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ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप मॉनिटर (जीईएम) रिपोर्ट

ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप मॉनिटर: प्रासंगिकता

  • जीएस 3: भारतीय अर्थव्यवस्था एवं आयोजना, संसाधनों का अभिनियोजन, वृद्धि, विकास एवं रोजगार से संबंधित मुद्दे।

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ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप मॉनिटर: संदर्भ

  • हाल ही में जारी ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप मॉनिटर (GEM) इंडिया रिपोर्ट (21-22) के अनुसार, 2021 में भारत की उद्यमशीलता गतिविधि का विस्तार हुआ

 

वैश्विक उद्यमिता अनुश्रवक: प्रमुख बिंदु

  • रिपोर्ट से यह प्रकट हुआ है कि भारत की कुल उद्यमी गतिविधि दर (वयस्कों का प्रतिशत (18-64 आयु वर्ग) जो एक नया व्यवसाय प्रारंभ कर रहे हैं अथवा संचालित कर रहे हैं) 2021 में बढ़कर 14.4% हो गई, जो 2020 में 5.3% थी।
    • वयस्कों का प्रतिशत (18-64 आयु वर्ग) जो एक नया व्यवसाय शुरू कर रहे हैं अथवा संचालित कर रहे हैं।
  • स्थापित व्यवसाय स्वामित्व दर 2020 में 5.9% से बढ़कर 8.5% हो गई।
    • वयस्कों का प्रतिशत (18-64 आयु वर्ग) जो वर्तमान में एक स्थापित व्यवसाय के मालिक-प्रबंधक हैं, अर्थात, ऐसे व्यवसाय का स्वामित्व एवं प्रबंधन जिसने मालिकों को वेतन, मजदूरी अथवा किसी अन्य संदाय का भुगतान 42 माह से अधिक समय तक किया है।

 

वैश्विक उद्यमिता अनुश्रवक क्या है?

  • वैश्विक उद्यमिता अनुश्रवक (ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप मॉनिटर/जीईएम) एक अंतरराष्ट्रीय परियोजना है जो देशों के उद्यमशीलता परिदृश्य पर सूचना प्रदान करना चाहती है।
  • GEM संपूर्ण विश्व में उद्यमिता तथा उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र पर सर्वेक्षण-आधारित अनुसंधान करता है  एवं इसका नेतृत्व भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद कर रहा है।
  •  प्रयुक्त किए जाने वाले मुख्य संकेतक को टीईए (टोटल अर्ली-स्टेज एंटरप्रेन्योरियल एक्टिविटी) कहा जाता है, जो एक उद्यमशीलता गतिविधि आरंभ करने वाली कार्यशील आयु की आबादी के प्रतिशत का आकलन करता है एवं जिसने अधिकतम साढ़े तीन वर्ष पूर्व से प्रारंभ किया है।

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उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय पहल

कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप/एमएसडीई) देश में उद्यमिता को प्रोत्साहित करने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों को लागू कर रहा है।

  • पायलट प्रोजेक्ट,महिला उद्यमियों का आर्थिक सशक्तिकरण एवं महिलाओं द्वारा स्टार्टअप ( इकोनामिक एंपावरमेंट ऑफ वूमेन एंटरप्रेन्योर्स एंड स्टार्टअप्स बाय वूमेन/WEE)’ महिला सूक्ष्म उद्यमियों के लिए ऊष्मायन (इनक्यूबेशन)  एवं त्वरक ((एक्सेलरेशन) कार्यक्रमों को पायलट करने के लिए लागू किया जा रहा है, जिससे वे नए व्यवसाय आरंभ कर सकें एवं वर्तमान उद्यमों का स्तर उन्नयन कर सकें।
  • औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई), पॉलिटेक्निक, प्रधान मंत्री कौशल केंद्र (पीएमकेके)  तथा जन शिक्षण संस्थान (जेएसएस) जैसे कौशल प्रशिक्षण संस्थानों के छात्रों और पूर्व छात्रों के लिए उद्यमिता शिक्षा, प्रशिक्षण, पक्षपोषण  तथा उद्यमिता नेटवर्क तक आसान पहुंच के माध्यम से एक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र निर्मित करने हेतु उद्यमिता विकास पर प्रायोगिक परियोजना (पीएम युवा) नवंबर, 2019 में  आरंभ किया गया है। ।
  • छह पवित्र शहरों में उद्यमिता संवर्धन एवं सूक्ष्म तथा लघु व्यवसायों हेतु परामर्श: परियोजना पंढरपुर, पुरी, वाराणसी, हरिद्वार, कोल्लूर  एवं बोधगया में उद्यमिता जागरूकता, शिक्षा तथा परामर्श के माध्यम से संभावित एवं वर्तमान उद्यमियों की भागीदारी के माध्यम से स्थानीय उद्यमशीलता गतिविधियों को उत्प्रेरित करना चाहती है।
  • महिला श्रमिकों की रोजगार क्षमता के अभिवर्धन हेतु, सरकार उन्हें महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों, राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों, पीएमकेवीवाई केंद्रों एवं प्रधान मंत्री कौशल केंद्रों के नेटवर्क के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान कर रही है।

 

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