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संपादकीय विश्लेषण- सिंबॉलिज्म एंड बियोंड 

भारत-नेपाल संबंध- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध– भारत एवं उसके पड़ोस- संबंध।

संपादकीय विश्लेषण- सिंबॉलिज्म एंड बियोंड _3.1

समाचारों में भारत-नेपाल संबंध

  • हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लुंबिनी, नेपाल का दौरा किया, जिसने भारत-नेपाल संबंधों के लिए एक उपयोगी किंतु सीमित उद्देश्य को पूर्ण किया।
  • भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुद्ध जयंती पर नेपाल में लुंबिनी की एक संक्षिप्त यात्रा की।

 

भारत-नेपाल संबंधों में लुंबिनी

  • लुंबिनी का महत्व: लुंबिनी, बौद्ध परंपरा में, गौतम बुद्ध का जन्म स्थान है।
    • दोनों राष्ट्र इस बात पर सहमत हुए कि लुंबिनी गौतम बुद्ध की जन्मभूमि थी।
    • यह भारत-नेपाल संबंधों में एक अनावश्यक अड़चन को समाप्त करता है, कुछ अति-राष्ट्रवादी नेपालियों का दावा है कि बुद्ध की उत्पत्ति पर भारत सरकार का एक अलग विश्वास था।
  • इस्टैब्लिशमेंट इंडिया इंटरनेशनल सेंटर फॉर बौद्ध कल्चर एंड हेरिटेज (IICBCH): मोदी ने अपने नेपाली समकक्ष के साथ लुंबिनी मठ क्षेत्र में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर फॉर बौद्ध कल्चर एंड हेरिटेज की आधारशिला रखी।
    • IICBCH केंद्र, क्षेत्र में बौद्ध त्योहारों तथा संस्थानों के चीनी प्रायोजकता तथा संरक्षण की प्रधानता को चुनौती देने में एक भूमिका निभाएगा।
    • IICBCH तीर्थयात्रियों एवं अन्य आगंतुकों के लिए एक पर्यटक तथा सांस्कृतिक केंद्र के रूप में क्षेत्र के केंद्रित विकास का अग्रदूत भी हो सकता है।

 

भारत-नेपाल संबंध

  • शांति एवं मित्रता की संधि: इस पर 1950 में हस्ताक्षर किए गए थे जो भारत-नेपाल संबंधों को प्रशासित करता है।
  • जलविद्युत परियोजनाएं:  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की हालिया यात्रा के दौरान, अरुण -4 जलविद्युत परियोजना के विकास एवं कार्यान्वयन हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।
  • सांस्कृतिक संबंध: भारत-नेपाल दोनों के मध्य सांस्कृतिक संबंधों के साथ साथ  साथ-साथ लोगों के मध्य एक मजबूत सांस्कृतिक संबंध स्थापित है।
    • लुंबिनी एवं बौद्ध धर्म भारत तथा नेपाल के मध्य सुदृढ़ सांस्कृतिक संबंधों का एक उदाहरण है।

संपादकीय विश्लेषण: जटिल भारत-नेपाल संबंध की मरम्मत

भारत-नेपाल संबंध- आगे की राह 

  • धार्मिक कूटनीति: वर्तमान भारत सरकार विशेष संबंधों पर बल देने के साधन के रूप में “धार्मिक कूटनीति” का उपयोग करने की मांग कर रही है।
  • आर्थिक तथा भू-राजनीतिक संबंधों को मजबूत बनाना: सांस्कृतिक संबंधों पर एक सॉफ्ट पावर पर बल देने के अतिरिक्त, भारत-नेपाल संबंधों को आर्थिक एवं भू-राजनीतिक मुद्दों पर अधिक सार्थक साझेदारी  हेतु अंशांकित करने की आवश्यकता है।
    • अतीत के विपरीत, भारतीय अर्थव्यवस्था पर नेपाली युवाओं की निर्भरता में भारी कमी देखी जा रही है, जिसके लिए एक परिवर्तित आर्थिक सहयोग मॉडल की आवश्यकता है।
  • विकास परियोजनाओं में नेपाल की भूमिका में वृद्धि करना: वर्तमान में, भारत सरकार नेपाल के विकास परियोजनाओं में नेपाली शासन की भागीदारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

संपादकीय विश्लेषण- सिंबॉलिज्म एंड बियोंड _4.1

निष्कर्ष

  • भारत-नेपाल संबंधों को नेपाल में आधारिक अवसंरचना के विकास से संबंधित कार्यों पर पुनः ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है, जिसमें जलविद्युत परियोजनाएं, परिवहन तथा संपर्क सम्मिलित हैं एवं जो भारत में आसपास के राज्यों के नागरिकों को भी लाभान्वित कर सकते हैं।

 

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