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गैर संक्राम्य रोगों (एनसीडी) पर वैश्विक समझौता

गैर संक्राम्य रोग: प्रासंगिकता

  • जीएस 2: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास एवं प्रबंधन से संबंधित मुद्दे।

गैर संक्राम्य रोगों (एनसीडी) पर वैश्विक समझौता_3.1

गैर संक्राम्य रोग : संदर्भ

  • ‘ग्लोबल कॉम्पेक्ट ऑन एनसीडी’ की पहली बैठक सितंबर 2022 में आयोजित होगी।
  • यह मधुमेह, कैंसर, हृदय  तथा फेफड़ों के रोगों से होने वाली निवार्य मौतों को कम करने एवं मानसिक स्वास्थ्य  तथा कल्याण को प्रोत्साहन देने की रणनीति बनाएगी

 

एनसीडी पर वैश्विक समझौता के बारे

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने घोषणा की कि गैर-संक्राम्य रोगों (एनसीडी) से एक तिहाई असमय होने वाली मौतों को कम करने के लक्ष्य को त्वरित रूप से ट्रैक करने के लिए सरकारों के प्रमुखों का एक समूह निर्मित किया गया है।
  • समूह निर्मित करने का निर्णय 12 अप्रैल, 2022 को अकरा, घाना में आयोजित एनसीडी  तथा सतत विकास लक्ष्यों पर प्रथम अंतर्राष्ट्रीय रणनीतिक वार्ता में लिया गया था।
  • लक्ष्य संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा अधिदेशित सतत विकास लक्ष्यों का हिस्सा है।
  • घाना तथा नॉर्वे की सरकारों ने एनसीडी पर प्रथम ग्लोबल हेड्स ऑफ स्टेट एंड गवर्नमेंट ग्रुप बनाने की पहल की।

 

गैर संक्राम्य रोगों पर वैश्विक समझौता: प्रतिबद्धता के पांच प्रमुख क्षेत्र

  • 2030 तक, एनसीडी को रोकथाम करने एवं नियंत्रित करने हेतु सर्वाधिक लागत प्रभावी उपायों को क्रियान्वित करके एनसीडी से असमय 50 मिलियन लोगों की मृत्यु से लोगों के जीवन को सुरक्षित करना;
  • एनसीडी  से संक्रमित होने वाले 1.7 बिलियन लोगों की रक्षा यह सुनिश्चित करके करना कि उनके पास मानवीय आपात स्थितियों के दौरान आवश्यक दवाएं  तथा स्वास्थ्य देखभाल सुविधा उपलब्ध है;
  • प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल तथा सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के भीतर एनसीडी को एकीकृत करना;
  • व्यापक एनसीडी निगरानी तथा अनुश्रवण; एवं
  • नीति-निर्माण एवं घटनाक्रम नियोजन (प्रोग्रामिंग) में एनसीडी एवं मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों से प्रभावित 1.7 बिलियन लोगों को सार्थक रूप से सम्मिलित करना

 

गैर संक्राम्य रोग क्या है?

  • एक गैर-संक्राम्य रोग (एनसीडी) एक ऐसा रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रत्यक्ष रुप से संचारित नहीं होती है।
  • एनसीडी दीर्घकालिक अथवा तीव्र हो सकते हैं। अधिकांश गैर-संक्रामक हैं, यद्यपि कुछ गैर-संक्राम्य संक्रामक रोग हैं, जैसे कि परजीवी रोग।

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गैर-संक्राम्य रोगों के बारे में

  • डब्ल्यूएचओ के अनुसार, एनसीडी काफी हद तक रोकथाम योग्य एवं उपचार योग्य हैं
  • एनसीडी के कारण, यद्यपि, तंबाकू, शराब, अस्वास्थ्यकर आहार, शारीरिक निष्क्रियता एवं वायु प्रदूषण जैसे जोखिम वाले कारकों से विश्व स्तर पर 10 में से 7 लोगों की मौत हो जाती है
  • अब से 2030 तक प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष  मात्र 0.84 डॉलर के व्यय से लगभग 7 मिलियन लोगों  के जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है
  • इस निवेश से आर्थिक एवं सामाजिक लाभों में 230 बिलियन डॉलर से अधिक का लाभ होगा तथा 2030 तक विश्व स्तर पर लगभग 10 मिलियन हृदयाघात (दिल के दौरे) एवं स्ट्रोक से बचा जा सकेगा।

 

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