Home   »   UPSC Prelims Bits: October 18, 2022   »   Daily Prelims Bits for UPSC Exam

यूपीएससी प्रीलिम्स बिट्स: 19 अक्टूबर, 2022

Table of Contents

भारत-अफ्रीका रक्षा संवाद (इंडिया-अफ्रीका डिफेंस डायलॉग/IADD)

भारत-अफ्रीका रक्षा वार्ता (आईएडीडी)- चर्चा में क्यों है?

  • भारत-अफ्रीका रक्षा संवाद (IADD) 18 अक्टूबर, 2022 को गांधीनगर, गुजरात में DefExpo 2022 के अवसर पर आयोजित किया गया था।

भारत-अफ्रीका रक्षा संवाद (IADD) 2022

  • गांधीनगर घोषणा: भारत-अफ्रीका रक्षा संवाद का परिणाम (IADD) 2022 गांधीनगर घोषणा थी जिसने भारत-अफ्रीका रक्षा एवं सुरक्षा साझेदारी को बढ़ाने के लिए नए क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार की।
  • भारत-अफ्रीका सुरक्षा फेलोशिप कार्यक्रम: इसे रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह द्वारा गांधीनगर घोषणा के नए प्रस्तावों को ध्यान में रखते हुए प्रारंभ किया गया था।
    • उन्होंने इसका विवरणिका महानिदेशक, मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (एमपी-आईडीएसए) को सौंपकर जारी किया।

भारत-अफ्रीका सुरक्षा अध्येतावृत्ति कार्यक्रम

  • भारत-अफ्रीका सुरक्षा अध्येतावृत्ति कार्यक्रम की मेजबानी आईएडीडी के नॉलेज पार्टनर एमपी-आईडीएसए द्वारा की जाएगी।
  • फेलोशिप अफ्रीकी विद्वानों को भारत में रक्षा एवं सुरक्षा के मुद्दों पर शोध करने का अवसर प्रदान करेगी।
  • अध्येता को 1-3 माह की अवधि के लिए एमपी-आईडीएसए से संबद्ध किया जाएगा। अध्येता को वृत्ति भी प्रदान की जाएगी।

यूपीएससी प्रीलिम्स बिट्स: 19 अक्टूबर, 2022_3.1

डीएआरपीजी परिवाद निवारण सूचकांक में यूआईडीएआई अव्वल

परिवाद निवारण सूचकांक: चर्चा में क्यों है?

  • यूआईडीएआई ने सितंबर 2022 के माह के लिए प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स एंड पब्लिक ग्रीवांसेज/DARPG) द्वारा प्रकाशित रैंकिंग रिपोर्ट में सार्वजनिक शिकायतों के समाधान के लिए सभी ग्रुप ए मंत्रालयों, विभागों तथा स्वायत्त निकायों में एक बार पुनः शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।
  • यह लगातार दूसरा महीना है जब भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (द यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया/यूआईडीएआई) उक्त रैंकिंग में शीर्ष पर है।

शिकायत निवारण सूचकांक में यूआईडीएआई शीर्ष पर क्यों है?

  • भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण सीपीजीआरएएमएस के माध्यम से प्राप्त जन शिकायतों के समाधान में एक शीर्ष प्रदर्शनकर्ता रहा है एवं आधार धारकों के अनुभव को बेहतर बनाने हेतु निरंतर प्रयास कर रहा है।
  • यूआईडीएआई के पास एक मजबूत शिकायत निवारण तंत्र है जिसमें यूआईडीएआई मुख्यालय, इसके क्षेत्रीय कार्यालय, प्रौद्योगिकी केंद्र तथा संबद्धता प्राप्त संपर्क केंद्र भागीदार सम्मिलित हैं।
    • एक सुसंगत प्रणाली यूआईडीएआई को एक सप्ताह के भीतर लगभग 92% सीआरएम शिकायतों को हल करने में सक्षम बना रही है।
  • यूआईडीएआई धीरे-धीरे अत्याधुनिक ओपन-सोर्स सीआरएम समाधान भी प्रारंभ कर रहा है। नए ग्राहक संबंध प्रबंधन (कस्टमर रिलेशन मैनेजमेंट/सीआरएम) समाधान को निवासियों को यूआईडीएआई सेवा वितरण को बढ़ाने के लिए उन्नत सुविधाओं के साथ डिजाइन किया गया है।
    • नवीन सीआरएम समाधान में फोन कॉल, ईमेल, चैटबॉट, वेब पोर्टल, सोशल मीडिया, पत्र  एवं वॉक-इन जैसे बहु-चैनलों का समर्थन करने की क्षमता है, जिसके माध्यम से शिकायतों को दर्ज किया जा सकता है, ट्रैक किया जा सकता है एवं प्रभावी ढंग से हल किया जा सकता है।
  • 12 भाषाओं में फोन तथा आईवीआरएस सेवाओं का अखिल भारतीय प्रस्तुतीकरण पूर्ण हो गया है।
    • यह निवासियों को आईवीआरएस पर अनूठी विशेषताओं के साथ एक पूर्ण रूप से नवीन उपयोगकर्ता अनुभवजैसे आधार नामांकन / अद्यतन स्थिति की जांच, आधार पीवीसी कार्ड की स्थिति की ट्रैकिंग, नामांकन केंद्र स्थान की जानकारी इत्यादि प्रदान करता है।

 

इंडिया अर्बन हाउसिंग कॉन्क्लेव 2022

इंडिया अर्बन हाउसिंग कॉन्क्लेव 2022: चर्चा में क्यों है?

  • हाल ही में, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के राजकोट में ‘इंडियन अर्बन हाउसिंग कॉन्क्लेव-2022’ (IUHC2022) का उद्घाटन किया।

इंडिया अर्बन हाउसिंग कॉन्क्लेव 2022

  • इंडियन अर्बन हाउसिंग कॉन्क्लेव के बारे में: ‘इंडियन अर्बन हाउसिंग कॉन्क्लेव’ समस्त हितधारकों को देश के विभिन्न भू-जलवायु क्षेत्रों के लिए अपनी प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के आवास निर्माण में व्यापक स्तर पर अपनाने तथा मुख्यधारा में लाने हेतु प्रौद्योगिकियों, सामग्रियों एवं प्रक्रियाओं के विभिन्न विकल्पों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
  • संबद्ध मंत्रालय: इंडिया अर्बन हाउसिंग कॉन्क्लेव 2022 19-21 अक्टूबर 2022 तक भारत सरकार के आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (मिनिस्ट्री आफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स/MoHUA) द्वारा आयोजित किया जा रहा एक तीन दिवसीय कार्यक्रम है।
  • महत्व: यह सार्वजनिक/निजी एजेंसियों, अनुसंधान एवं विकास तथा तकनीकी संस्थानों, निर्माण एजेंसियों,  विकासकों (डेवलपर्स), ठेकेदारों, स्टार्ट-अप एवं अन्य हितधारकों द्वारा आगे अपनाने के लिए एक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करेगा।
  • इसके अतिरिक्त, लाभार्थियों (भवन मालिकों) के पास उपयोग के लिए नवीन, तीव्र एवं लागत प्रभावी निर्माण प्रौद्योगिकियों तथा सामग्रियों तक पहुंच होगी।
  • यह ‘अमृत काल’ के दौरान शहरी आवास पर केंद्रित “भविष्य के लिए तैयार शहरी भारत” (फ्यूचर रेडी अर्बन इंडिया) के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए रणनीति, कार्य योजना एवं रोडमैप तैयार करने में भी  सहायता करेगा।

 

राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार- 2022

नेशनल मेटलर्जिस्ट अवार्ड: चर्चा में क्यों है?

  • इस्पात मंत्रालय ने राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार – 2022 के तहत आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2022 कर दी है।
  • पूर्व में आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 11 अक्टूबर 2022 निर्धारित की गई थी।
  • पुरस्कार योजना के तहत आवेदन केवल एनएमए पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन के माध्यम से प्राप्त किया जाएगा।

राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार 2022

  • पृष्ठभूमि: राष्ट्रीय धातुकर्मी दिवस पुरस्कार, 1962 में तत्कालीन इस्पात एवं खान मंत्रालय द्वारा स्थापित किया गया था।
  • राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार के बारे में: राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार संचालन (ऑपरेशन), अनुसंधान, डिजाइन, शिक्षा, अपशिष्ट प्रबंधन एवं ऊर्जा संरक्षण को सम्मिलित करने वाले धातुकर्म क्षेत्र में धातुकर्मी (मेटालर्जिस्ट) के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करने एवं सम्मानित करने हेतु प्रदान किया जाता है।
    • पुरस्कार केवल भारतीय नागरिकों को वार्षिक आधार पर प्रदान किए जाते हैं।
  • उद्देश्य:निर्माण, अनुसंधान, डिजाइन, शिक्षा, अपशिष्ट प्रबंधन, ऊर्जा संरक्षण एवं आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए उनके विशिष्ट योगदान के क्षेत्रों को सम्मिलित करने वाले लौह तथा इस्पात क्षेत्र में कार्य करने वाले धातुकर्मियों के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करना।
  • नामांकन की रीति:पुरस्कार के लिए नामांकन इस्पात मंत्रालय के पोर्टल या गृह मंत्रालय द्वारा विकसित किए जा रहे केंद्रीकृत पोर्टल पर ऑनलाइन आमंत्रित किए जाएंगे।
    • नामांकन कंपनियों/संगठनों के माध्यम से या जनता से स्व-नामांकन के माध्यम से होगा।
  • राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार की तिथि: यह प्रत्येक वर्ष 3 फरवरी को प्रदान किया जाता है।
    • 3 फरवरी 1959 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने स्वतंत्रता के पश्चात राउरकेला में देश का प्रथम वात्या भट्टी (ब्लास्ट फर्नेस) चालू किया था।

 

”एक राष्ट्र, एक उर्वरक योजना”: प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना केंद्रीय मंत्रिपरिषद अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) की 5वीं सभा यूपीएससी प्रीलिम्स बिट्स: 18 अक्टूबर, 2022
कॉलेजियम के कार्यकरण में मुद्दे 5जी अर्थव्यवस्था जीएसएलवी एमके-III: इसरो पहली बार जीएसएलवी के साथ वाणिज्यिक उपग्रह प्रक्षेपित करेगा! संपादकीय विश्लेषण: सभी के लिए भोजन
अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन (इंटरपोल) वैश्विक भूख सूचकांक (ग्लोबल हंगर इंडेक्स) 2022- भारत ‘गंभीर’ श्रेणी में 107 रैंक पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर भारत-नॉर्वे संयुक्त कार्य समूह बिहार एक नज़र में

Sharing is caring!

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *