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सागर परिक्रमा कार्यक्रम का सातवां चरण मदक्करा, केरल से प्रारंभ हुआ

सागर परिक्रमा कार्यक्रम: सागर परिक्रमा एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य संपूर्ण देश में मछुआरों तथा अन्य हितधारकों के हितों की रक्षा करना एवं उन्हें प्रोत्साहित करना है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी  मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- सरकार की नीतियां एवं विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए अंतःक्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दों) के लिए भी सागर परिक्रमा कार्यक्रम महत्वपूर्ण है।

सागर परिक्रमा कार्यक्रम का सातवां चरण चर्चा में क्यों है?

राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड, मत्स्य विभाग(केरल सरकार), पुडुचेरी सरकार (केंद्र शासित प्रदेश), लक्षद्वीप सरकार (केंद्र शासित प्रदेश), भारतीय तटरक्षक बल एवं मछुआरों के प्रतिनिधियों के सहयोग से मत्स्य विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी सागर परिक्रमा के सातवें चरण का अवलोकन किया जा रहा है।

सागर परिक्रमा कार्यक्रम के सातवें चरण से संबंधित विवरण

सागर परिक्रमा चरण VII मडक्करा, केरल से आरंभ हुआ तथा पल्लीकारा, बेकल, कान्हांगड, कासरगोड, माहे, बेपोर, चालियाम, कोझिकोड, मट्टनचेरी(कोच्चि), नट्टिका (त्रिशूर), एर्नाकुलम, कवरत्ती द्वीप, बंगाराम, अगत्ती द्वीप (लक्षद्वीप) जैसे तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ेगा।

  • अनेक प्राप्तकर्ताओं ने अपने प्रत्यक्ष अनुभवों को साझा किया है तथा लवणीय जल की पुनः पूर्ति तथा बीमा संबंधी मामलों जैसे विभिन्न मुद्दों पर बल दिया है।
  • उन्होंने मछुआरों एवं मछुआरा समुदाय के जीवन में किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) तथा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) योजनाओं द्वारा लाए गए उल्लेखनीय प्रभाव की भी प्रशंसा की।
  • इसके अतिरिक्त, टीम ने कान्हांगड में PMMSY के लाभार्थियों के साथ कार्य किया है, उनसे मत्स्य पालन तथा संबंधित गतिविधियों के लिए PMMSY एवं KCC जैसी योजनाओं द्वारा प्रदान किए गए लाभों का सक्रिय रूप से उपयोग करने का आग्रह किया है।
  • PMMSY एवं KCC के बारे में जागरूकता में वृद्धि करने हेतु सहायता करने के लिए स्वयंसेवकों को आमंत्रित किया गया है, जिससे लाभार्थी इन योजनाओं का प्रभावी ढंग से लाभ उठा सकें।

सागरपुर परिक्रमा का तीसरा चरण

महाराष्ट्र राज्य में मत्स्य विभाग द्वारा ‘सागर परिक्रमा’ के तीसरे चरण का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है एवं राज्य के अधिकारियों द्वारा एक अस्थायी योजना प्रस्तावित की गई है।

  • श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने “सागर परिक्रमा गीत” के मराठी संस्करण का विमोचन किया।
  • मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय सागर परिक्रमा के अवसर पर “सागर परिक्रमा” कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।

सागर परिक्रमा यात्रा के चरण

प्राथमिक उद्देश्य इन व्यक्तियों के साथ प्रत्यक्ष रूप से संपर्क स्थापित करना है, उनकी चिंताओं, सुझावों एवं फीडबैक को सुनना है ताकि मछुआरों एवं अन्य हितधारकों के कल्याण के लिए मत्स्य पालन क्षेत्र को संवर्धित किया जा सके।

  • “सागर परिक्रमा” का उद्घाटन चरण 5 मार्च 2022 को मांडवी, गुजरात से प्रारंभ हुआ।
  • आज तक, कार्यक्रम ने पश्चिमी तट के साथ अपने पांच चरणों में गुजरात, दमन एवं दीव, महाराष्ट्र तथा कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों को सफलतापूर्वक कवर किया है।
  • सागर परिक्रमा के आगामी छठे चरण में अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की खोज पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसमें कोडियाघाट, पोर्ट ब्लेयर, पानी घाट फिश लैंडिंग सेंटर, वी के पुर फिश लैंडिंग सेंटर, हटबे एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप जैसे महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं।

सागर परिक्रमा कार्यक्रम क्या है?

सागर परिक्रमा एक पहल है जिसका उद्देश्य मछुआरों एवं अन्य हितधारकों के मुद्दों को हल करना है तथा भारत सरकार द्वारा क्रियान्वित की जा रही विभिन्न मत्स्य योजनाओं तथा कार्यक्रमों जैसे ‘प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना’ (PMMSY) के माध्यम से उनके आर्थिक उत्थान की सुविधा प्रदान करना है।

  • हमारे समुद्रों के प्रति कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में, सागर परिक्रमा कार्यक्रम हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों, नाविकों एवं मछुआरों का अभिवादन कर रहा है।
  • उद्देश्य: सागर परिक्रमा का उद्देश्य राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा एवं तटवर्ती मछुआरा समुदायों की आजीविका एवं  सामुद्रिक पारिस्थितिक तंत्र की सुरक्षा के लिए समुद्री मत्स्य संसाधनों के उपयोग के मध्य धारणीय संतुलन पर ध्यान केंद्रित करना है।
  • कार्यक्रम का आयोजन: सागर परिक्रमा कार्यक्रम सभी तटीय राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में मनाए जाने का प्रस्ताव है।
    • सागर परिक्रमा कार्यक्रम गुजरात, दीव, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार एवं लक्षद्वीप द्वीपों से नीचे पूर्व-निर्धारित समुद्री मार्ग के माध्यम से मनाया जाना है।
    • सागर परिक्रमा कार्यक्रम में इन स्थानों तथा जिलों में मछुआरों, मछुआरा समुदायों एवं हितधारकों के साथ बातचीत का कार्यक्रम है।
  • महत्व:
    • तटीय मछुआरों की समस्याओं को जानने के लिए 75वें “आजादी का अमृत महोत्सव” के तहत सागर परिक्रमा कार्यक्रम मनाया जा रहा है।
    • सागर परिक्रमा के तहत, सभी मछुआरों, मत्स्य पालक किसानों एवं संबंधित हितधारकों के साथ आत्मनिर्भर भारत की भावना के रूप में एकजुटता प्रदर्शित करते हुए तटीय क्षेत्र में समुद्र में एक विकासवादी यात्रा की परिकल्पना की गई है।
  • मूल मंत्रालय एवं अन्य हितधारक: सागर परिक्रमा कार्यक्रम मत्स्य विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार एवं राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड द्वारा मनाई जाने वाली है-
    • मत्स्य विभाग, गुजरात सरकार,
    • भारतीय तटरक्षक बल,
    • भारतीय मत्स्य सर्वेक्षण,
    • गुजरात समुद्री बोर्ड एवं
    • मछुआरों के प्रतिनिधि

सागर परिक्रमा कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्य

‘ सागर परिक्रमा’ कार्यक्रम के निम्नलिखित लक्ष्य हैं-

  • मछुआरों, तटीय समुदायों एवं हितधारकों के साथ अंतःक्रिया को सुगम बनाना ताकि सरकार द्वारा कार्यान्वित की जा रही मत्स्य पालन संबंधी विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी का प्रसार किया जा सके।
  • आत्मनिर्भर भारत की भावना के रूप में सभी मछुआरों, मत्स्य पालक किसानों एवं संबंधित हितधारकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करना
  • राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा एवं तटीय मछुआरा समुदायों की आजीविका के लिए समुद्री मत्स्य संसाधनों के उपयोग के मध्य धारणीय संतुलन पर ध्यान देने के साथ उत्तरदायी मत्स्य पालन को प्रोत्साहित करना, तथा
  • समुद्री पारिस्थितिक तंत्र का संरक्षण।

सागर परिक्रमा कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियां

  • आयोजन के दौरान, प्रगतिशील मछुआरों, विशेष रूप से तटीय मछुआरों, मत्स्य पालक किसानों, युवा मत्स्य उद्यमियों इत्यादि को प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, KCC एवं राज्य योजना से संबंधित प्रमाण पत्र/स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
  • योजनाओं के व्यापक प्रचार के लिए मछुआरों के मध्य लोकप्रिय बनाने के लिए PMMSY योजना, राज्य योजनाओं, FIDF, KCC इत्यादि पर साहित्य को प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, वीडियो, जिंगल के माध्यम से डिजिटल अभियानों के माध्यम से लोकप्रिय बनाया जाएगा।

 

सागर परिक्रमा कार्यक्रम के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

प्र.  सागर परिक्रमा कार्यक्रम क्या है?

उत्तर. सागर परिक्रमा एक पहल है जिसका उद्देश्य मछुआरों एवं अन्य हितधारकों के मुद्दों को हल करना है तथा भारत सरकार द्वारा PMMSY जैसे विभिन्न मत्स्य पालन योजनाओं एवं कार्यक्रमों के माध्यम से उनके आर्थिक उत्थान की सुविधा प्रदान करना है।

प्र.  सागर परिक्रमा कार्यक्रम कौन लागू कर रहा है?

उत्तर. सागर परिक्रमा कार्यक्रम मत्स्य विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ फिशरीज/DoF), मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार (GoI) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।

प्र.  सागर परिक्रमा कार्यक्रम का तीसरा चरण कहाँ लागू किया जा रहा है?

उत्तर. सागर परिक्रमा के तीसरे चरण का कार्यक्रम महाराष्ट्र राज्य में आयोजित किया जा रहा है एवं राज्य के अधिकारियों द्वारा एक अस्थायी योजना प्रस्तावित की गई थी।

 

FAQs

सागर परिक्रमा कार्यक्रम क्या है?

सागर परिक्रमा एक पहल है जिसका उद्देश्य मछुआरों एवं अन्य हितधारकों के मुद्दों को हल करना है तथा भारत सरकार द्वारा PMMSY जैसे विभिन्न मत्स्य पालन योजनाओं एवं कार्यक्रमों के माध्यम से उनके आर्थिक उत्थान की सुविधा प्रदान करना है।

सागर परिक्रमा कार्यक्रम कौन लागू कर रहा है?

सागर परिक्रमा कार्यक्रम मत्स्य विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ फिशरीज/DoF), मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार (GoI) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।

सागर परिक्रमा कार्यक्रम का तीसरा चरण कहाँ लागू किया जा रहा है?

सागर परिक्रमा के तीसरे चरण का कार्यक्रम महाराष्ट्र राज्य में आयोजित किया जा रहा है कथा राज्य के अधिकारियों द्वारा एक अस्थायी योजना प्रस्तावित की गई थी।

manish

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