Home   »   भारत में पीवीटीजी की सूची    »   भारत में पीवीटीजी की सूची 

भारत में पीवीटीजी की सूची 

पीवीटीजी कौन हैं?

  • PVTG की परिभाषा: आदिवासी समुदायों को प्रायः कुछ विशिष्ट चिह्नों जैसे कि आदिम लक्षणों, विशिष्ट संस्कृति, भौगोलिक पार्थक्य, मुक्त रूप से समुदाय से संपर्क करने में संकोच एवं पिछड़ेपन से पहचाना जाता है।
  • इन समूहों के भीतर, कुछ आदिवासी समूहों में कुछ विशिष्ट विशेषताएं होती हैं जैसे शिकार पर निर्भरता, भोजन हेतु एकत्रित होना, कृषि-पूर्व स्तर की तकनीक, शून्य अथवा नकारात्मक जनसंख्या वृद्धि  एवं साक्षरता का अत्यंत निम्न स्तर।
  • इन विशेष समूहों को विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह ( पार्टिकुलरली वल्नरेबल ट्राईबल ग्रुप्स/पीवीटीजी) कहा जाता है।

भारत में पीवीटीजी की सूची _3.1

भारत में PVTG: अभिनिर्धारण की आवश्यकता

  • अधिक विकसित एवं मुखर जनजातीय समूह जनजातीय विकास का एक बड़ा अंश ग्रहण करते हैं, दूसरी ओर पीवीटीजी, जनजातीय समूहों के  मध्य अधिक असुरक्षित हैं। इस कारण से, PVTGs को उनके विकास के प्रति निर्देशित अधिक धन की आवश्यकता है।
  • 1975 में, भारत सरकार ने पीवीटीजी नामक एक पृथक श्रेणी के रूप में सर्वाधिक संवेदनशील जनजातीय समूहों  के अभिनिर्धारण करने की पहल की  एवं ऐसे 52 समूहों की घोषणा की, जबकि 1993 में इस श्रेणी में अतिरिक्त 23 समूहों को जोड़ा गया, जिससे यह देश में 17 राज्यों एवं एक केंद्र शासित प्रदेश ( यूनियन टेरिटरी/यूटी) में विस्तृत 705 अनुसूचित जनजातियों में से कुल 75 पीवीटीजी बन गया।

 

PVTG यूपीएससी:  उनका अभिनिर्धारण कैसे किया जाता है?

  • प्रौद्योगिकी का कृषि-पूर्व स्तर
  • साक्षरता का निम्न स्तर
  • आर्थिक पिछड़ापन
  • एक घटती या स्थिर जनसंख्या।

भारत में पीवीटीजी की सूची _4.1

भारत में PVTGs की राज्यवार सूची।

राज्य / केंद्र शासित प्रदेश का नाम पीवीटीजी का नाम
आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना 1.    बोडो गडाबा

2.    बोंडो पोरजा

3.    चेंचू

4.    डोंगरिया खोंड

5.    गुटोब गडाबा

6.    खोंड पोरोजा

7.    कोलम

8.    कोंडा रेड्डी

9.    कोंडा सावरस

10.  कुटिया खोंड

11.  परेंगी पोरोजा

12.  थोटी

बिहार एवं झारखंड 13.  असुर

14. बिरहोर

15. बिरजिया

16. हिल खरिया

17. कोनवास

18. माल पहाड़िया

19. परहैया

20. सौदा पहाड़िया

21. सावर

झारखंड उपरोक्त के समान
गुजरात 22. कथोडी

23. कोहवलिया

24 पधारी

25. सिद्दी

26. कोल्गा

कर्नाटक 27. जेनु कुरुबा

28. कोरगा

केरल 29. चोलनाइकन (कट्टुनैकन्स का एक वर्ग)

30. कादर

31.कट्टूनायकन्न

32. कुरुंब

33. कोरगा

मध्य प्रदेश एवं

छत्तीसगढ़

34. अबूझ मारिया

35.बैगा

36 भारियास

37. पहाड़ी कोरबा

38. कमार

39. सहरिया

40.बिरहोर

छत्तीसगढ़ उपरोक्त के समान
महाराष्ट्र 41. कटकारिया (कठोदिया)

42. कोलम

43. मारिया गोंड

मणिपुर 44. मरराम नागा
ओडिशा 45.बिरहोर

46.  बोंदो

47. दीदाई

48. डोंगरिया-खोंड

49. जुआंग

50. खारिया

51. कुटिया कोंध

52. लांजिया सौरस

53. लोढ़ा

54. मनकीडिया

55. पौड़ी भुयान

56. सौरा

57. चुक्तिया भुंजिया

राजस्थान 58. सहरिया
तमिलनाडु 59. कट्टू नायकन्न

60. कोटा

61. कुरुंबा

62.इरुलास

63.पनियां

64. टोडा

त्रिपुरा 65. रियांग
उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड 66.  बुक्सा

67. राजी

पश्चिम बंगाल 68. बिरहोर

69 लोढ़ा

70. टोटो

अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह 71. बृहद अंडमानी

72. जरवा

73. ओंगे

74. सेंटिनलीज

75. शोम्पेन जनजाति

 

राष्ट्रीय रेल योजना विजन 2030 13 प्रमुख नदियों के कायाकल्प पर डीपीआर मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) में गिरावट | भारत के रजिस्ट्रार जनरल आई-स्प्रिंट’21 एवं इनफिनिटी फोरम 2021| ग्लोबल फिनटेक
भारत की आर्कटिक नीति आरबीआई ने सूक्ष्म वित्त ऋण हेतु दिशा-निर्देश, 2022 जारी किए पीएलएफएस त्रैमासिक बुलेटिन अप्रैल-जून 2021 भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) | ट्राई के बारे में, संरचना, निष्कासन एवं प्रमुख उद्देश्य
संपादकीय विश्लेषण: खंडित विश्व व्यवस्था, संयुक्त राष्ट्रसंघ डीआरडीओ द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों की सूची ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप मॉनिटर (जीईएम) रिपोर्ट विभिन्न बसाव प्रतिरूप

Sharing is caring!

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *