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‘भारत टैप’ पहल

भारत टैपपहल- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां  एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।

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समाचारों में भारत टैपपहल

  • हाल ही में, आवास एवं शहरी मामलों तथा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री ने ‘प्लम्बेक्स इंडिया’ प्रदर्शनी में भारत टैप पहल की शुरुआत की।
    • ‘प्लम्बेक्स इंडिया’ प्रदर्शनी प्लंबिंग, जल एवं स्वच्छता उद्योग से संबंधित उत्पादों एवं सेवाओं के लिए लक्षित है।
  • इस अवसर पर ‘निर्मल जल प्रयास’ पहल भी प्रारंभ किया गया जो प्रति वर्ष 500 करोड़ लीटर पानी बचाने का कार्य करेगा।

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भारत टैपपहल 

  • भारत टैप पहल के बारे में: भारत टैप पहल व्यापक स्तर पर कम प्रवाह, सेनेटरी-वेयर प्रदान करेगी तथा इस तरह स्रोत स्थान पर जल की खपत को काफी कम कर देगी।
  • उद्देश्य: भारत टैप पहल से जल संरक्षण प्रयासों पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने की अपेक्षा है।

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जल संरक्षण एवं स्वच्छता में सरकार की उपलब्धियां

  • स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम): इसे खुले में शौच की समस्या को हल करने एवं स्वच्छता के प्रति व्यवहार में परिवर्तन लाने हेतु प्रारंभ किया गया था।
    • एसबीएम की सफलता के कारण, भारत ग्रामीण क्षेत्रों में 38% शौचालय कवरेज से 100% शौचालय कवरेज तक चला गया, जबकि शहरी क्षेत्रों में 73.32 लाख घरेलू एवं सामुदायिक शौचालयों का निर्माण भी किया गया।
    • स्वच्छ भारत मिशन एक जन आंदोलन बन गया जिसने देश को सुरक्षित तथा उचित स्वच्छता की ओर प्रेरित किया।
  • कायाकल्प एवं परिवर्तन हेतु अटल मिशन (अटल मिशन फॉर रिजुवनेशन एंड ट्रांसफॉर्मेशन/AMRUT): इसका उद्देश्य भारत की 60% शहरी आबादी के लिए सुरक्षित जल तथा सीवरेज व्यवस्था प्रदान करना है।
    • जल आपूर्ति तथा सीवरेज/सेप्टेज की ओर जाने वाले प्रमुख आवंटन के साथ-साथ आधारिक संरचना के निर्माण में एसबीएम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
  • उपलब्धियां: अमृत योजना ने संपूर्ण शहरी भारत में 127 लाख घरेलू नल कनेक्शन तथा 95 लाख सीवर कनेक्शन प्रदान किए हैं।
    • अमृत ​​के तहत सीवरेज परियोजनाओं से  सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की लगभग 6,000 (मिलियंस ऑफ लीटर पर डे) एमएलडी उपचारण क्षमता का विकास होने की संभावना है।
    • लगभग 2,360 एमएलडी क्षमता पहले ही निर्मित की जा चुकी है एवं लगभग 3,650 एमएलडी एसटीपी प्रगति पर है।

 

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