लेखांकन सिद्धांत- उपचय लेखांकन बनाम नकद लेखांकन

उपचय लेखांकन

  • परिभाषा: उपचय लेखांकन एक लेखा पद्धति है जहां भुगतान प्राप्त होने अथवा किए जाने के स्थान पर संव्यवहार (लेनदेन) होने पर राजस्व या व्यय अभिलेखित किए जाते हैं।
    • उपचय लेखा पद्धति प्रति तुलन सिद्धांत का अनुसरण करती है, जो कहती है कि राजस्व तथा व्यय को उसी अवधि में मान्यता प्रदान की जानी चाहिए।
    • उपचय लेखांकन दो लेखांकन विधियों में से एक है; दूसरा नकद लेखांकन है।

नकद लेखांकन:

  • परिभाषा: नकद लेखांकन दूसरी लेखांकन विधि है, जो लेनदेन को तभी मान्यता प्रदान करती है जब भुगतान का आदान-प्रदान किया जाता है।
    • नकद लेखांकन पद्धति राजस्व एवं व्यय संव्यवहार (लेनदेन) को अभिलेखित करती है जब भुगतान भौतिक रूप से प्राप्त अथवा भुगतान किए जाते हैं।
    • यह विधि उन छोटे व्यवसायों के लिए प्रतिबंधित है जिनके पास व्यापक मात्रा में लेन-देन नहीं है।
    • लेखांकन की उपचय पद्धति की तुलना में इस पद्धति का लाभ यह है कि एक व्यवसाय अपने पास मौजूद सभी भौतिक धन का लेखा जोखा रख सकता है।
  • नकद लेखांकन सिद्धांत की सीमा:
    • यदि व्यवसाय आंतरिक वित्तपोषण के माध्यम से क्रेडिट पर माल बेचता है, तो यह भविष्य के भुगतानों का लेखा-जोखा रखने में असमर्थ होगा, क्योंकि नकद लेखांकन, उपचय लेखांकन पद्धति के विपरीत, भविष्य के भुगतानों को अभिलेखित करने का कोई साधन नहीं है।
    • इसलिए, एक व्यवसाय जो नकद लेखांकन पद्धति का उपयोग करता है, वह हमेशा अपनी वास्तविक वित्तीय स्थिति के बारे में सबसे परिशुद्ध (सटीक) दृष्टिकोण प्रस्तुत नहीं कर सकता है।

उपचय लेखा सिद्धांत का उपयोग करने की आवश्यकता

  • व्यवसायों की बढ़ती जटिलता: क्रेडिट पर सामान बेचने वाली बड़ी कंपनियां पहले बेचे गए सामानों से लंबी अवधि में राजस्व प्राप्त करना जारी रख सकती हैं।
    • भुगतान होने पर ऐसे लेनदेन को अभिलेखित करना कंपनी की वित्तीय स्थिति की गलत तस्वीर को दर्शाता है, जबकि वित्तीय बाजारों को कंपनी के वित्त की समय पर एवं सटीक रिपोर्टिंग की आवश्यकता होती है।
    • उपचय लेखांकन पद्धति के साथ, बड़े व्यवसाय, कंपनी की वित्तीय स्थिति की सर्वाधिक परिशुद्ध तस्वीर प्रस्तुत कर सकते हैं।
  • किसी विशेष अवधि में प्रदर्शन माप हेतु: यह व्यवसायों को एक निश्चित अवधि- जैसे कि एक तिमाही या एक वित्तीय वर्ष के दौरान उनके वास्तविक निष्पादन की जांच करने में सहायता प्रदान करता है।
    • यह एक विशिष्ट अवधि में कंपनी के निष्पादन की सबसे सटीक तस्वीर प्रदान करता है क्योंकि भविष्य के राजस्व और व्ययों का हिसाब लगाया जा सकता है।
    • उपचय लेखांकन के अंतर्गत अभिलेखित की गई वित्तीय सूचनाएं व्यवसाय को सकल लाभ उपांत, परिचालन उपांत एवं शुद्ध आय जैसे प्रमुख वित्तीय माप (मैट्रिक्स) की गणना करने में सक्षम बनाती है।

यूपीएससी ईएसआईसी उप निदेशक की निशुल्क अध्ययन सामग्री प्राप्त करने के लिए इस फॉर्म को भरें

उपचय लेखांकन सिद्धांत की सीमाएं

  • उपचय लेखांकन यह संकेत दे सकता है कि एक व्यवसाय ने एक विशिष्ट लेखा अवधि के दौरान लाभ अर्जित किया जबकि अभिलेखित किए गए नकदी प्रवाह अभी तक अप्राप्त हैं।
  • संभावित रूप से, यह व्यवसाय को लाभदायक रूप में चित्रित कर सकता है, भले ही इसके संचालन के वित्तपोषण हेतु पर्याप्त नकदी प्रवाह का अभाव हो।
  • अत्यधिक नकदी प्रवाह के अभाव के मामलों में, अपने वित्तीय विवरणों के अनुसार वर्तमान लाभ दिखाने के बावजूद व्यवसाय दिवालिया भी हो सकता है।
  • उदाहरण के लिए: मान लीजिए कि XYZ कंपनी निर्माण सामग्री के लिए कभी भुगतान नहीं करती है?
    • ऐसी स्थिति कंपनी ABC के लिए एक वास्तविक एवं पर्याप्त वित्तीय समस्या प्रस्तुत करेगी, किंतु यह कंपनी को एक महत्वपूर्ण लेखांकन समस्या भी प्रस्तुत करेगी।

यूपीएससी ईएसआईसी उप निदेशक की निशुल्क अध्ययन सामग्री प्राप्त करने के लिए इस फॉर्म को भरें

manish

Recent Posts

Bodhisattvas: History, List of Bodhisattvas, Four Virtues

Bodhisattvas are people following Buddha's path to enlightenment, aiming to become Buddhas themselves. The term…

2 days ago

Uttarakhand Judiciary Salary 2024, Check Salary Structure

The Uttarakhand High Court administers the Uttarakhand Judicial Service Examinations to appoint suitable candidates for…

2 days ago

Chhattisgarh HC Assistant Syllabus 2024: Prelims and Mains (Download PDF)

The official website of the High Court of Chhattisgarh, Bilaspur has made available the Chhattisgarh…

2 days ago

Muslim Population in India 2024, States with Highest Muslim Population

According to data presented in the Lok Sabha, the anticipated Muslim population in India for…

2 days ago

MPPSC Exam Date 2024, Check New Prelims Exam Date

The Madhya Pradesh Public Service Commission (MPPSC) released the MPPSC Notification 2024 last year. However,…

2 days ago

OPSC OCS Notification 2024 Out for 399 Vacancies, Check Details

The Odisha Public Service Commission (OPSC) has issued the Notification for the Odisha Civil Services…

2 days ago