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नीट योजना- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- सामाजिक क्षेत्र/स्वास्थ्य; शिक्षा; एवं मानव संसाधन से संबंधित सेवाओं के विकास तथा प्रबंधन से संबंधित मुद्दे।
नीट योजना- संदर्भ
- हाल ही में, केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने नीट 0 (प्रौद्योगिकी के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक गठबंधन) एवं एआईसीटीई द्वारा निर्धारित तकनीकी पुस्तकों को क्षेत्रीय भाषाओं में विमोचित किया।
नीट 3.0- प्रमुख बिंदु
- नीट 0 के बारे में: नीट 3.0 देश के छात्रों को सर्वोत्तम विकसित शैक्षिक-प्रौद्योगिक (एड-टेक) समाधान एवं पाठ्यक्रम प्रदान करने हिंदू एक एकल मंच है।
- लाभ: नीट 0 योजना के तहत, 253.72 करोड़ रुपये के 12 लाख नीट एड-टेक नि शुल्क पाठ्यक्रम कूपन सामाजिक रूप से वंचित समूहों को वितरित किए गए।
नीट योजना- प्रमुख बिंदु
- नीट योजना के बारे में: प्रौद्योगिकी के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक गठबंधन (नीट) शिक्षा क्षेत्र में सर्वोत्तम परिनियोजित तकनीकी साधनों/समाधानों का उपयोग उपलब्ध कराने हेतु एक पहल है।
- नीट समाधान बेहतर अधिगम परिणामों एवं अवसर क्षेत्रों में कौशल विकास के लिए व्यक्तिगत एवं अनुकूलित अधिगम अनुभव हेतु कृत्रिम प्रज्ञान (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का उपयोग करते हैं।
- अधिदेश: नीट योजना का उद्देश्य शिक्षार्थियों की सुविधा के लिए युवाओं की नियोजन क्षमता को एक मंच पर वर्धित करना है।
- कार्यान्वयन एजेंसी: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), शिक्षा मंत्रालय नीट योजना को क्रियान्वित करने की प्रक्रिया में एक सुविधा प्रदाता के रूप में कार्य कर रहा है।
- एआईसीटीई को यह सुनिश्चित करने का दायित्व सौंपा गया है कि समाधान बड़ी संख्या में सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों के लिए स्वतंत्र रूप से उपलब्ध हों।
- एडटेक कंपनियां समाधान विकसित करने एवं नीट पोर्टल के माध्यम से शिक्षार्थियों के पंजीकरण का प्रबंधन करने हेतु उत्तरदायी होंगी।
- हितधारक: नीट का उद्देश्य सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के माध्यम से ऐसी प्रौद्योगिकी विकसित करने वाली एडटेक कंपनियों के साथ एक राष्ट्रीय गठबंधन का निर्माण करना है।
- नीट में 100 उत्पादों के साथ 58 शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनियां हैं जो रोजगार योग्य कौशल, क्षमता निर्माण एवं अधिगम के अंतराल को पाटने में सहायता करती हैं।
नीट योजना- प्रमुख विशेषताएं
- डिजिटल- अंतराल को पाटना: नीट डिजिटल अंतराल को भरने एवं विश्व की ज्ञान-आधारित आवश्यकता को पूरा करने में एक गेम-चेंजर सिद्ध होगा।
- नीट, विशेष रूप से आर्थिक रूप से वंचित छात्रों के मध्य एवं भारत तथा विश्व की ज्ञान-आधारित आवश्यकता को पूरा करने हेतु भी इस डिजिटल अंतराल को पाटेगा ।
- 21वीं सदी की नियोजनीयता को प्रोत्साहन देनाः नीट को, रोजगार क्षमता को बढ़ावा देने एवं भविष्य के लिए हमारे युवाओं को तैयार करने हेतु 21वीं सदी के उभरते कौशल में अवसरों का दोहन करने हेतु कौशल भारत के साथ एकीकृत किया जाना है।




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