द हिंदू संपादकीय विश्लेषण: यूपीएससी एवं अन्य राज्य पीएससी परीक्षाओं के लिए प्रासंगिक विभिन्न अवधारणाओं को सरल बनाने के उद्देश्य से द हिंदू अखबारों के संपादकीय लेखों का संपादकीय विश्लेषण। संपादकीय विश्लेषण ज्ञान के आधार का विस्तार करने के साथ-साथ मुख्य परीक्षा के लिए बेहतर गुणवत्ता वाले उत्तरों को तैयार करने में सहायता करता है। आज का हिंदू संपादकीय विश्लेषण दक्ष एवं त्वरित आर्थिक वृद्धि तथा विकास के लिए अग्रणी भारत की रसद प्रणाली को संचालित करने हेतु आदर्श ट्रैक के बारे में चर्चा करता है।
हाल ही में जारी केंद्रीय बजट 2023 में पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय महायोजना (मास्टर प्लान) को राज्यों के लिए 5,000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपए कर दिया गया है। केंद्रीय बजट 2023 में भारतीय रेलवे के लिए 2.4 लाख करोड़ रुपये के परिव्यय की घोषणा की गई है।
पीएम गति शक्ति योजना सड़कों, रेलवे, हवाई अड्डों, बंदरगाहों, जन परिवहन, जलमार्गों एवं रसद आधारिक अवसंरचना के इंजनों पर निर्भर आर्थिक विकास तथा सतत विकास के लिए एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण है।
वर्तमान में, भारत में माल ढुलाई के संदर्भ में प्रायिकता मिश्रण सड़क परिवहन के पक्ष में अत्यधिक विषम है, जिसमें सड़क मार्ग से माल ढुलाई का 65% हिस्सा है।
भारत में, कंटेनरों में गैर-थोक वस्तुओं को ले जाने की सुविधा के कारण विगत एक दशक में कंटेनरीकृत यातायात में वृद्धि हुई है, जो 2008 में 7.6 मिलियन 20 फुट समतुल्य इकाई (ट्वेंटी-फुट इक्विवेलेंट यूनिट/TEU) से बढ़कर 2020 में 16.2 मिलियन TEU हो गई है। TEU कार्गो क्षमता की एक इकाई है।
राष्ट्रीय परिवाहक (नेशनल ट्रांसपोर्टर) को कई अवसंरचनात्मक, परिचालन एवं कनेक्टिविटी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप माल यातायात सड़कों पर स्थानांतरित हो जाता है।
भारत की रसद प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार के लिए कार्गो आवागमन हेतु एक माध्यम के रूप में रेलवे को अपनाना महत्वपूर्ण है।
भारतीय रेलवे को आधारिक अवसंरचना (बुनियादी ढांचे) में सुधार करने की आवश्यकता है जो पर्याप्त नीतिगत साधनों द्वारा समर्थित है एवं संसाधनों का कुशलतापूर्वक उपयोग करने के लिए टर्मिनलों, कंटेनरों तथा गोदामों के संचालन एवं प्रबंधन में निजी भागीदारी को भी प्रोत्साहित करता है।
प्रश्न. भारत में कुल माल ढुलाई में सड़क क्षेत्र का हिस्सा कितना है?
उत्तर. भारत में माल ढुलाई के मामले में मोडल मिश्रण सड़क परिवहन के पक्ष में अत्यधिक विषम है, जिसमें सड़क मार्ग से 65% माल ढुलाई होती है।
प्रश्न. केंद्रीय बजट 2023-24 में भारतीय रेलवे की हिस्सेदारी कितनी है?
उत्तर. केंद्रीय बजट 2023 में भारतीय रेलवे के लिए 2.4 लाख करोड़ रुपये के परिव्यय की घोषणा की गई है।
The modal mix in terms of freight movement in India is highly skewed in favour of road transport, with 65% of freight movement by road.
The Union Budget 2023 has announced an outlay of ₹2.4 lakh crore for the Indian Railways.
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