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भारत ड्रोन महोत्सव 2022- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 3: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी-
- विकास एवं उनके अनुप्रयोग तथा दैनिक जीवन में उनके प्रभाव;
- विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां; प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण तथा नवीन तकनीक विकसित करना।
समाचारों में भारत ड्रोन महोत्सव 2022
- हाल ही में, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सबसे बड़े ड्रोन महोत्सव – भारत ड्रोन महोत्सव 2022 का उद्घाटन किया।
- उन्होंने किसान ड्रोन पायलटों के साथ भी बातचीत की, खुले में ड्रोन प्रदर्शन देखे तथा ड्रोन प्रदर्शनी केंद्र में स्टार्टअप्स के साथ बातचीत की।
- इससे पूर्व, प्रधानमंत्री ने कीटनाशकों तथा अन्य कृषि सामग्री के छिड़काव के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में 100 किसान ड्रोन को हरी झंडी दिखाई थी।
ड्रोन एवं ड्रोन घटकों हेतु पीएलआई योजना
भारत ड्रोन महोत्सव 2022 क्या है?
- भारत ड्रोन महोत्सव 2022 के बारे में: भारत ड्रोन महोत्सव 2022, भारत का सबसे बड़ा ड्रोन उत्सव, 27 एवं 28 मई 2022 को आयोजित किया जा रहा है।
- भारत ड्रोन महोत्सव 2022 का आयोजन स्थल: भारत ड्रोन महोत्सव 2022 का आयोजन प्रगति मैदान, नई दिल्ली में किया जा रहा है।
- भागीदारी: सरकारी अधिकारियों, सशस्त्र बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (पब्लिक सेक्टर यूनिट्स/पीएसयू), विदेशी राजनयिकों, निजी कंपनियों के साथ-साथ ड्रोन स्टार्टअप इत्यादि सहित 1600 से अधिक प्रतिनिधि भारत ड्रोन महोत्सव 2022 में भाग लेंगे।
- प्रमुख कार्यक्रम: 70 से अधिक प्रदर्शक ड्रोन महोत्सव में ड्रोन के विभिन्न उपयोग के मामलों को प्रदर्शित करेंगे। भारत ड्रोन महोत्सव 2022 निम्नलिखित का भी साक्षी होगा-
- ड्रोन पायलट प्रमाणपत्रों का एक आभासी पुरस्कार,
- पैनल चर्चा,
- उत्पादों का लोकार्पण,
- ‘मेड इन इंडिया’ ड्रोन टैक्सी प्रोटोटाइप का प्रदर्शन, तथा
- अन्य कार्यक्रमों के सहित उड़ान प्रदर्शन।
भारत में ड्रोन क्षेत्र: सरकारी कदम
- गांवों में भूमि स्वामित्व का अभिलेख बनाने एवं दवाओं तथा टीकों के परिवहन के उद्देश्य से ‘स्वामित्व योजना’ में ड्रोन का उपयोग किया गया है।
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन/MoCA) ने 2022 के प्रारंभ में न्यूनतम सुरक्षा तथा गुणवत्ता आवश्यकताओं को सुनिश्चित करने के लिए एक ड्रोन प्रमाणन योजना को अधिसूचित किया क्योंकि इससे स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा।
- 2021 में, सरकार ने तीन वित्तीय वर्षों में विस्तृत 120 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ ड्रोन तथा ड्रोन घटकों के लिए एक पीएलआई योजना तैयार की है।
- सरकार ने 2030 तक भारत को विश्व का ड्रोन केंद्र निर्मित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य भी रखा है।
- सरकार ने कृषि मशीनीकरण पर उप-मिशन (सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन/एसएमएएम) के दिशानिर्देशों में संशोधन किया, जिसमें कृषि मशीनरी प्रशिक्षण तथा परीक्षण संस्थानों, आईसीएआर संस्थानों कृषि विज्ञान केंद्र एवं राज्य कृषि विश्वविद्यालय द्वारा ड्रोन के क्रय हेतु अनुदान के रूप में कृषि ड्रोन की लागत का 100 प्रतिशत या 10 लाख रुपये देने की परिकल्पना की गई है।
- 2021 में, सरकार एक ‘डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म’ निर्मित करने हेतु उदार ड्रोन नियमों के साथ आई, जो एक व्यापार-अनुकूल सिंगल-विंडो ऑनलाइन सिस्टम है, जिसमें न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप है, जहां अधिकांश अनुमतियां स्वतः उत्पन्न होंगी।
ड्रोन घटकों के लिए उत्पादन-सहलग्न प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना