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केंद्र ने भारत के संबंध विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022 के निष्कर्ष निष्कर्ष को खारिज किया

विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- पारदर्शिता एवं जवाबदेही; पारदर्शिता एवं जवाबदेही  तथा संस्थागत एवं अन्य उपाय।

केंद्र ने भारत के संबंध विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022 के निष्कर्ष निष्कर्ष को खारिज किया_3.1

समाचारों में वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2022 

  • हाल ही में, केंद्र ने संसद को सूचित किया कि वह विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022 में ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ द्वारा निकाले गए निष्कर्षों से सहमत नहीं है।

 

विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022 रिपोर्ट एवं भारत का रुख 

  • भारत का स्थान: विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022 ने अपनी 2022 की रिपोर्ट में 180 देशों में भारत को 150 वें स्थान पर रखा है।
  • भारत से संबंधित रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्सके निष्कर्ष: प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022 रिपोर्ट-
    • भारत को “मीडिया के लिए विश्व के सर्वाधिक खतरनाक देशों में से एक” के रूप में वर्णित किया एवं
    • सूचित किया कि “पत्रकार सभी प्रकार की शारीरिक हिंसा का सामना करते हैं, जिसमें पुलिस द्वारा हिंसा, राजनीतिक कार्यकर्ताओं द्वारा घात लगाकर हमला करना एवं आपराधिक समूहों या भ्रष्ट स्थानीय अधिकारियों द्वारा घातक प्रतिशोध शामिल हैं।”
  • भारत का रुख: भारत विभिन्न कारणों से संगठन (रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स) द्वारा निकाले गए निष्कर्षों से सहमत नहीं है, जिनमें सम्मिलित हैं-
    • प्रतिदर्श का अत्यधिक सीमित आकार,
    • लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों का अत्यल्प अथवा कोई महत्व नहीं,
    • एक ऐसी कार्यप्रणाली को अपनाना जो संदिग्ध एवं गैर-पारदर्शी हो”।
  • पीसीआई की भूमिका: भारतीय प्रेस परिषद (प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया/पीसीआई) की स्थापना प्रेस परिषद अधिनियम, 1978 के अंतर्गत मुख्य रूप से प्रेस की स्वतंत्रता को अनुरक्षित रखने एवं देश में समाचार पत्रों तथा समाचार एजेंसियों के मानकों में सुधार हेतु की गई है।
    • पीसीआई प्रेस की स्वतंत्रता में कटौती के संबंध में ‘प्रेस द्वारा’ दायर की गई शिकायतों की जांच करता है।

 

प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक- वैश्विक परिदृश्य

  • शीर्ष प्रदर्शनकर्ता: नॉर्वे (पहला) डेनमार्क (दूसरा), स्वीडन (तीसरा) एस्टोनिया (चौथा) एवं फ़िनलैंड (पांचवा) ने प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022 में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।
  • निम्नतम स्थान प्राप्तकर्ता देश: उत्तर कोरिया प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 180 देशों तथा क्षेत्रों की सूची में  निम्नतम स्थान पर रहा।
  • रूस यूक्रेन युद्ध: प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022 पर रूस को विगत वर्ष 150 वें स्थान से नीचे 155 वें स्थान पर रखा गया था।
    • फरवरी के अंत में रूस (155वें) द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण (106वां) इस प्रक्रिया को प्रदर्शित करता है, क्योंकि वास्तविक संघर्ष के पूर्व एक प्रचार युद्ध हुआ था।
  • चीन की रैंकिंग: रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के साथ चीन दो पायदान ऊपर चढ़कर प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022 में 175 वें स्थान पर है।
    • गत वर्ष प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में चीन को 177वें स्थान पर रखा गया था।

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प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक के बारे में

  • प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक के बारे में: प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक प्रतिवर्ष पत्रकारों को उपलब्ध स्वतंत्रता के स्तर के अनुसार देशों एवं क्षेत्रों को श्रेणीकृत (रैंक) करता है।
    • टिप्पणी: प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक किसी देश या क्षेत्र में प्रचलित पत्रकारिता की गुणवत्ता को नहीं मापता है।
  • प्रकाशन संगठन: प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022, 2002 से प्रत्येक वर्ष रिपोर्टर्स सैन्स फ्रंटियर्स (आरएसएफ) या रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स द्वारा प्रकाशित किया जाता है।
    • आरएसएफ पेरिस में अवस्थित है एवं संयुक्त राष्ट्र, यूनेस्को, यूरोपीय परिषद एवं फ्रैंकोफोनी (ओआईएफ) के अंतर्राष्ट्रीय संगठन के साथ परामर्शी स्थिति के साथ एक स्वतंत्र गैर सरकारी संगठन है।
  • श्रेणियाँ: प्रेस स्वतंत्रता रैंकिंग पांच व्यापक श्रेणियों में देश के प्रदर्शन पर आधारित है-
    • राजनीतिक संदर्भ,
    • विधिक ढांचा,
    • आर्थिक संदर्भ,
    • सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भ एवं पत्रकारों की सुरक्षा।

 

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