Home   »   BRICS Environment Ministers Meeting   »   BRICS Countries

ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की 7वीं बैठक

ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की बैठक- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से जुड़े एवं/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।

ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की 7वीं बैठक_3.1

समाचारों में ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की बैठक

  • हाल ही में, संस्कृति एवं विदेश राज्य मंत्री ने 24 मई, 2022 को ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की 7वीं बैठक में भाग लिया।

 

ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की 7वीं बैठक

  • ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की 7वीं बैठक के बारे में: ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की 7वीं बैठक को चीन के जनवादी गणराज्य द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी ब्रिक्स सदस्य देशों की भागीदारी के साथ आयोजित किया जा रहा है।
  • थीम: ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की 7वीं बैठक की विषय वस्तु “ब्रिक्स के मध्य समावेश एवं पारस्परिक शिक्षा की विशेषता वाली एक सांस्कृतिक साझेदारी स्थापित करना” (एस्टेब्लिशिंग ए कल्चरल पार्टनरशिप फीचरिंग इंक्लूजिवनेस एंड म्यूच्यूअल लर्निंग अमोंग ब्रिक्स) है।
  • फोकस क्षेत्र: ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की 7वीं बैठक के फोकस के क्षेत्र थे-
    • सांस्कृतिक डिजिटलीकरण पर विकास हम सहयोग को प्रोत्साहित करना,
    • सांस्कृतिक विरासत संरक्षण पर सहयोग को सुदृढ़ करना तथा
    • ब्रिक्स देशों के सांस्कृतिक आदान-प्रदान मंचों के निर्माण को आगे बढ़ाना।
  • प्रमुख परिणाम:
    • मंत्रियों ने सांस्कृतिक सहयोग को और सुदृढ़ करने तथा 2015 में हस्ताक्षरित ब्रिक्स सांस्कृतिक सहयोग समझौते को लागू करने के लिए ब्रिक्स कार्य योजना 2022-2026 को अंगीकृत किया।
    • संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग (2022-2026) पर ब्रिक्स राज्यों की सरकारों के मध्य समझौते के  क्रियान्वयन हेतु कार्य योजना पर सभी ब्रिक्स राष्ट्रों के संस्कृति मंत्रियों द्वारा सहमति एवं हस्ताक्षर किए गए थे।

ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की 7वीं बैठक_4.1

ब्रिक्स समूह  

  • ब्रिक्स के बारे में: ब्रिक्स विश्व की प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं, जैसे ब्राजील, रूस, भारत, चीन  तथा दक्षिण अफ्रीका के समूह के लिए एक संक्षिप्त शब्द है।
  • पृष्ठभूमि: 2001 में, गोल्डमैन सैक्स के जिम ओ’नील ने “बिल्डिंग बेटर ग्लोबल इकोनॉमिक ब्रिक्स” नामक एक शोध पत्र लिखा था, जिसमें बताया गया था कि विश्व में भविष्य की जीडीपी वृद्धि चीन, भारत, रूस  तथा ब्राजील से आएगी।
    • यद्यपि शोध पत्र ने किसी औपचारिक समूह की सिफारिश नहीं की, किंतु इसने कहा कि ब्रिक अर्थव्यवस्थाएं संयुक्त रूप से 2039 से  पूर्व पश्चिमी प्रभुत्व वाली विश्व व्यवस्था को पीछे छोड़ देंगी।
  • ब्रिक्स का गठन: 2006 में, ब्रिक्स देशों के नेताओं ने सेंट पीटर्सबर्ग, रूस में जी-8 (जिसे अब जी-7 कहा जाता है) शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की एवं उस वर्ष ब्रिक को औपचारिक रूप दिया गया।
    • कुछ ही समय बाद, सितंबर 2006 में, ब्रिक विदेश मंत्रियों की पहली बैठक के दौरान समूह को ब्रिक के रूप में औपचारिक रूप प्रदान किया गया, जो न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र महासभा की आम बहस के दौरान हुई थी।
    • पहला औपचारिक शिखर सम्मेलन: 2009 में रूसी संघ में आयोजित हुआ तथा वैश्विक वित्तीय वास्तुकला में सुधार जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
    • दिसंबर 2010 में दक्षिण अफ्रीका को BRIC में सम्मिलित होने हेतु आमंत्रित किया गया था, जिसके बाद समूह ने BRICS का संक्षिप्त नाम अपनाया।
    • बाद में दक्षिण अफ्रीका ने 2011 में सान्या, चीन में तीसरे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
  •  ब्रिक्स का मुख्यालय: BRICS का कोई मुख्यालय नहीं है, बल्कि BRICS के सभी देशों के अपने-अपने देश में BRICS को समर्पित कार्यालय हैं।
  • ब्रिक्स की संरचना: ब्रिक्स संगठन के रूप में अस्तित्व में नहीं है, किंतु यह पांच देशों के सर्वोच्च नेताओं के  मध्य एक वार्षिक शिखर सम्मेलन है।
  • ब्रिक्स की अध्यक्षता: फोरम की अध्यक्षता को संक्षिप्त रूप से बी-आर-आई-सी-एस के अनुसार सदस्यों के  मध्य वार्षिक रूप से क्रमावर्तित किया जाता है।
    • भारत  के पास जनवरी 2021 से ब्रिक्स की अध्यक्षता थी।
    • वर्तमान में ब्रिक्स की अध्यक्षता, चीन के पास है।

 

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) मॉनिटर रिपोर्ट का 9वां संस्करण निवेश प्रोत्साहन समझौता डब्ल्यूएचओ महानिदेशक का ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड संपादकीय विश्लेषण: भारत में एक हार्वर्ड शाखा, संभावनाएं एवं चुनौतियां
जैविक अनुसंधान नियामक अनुमोदन पोर्टल पीएम युवा योजना- पात्रता, मुख्य विशेषताएं तथा महत्व विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) | भारत डब्ल्यूईएफ 2022 में भाग लेगा भारत को वित्त वर्ष 2021-22 में सर्वाधिक एफडीआई प्रवाह प्राप्त हुआ
आजादी का अमृत महोत्सव (AKAM) के तहत मनाई जाएगी राजा राममोहन राय की 250वीं जयंती प्रभावी ऊर्जा संक्रमण 2022 को प्रोत्साहित करना जीनोम संपादित पौधों के सुरक्षा आकलन के लिए दिशानिर्देश 2022 संपादकीय विश्लेषण- व्हीट कन्फ्यूजन

Sharing is caring!

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *