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5जी अर्थव्यवस्था

5जी अर्थव्यवस्था: परिचय

  • भारत एक डिजिटल क्रांति के शिखर पर है, जो ब्रॉडबैंड एवं इंटरनेट की पहुंच में वृद्धि, डेटा की घातीय वृद्धि, डिजिटलीकरण पर सरकार का ध्यान एवं उद्योगों में प्रौद्योगिकी अपनाने की बढ़ती प्रवृत्ति द्वारा संचालित है।
  • इस क्रांति से विकास के नए मार्ग उत्पन्न होने, औद्योगिक उत्पादकता को प्रोत्साहित करने एवं देश के सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने को बदलने की क्षमता है।

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वास्तव में 5G क्या है?

  • 5G पांचवीं पीढ़ी की मोबाइल तकनीक है – प्रथम बार तीन वर्ष पहले दक्षिण कोरिया में आरंभ की गई थी।
  • यह मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन की अगली पीढ़ी है एवं अत्यधिक तीव्र डेटा डाउनलोड तथा अपलोड गति प्रदान करता है।
  • रेडियो स्पेक्ट्रम के व्यापक उपयोग के माध्यम से यह एक ही समय में और अधिक उपकरणों को मोबाइल इंटरनेट तक पहुंचने की अनुमति प्रदान करेगा।
  •  गति एवं विलंब (स्पीड एंड लेटेंसी) में बड़ा सुधार तब आएगा जब सेवा प्रदाता स्टैंडअलोन 5G नेटवर्क को जारी करेंगे, जहां कोर तथा रेडियो दोनों नेटवर्क 5G तकनीक का उपयोग करते हैं।

 

प्रौद्योगिकी के लिहाज से 5G परिवर्तनकारी बदलाव कैसे लाएगा?

  • 5G तकनीक आम भारतीयों के लिए किफायती, बेहतर शिक्षा एवं कौशल विकास ला सकती है  तथा ग्रामीण एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर सकती है।
  • 4G की तुलना में कम विलंबता एवं डेटा गति लगभग 100 गुना तेज प्रदान करते हुए, प्रौद्योगिकी में विभिन्न प्रकार के उन्नत अनुप्रयोगों जैसे होलोग्राम, मेटावर्स में लोगों के 3डी अवतार एवं टेलीमेडिसिन को सक्षम करने की क्षमता है, जिसमें वीडियो तथा डेटा का लगभग-तात्कालिक प्रसारण रोबोटिक स्केलपेल का उपयोग करके सर्जनों को दूर से संचालित करने की अनुमति प्रदान करेगा।

 

5G के अनुप्रयोग

  • ड्रोन आधारित परिशुद्ध खेती; उच्च सुरक्षा  युक्त राउटर एवं कृत्रिम प्रज्ञान (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/एआई)-आधारित साइबर खतरे का पता लगाने वाले प्लेटफॉर्म; स्वचालित निर्देशित वाहन; स्मार्ट एम्बुलेंस; संवर्धित वास्तविकता / आभासी वास्तविकता / शिक्षा एवं कौशल विकास में मिश्रित वास्तविकता; सीवेज निगरानी प्रणाली; स्मार्ट-कृषि कार्यक्रम एवं स्वास्थ्य निदान सेवाओं में।
  • ई-स्वास्थ्य, कनेक्टेड वाहन, अधिक दीर्घ संवर्धित वास्तविकता एवं इंटरनेट की काल्पनिक दुनिया (मेटावर्स) अनुभव, जीवन रक्षक उपयोग के मामले तथा उन्नत मोबाइल क्लाउड गेमिंग जैसे समाधान सक्षम कर सकते हैं।
  • अरबों इंटरनेट ऑफ थिंग्स उपकरणों को जोड़ने में सहायता प्रदान करेगा, उच्च गति पर गतिशीलता के साथ उच्च गुणवत्ता वाली वीडियो सेवाओं की अनुमति प्रदान करेगा एवं टेलीसर्जरी तथा स्वचालित कारों जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं की डिलीवरी करेगा।
  • आपदाओं की वास्तविक समय की निगरानी में तथा खतरनाक औद्योगिक कार्यों जैसे गहरी खदानों, अपतटीय क्रियाकलापों इत्यादि में मनुष्यों की भूमिका को कम करने में सहायता करेगा।
  • एक ही नेटवर्क के भीतर इन विभिन्न उपयोगों में से प्रत्येक के लिए आवश्यकताओं को पूरा करने की अनुमति प्रदान करेगा।

 

5G भारतीय अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करेगा?

  • माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 5जी सेवाओं का शुभारंभ देश की आर्थिक यात्रा में एक अन्य महत्वपूर्ण मील का पत्थर है तथा इससे व्यापारिक सुगमता एवं जीवन की सुगमता दोनों की सुविधा प्राप्त होगी।
  • यह डिजिटल क्षेत्र में क्रांति लाएगा  एवं कृषि, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, रसद तथा परिवहन, फिनटेक, उद्योग 4.0 को भी बढ़ाएगा एवं आत्मनिर्भर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरण है।
  • सरकार ने कहा कि भारत पर 5G का संचयी आर्थिक प्रभाव 2035 तक 450 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की  संभावना है।
  • अनुसंधान एजेंसी OMDIA का अनुमान है कि 369 मिलियन 5G सब्सक्रिप्शन के साथ – वर्तमान में कुल वैश्विक 5G सब्सक्रिप्शन के आधे से अधिक – भारत 2026 तक विश्व रैंकिंग में चीन एवं अमेरिका के ठीक पीछे होगा।
  • भारत 147 मिलियन ग्राहकों के साथ जापान को तीसरे स्थान से बाहर कर देगा।
  • 5G एक पीढ़ीगत छलांग है जो जीडीपी में दूरसंचार क्षेत्र के योगदान को वर्तमान 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 8-9 प्रतिशत करने में सहायता कर सकती है।

 

आगे क्या?

  • 5G अगले कुछ वर्षों में उत्तरोत्तर संपूर्ण देश को आच्छादित कर लेगा।
  • भारत पर 5G का संचयी आर्थिक प्रभाव 2035 तक 450 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
  • पांचवीं पीढ़ी या 5जी सेवा से नए आर्थिक अवसर एवं सामाजिक लाभ प्राप्त होने की संभावना है।

 

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