सार्स-सीओवी-2 एक्सबीबी.1.16: एक्सबीबी.1.16 सार्स कोविड वायरस की पुनः संयोजक वंशावली है। यह एक्सबीबी वंशक्रम का वंशज है। सार्स-कोव-2 एक्सबीबी.1.16 यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 3- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा विभिन्न संबंधित विकास; आपदा एवं आपदा प्रबंधन) के लिए भी महत्वपूर्ण है।
विगत तीन वर्षों के दौरान एवं कोविड-19 के अनेक प्रकोपों के दौरान, सार्स-कोव-2 वायरस आनुवंशिक परिवर्तनों से गुजर रहा है, जिससे नए वेरिएंट अथवा स्ट्रेन का उदय हुआ है। इस संदर्भ में, एक्सबीबी.1.16 सार्स कोविड वायरस की पुनः संयोजक वंशावली है जो भारत में मुख्य रूप से संचारित हो रहा है।
जब एक वायरस कई वंशों से सह-संक्रमित होता है, तो एक संभावना होती है कि जीनोम के मध्य परिणामी पुनर्संयोजन काइमेरिक जीनोम निर्मित कर सकते हैं, जिन्हें पुनः संयोजक के रूप में जाना जाता है। हालांकि अधिकांश पुनर्संयोजन व्यवहार्य वायरस का उत्पादन नहीं करते हैं, दुर्लभ मामलों में, पुनर्संयोजन से बढ़ी हुई कार्यात्मक क्षमताओं के साथ वायरस के एक नए वंश का उदय हो सकता है।
कोविड-19 महामारी के दौरान, सार्स-कोव-2 के कई पुनः संयोजक वंश सामने आए हैं, जिनमें विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा नामित दो वेरिएंट अंडर मॉनिटरिंग (VUM) शामिल हैं। ये वेरिएंट हैं-
विश्व स्वास्थ्य संगठन (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन/WHO) ने एक्सबीबी.1.5 को भी नामित किया है, जो एक्सबीबी की एक उप-वंशावली है, जिसे पहली बार अक्टूबर 2022 में न्यूयॉर्क शहर में रुचि के वेरिएंट (वैरीअंट ऑफ इंटरेस्ट/VOI) के रूप में पाया गया था।
सार्स-कोव-2 के एक्सबीबी.1.16 वंश की पहली बार भारत में पहचान की गई थी एवं यह एक पुनः संयोजक वंश है जो एक्सबीबी वंश से विकसित हुआ है।
परीक्षणों की निम्न संख्या के बावजूद, भारत वर्तमान में मार्च में मौसमी इन्फ्लूएंजा H3N2 एवं कोविड-19 दोनों मामलों में वृद्धि का अनुभव कर रहा है।
सरकार को स्थापित उपायों के माध्यम से संवेदनशील आबादी की रक्षा पर ध्यान देना चाहिए जो देश में संक्रमण में वृद्धि को काफी कम कर सकता है।
प्र. सार्स-कोव-2 एक्सबीबी.1.16 क्या है?
उत्तर. सार्स-कोव-2 एक्सबीबी.1.16, सार्स-कोव-2 वायरस का एक पुनः संयोजक वंश है जिसे प्रथम बार भारत में खोजा गया था। यह एक्सबीबी वंशक्रम का वंशज है एवं अन्य ओमिक्रॉन वंशों की तुलना में उच्च विकास लाभ तथा प्रतिरक्षा से अपवचन की क्षमता से युक्त पाया गया है।
प्र. एक्सबीबी.1.16 के लक्षण क्या हैं?
उत्तर. वर्तमान में यह संकेत देने हेतु कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं है कि एक्सबीबी.1.16 के साथ संक्रमण नैदानिक गंभीरता में अन्य ओमिक्रॉन वंशावली के कारण होता है। हालांकि, इसके उच्च विकास लाभ एवं प्रतिरक्षा अपवचन क्षमता अन्य परिसंचारी ओमिक्रॉन वंशावली की तुलना में पुन: संक्रमण के जोखिम को बढ़ा सकती है।
प्र. क्या मौजूदा कोविड-19 वैक्सीन एक्सबीबी.1.16 के विरुद्ध प्रभावी है?
उत्तर. एक्सबीबी.1.16 के विरुद्ध कोविड-19 टीकों की प्रभावशीलता पर वर्तमान में सीमित जानकारी उपलब्ध है। हालांकि, यह माना जाता है कि टीके इस वैरिएंट के प्रति कुछ सुरक्षा प्रदान करते हैं तथा रोग की गंभीरता को कम करने एवं अस्पताल में भर्ती होने से रोकने के लिए अभी भी टीकाकरण की जोरदार सिफारिश की जाती है।
प्र. एक्सबीबी.1.16 का पता कैसे लगाया जाता है?
उत्तर. एक्सबीबी.1.16 का पता कोविड-19 के पॉजिटिव नमूनों की जीनोमिक अनुक्रमण के माध्यम से लगाया जाता है। हालांकि, सभी पॉजिटिव नमूनों को अनुक्रमित नहीं किया गया है, अतः मामलों की वास्तविक संख्या रिपोर्ट की गई संख्या से अधिक हो सकती है।
प्र. एक्सबीबी.1.16 का पता कहां लगाया गया है?
उत्तर. एक्सबीबी.1.16 भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, सिंगापुर तथा अनेक यूरोपीय देशों सहित संपूर्ण विश्व के कम से कम 14 देशों में पाया गया है। हालांकि, सीमित जीनोमिक निगरानी के कारण, इसकी वास्तविक व्यापकता वर्तमान में ज्ञात की तुलना में अधिक हो सकती है।
SARS-CoV-2 XBB.1.16 is a recombinant lineage of the SARS-CoV-2 virus that was first detected in India. It is a descendant of the XBB lineage and has been found to have a higher growth advantage and potential for immune escape than other Omicron lineages.
There is currently no evidence to suggest that infections with XBB.1.16 differ in clinical severity from those caused by other Omicron lineages. However, its higher growth advantage and potential for immune escape may increase the risk of reinfection compared to other circulating Omicron lineages.
There is currently limited information on the effectiveness of COVID-19 vaccines against XBB.1.16. However, it is believed that the vaccines provide some protection against the variant, and getting vaccinated is still strongly recommended to reduce the severity of illness and prevent hospitalization.
XBB.1.16 is detected through genomic sequencing of positive COVID-19 samples. However, not all positive samples are sequenced, so the actual number of cases may be higher than what is reported.
XBB.1.16 has been detected in at least 14 countries around the world, including India, the United States, Singapore, and several European countries. However, due to limited genomic surveillance, its actual prevalence may be higher than what is currently known.
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