की उपाधि प्राप्त की।
- सर्वाधिक स्वच्छ छावनी: अहमदाबाद छावनी ने स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 में ‘भारत की सर्वाधिक स्वच्छ छावनी’ की उपाधि प्राप्त की, इसके बाद मेरठ छावनी एवं दिल्ली छावनी विजयी रहे।
- ‘फास्टेस्ट मूवर‘ श्रेणी: होशंगाबाद (मध्य प्रदेश)स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में वर्ष 2020 की रैंकिंग में 361 वें स्थान से 274 रैंक की छलांग के साथ ‘फास्टेस्ट मूवर सिटी’ (‘1 लाख से अधिक आबादी’ श्रेणी में) के रूप में उभरा है।
- सर्वाधिक स्वच्छ राज्य:
- ‘100 से अधिक शहरी स्थानीय निकाय‘ श्रेणी: छत्तीसगढ़, लगातार तीसरे वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 ‘सर्वाधिक स्वच्छ राज्य’ के रूप में उभरा है।
- ‘100 से कम शहरी स्थानीय निकाय‘ श्रेणी: झारखंड ने दूसरी बार स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 में सर्वाधिक स्वच्छ राज्य का पुरस्कार जीता।
- स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में कर्नाटक एवं मिजोरम क्रमशः बड़े (100 से अधिक शहरी स्थानीय निकाय) एवं छोटे (100 से कम शहरी स्थानीय निकाय) राज्य श्रेणी में ‘ फास्टेस्ट मूवर स्टेट्स’ बन गए।
- प्रेरक दौर सम्मान: पांच शहरों – इंदौर, सूरत, नवी मुंबई, नई दिल्ली नगर परिषद एवं तिरुपति को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत ‘दिव्य’ (प्लैटिनम) के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
- प्रेरक दौर सम्मान को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत एक नई प्रदर्शन श्रेणी के रूप में सम्मिलित किया गया था।
- प्रेरक दौर सम्मान में दिव्य (प्लैटिनम), अनुपम (स्वर्ण), उज्जवल (रजत), उदित (कांस्य) एवं आरोही (आकांक्षी) नाम की कुल पांच उपश्रेणियाँ हैं।