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भारत में आकस्मिक मृत्यु एवं आत्महत्या रिपोर्ट: एनसीआरबी

प्रासंगिकता

  • जीएस 2: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास एवं प्रबंधन से संबंधित मुद्दे।

 

प्रसंग

  • एनसीआरबी द्वारा हाल ही में जारी एक्सीडेंटल डेथ्स एंड सुसाइड्स इन इंडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 2020 में कोविड –19 की तुलना में आत्महत्या के कारण अधिक लोगों को खो दिया

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प्रमुख बिंदु

 

राज्यों में आत्महत्या

  • राज्यों में, महाराष्ट्र ने 2020 में देश भर में सर्वाधिक आत्महत्याएं दर्ज कीं
  • ये पांच राज्य-महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल एवं कर्नाटक- कुल आत्महत्याओं के 1% हिस्से के लिए उत्तरदायी है।

 

 

समाज के विभिन्न वर्गों में आत्महत्याएं

  • भारत ने विगत वर्ष आत्महत्या के कारण 5 लाख से अधिक एवं कोविड-19 के कारण करीब 1.5 लाख लोगों (स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार) को खो दिया।
  • एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, कुल आत्महत्याओं में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की हिस्सेदारी सर्वाधिक– कुल आत्महत्याओं का लगभग एक चौथाई है, यद्यपि, अधिकार मामलों में आत्महत्या का कारण बीमारी थी।
  • 12,000 से अधिक छात्रों की आत्महत्या के कारण मृत्यु हुई, जो कुल मौतों के 8 प्रतिशत से अधिक है।
  • लिंग के संदर्भ में, अधिक पुरुषों ने स्वयं को मार डाला, जो कुल आत्महत्याओं का लगभग 71 प्रतिशत है।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) – भारत में अपराध 2020 रिपोर्ट

 

कृषि आत्महत्याएं

  • कृषि मजदूरों में आत्महत्या की हिस्सेदारी में 18% की वृद्धि के साथ 2019 की तुलना में कृषि क्षेत्र आत्महत्याओं की अधिक संख्या का साक्षी बना।
  • 2019 की तुलना में 2020 में किसानों एवं काश्तकारों के मध्य आत्महत्या की संख्या में गिरावट आई है।

राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा बोर्ड

रेल दुर्घटनाएं

  • देश भर में 13,000 से अधिक ट्रेन दुर्घटनाओं ने 2020 में लगभग 12,000 रेल यात्रियों की जान ले ली है।
  • यद्यपि, 2019 की तुलना में 2020 में ट्रेन दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय रूप से कमी आई है।
  • 2020 में इन हादसों में प्रतिदिन औसतन 32 लोगों की मृत्यु हो गई।
  • रिपोर्ट से यह भी ज्ञात होता है कि विगत वर्ष लगभग 70 प्रतिशत रेल दुर्घटनाएं इसलिए हुई थीं क्योंकि यात्री या तो ट्रेन से गिर गए थे अथवा रेलवे ट्रैक पार करते समय ट्रेन के मार्ग में आ गए थे।
  • दुर्घटनाओं एवं मौतों की संख्या दोनों के मामले में महाराष्ट्र पहले और उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है।

परोपकारिता को मान्यता देना- दयालु व्यक्ति कानून

सड़क दुर्घटनाएं

  • महामारी के कारण आरोपित प्रतिबंधों के कारण,संपूर्ण देश में दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है। देश में कुल मिलाकर 9% की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि राज्यों में कुल गिरावट 18.8% है एवं केंद्र शासित प्रदेशों में यह गिरावट 21.6% है।
  • यूएन डेकेड ऑफ एक्शन फॉर रोड सेफ्टी टारगेट्स के अनुसार, हताहतों की संख्या 2011 में मरने वालों की संख्या से आधी हो गई थी।
  • 48% पर, चंडीगढ़ में सड़क दुर्घटनाओं में सर्वाधिक गिरावट देखी गई।

भारत में सड़क दुर्घटनाएं – एनसीआरबी रिपोर्ट 2020

manish

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