2021 में महासागरीय तापन: प्रासंगिकता
- जीएस 3: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण, पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन।
2021 में महासागरीय तापन: प्रसंग
- एडवांस इन एटमॉस्फेरिक साइंसेज पत्रिका (जर्नल में हाल ही में प्रकाशित विश्लेषण के अनुसार, विश्व के महासागरों ने 2021 में रिकॉर्ड तापन का अनुभव किया।
2021 में रिकॉर्ड महासागरीय तापन: मुख्य बिंदु
- रिपोर्ट में कहा गया है कि महासागर के ऊपरी 2,000 मीटर ने 1981-2010 के औसत के सापेक्ष 2021 में 235 ज़ेटाजूल्स (जेड जे) ऊष्मा को अवशोषित किया।
- एक वर्ष में संपूर्ण विश्व में मनुष्यों द्वारा उपयोग की जाने वाली ऊर्जा का योग लगभग आधा ज़ेटाजूल्स है (एक ज़ेटाजूल 10^21 जूल के बराबर है)।
- 1986-2021 में तापन की दर 1958-85 की तुलना में अधिकतम आठ गुना वृद्धि दर्शाती है।
2021 में महासागरीय तापन: महासागर कैसे गर्म होते हैं?
- महासागर सूर्य के प्रकाश, जल वाष्प एवं अन्य हरित गृह गैसों से बड़ी मात्रा में ऊष्मा को अवशोषित करके पृथ्वी की जलवायु को स्थिर करते हैं।
- महासागरों द्वारा अवशोषित ऊष्मा हिम की चट्टानों के पिघलने, जल के वशीकरण अथवा वातावरण को सीधे गर्म करने के माध्यम से वायुमंडल में वापस आ जाती है।
- यदि महासागर जितनी ऊष्मा को मुक्त करता है उससे अधिक अवशोषित करता है, तो इसकी ऊष्मा की मात्रा बढ़ जाती है।
- महासागर मानव द्वारा कार्बन उत्सर्जन यथा कार्बन डाइऑक्साइड एवं अन्य हरित गृह गैसों से अधिकांश ताप को अवशोषित कर रहे हैं, जिसके कारण ऊर्जा असंतुलन है।
- विशेषज्ञों ने कहा है कि जब तक हम निवल-शून्य कार्बन उत्सर्जन तक नहीं पहुंच जाते, तब तक महासागरों का तापन जारी रहेगा।
2021 में रिकॉर्ड महासागरीय तापन: अल नीनो एवं ला नीना का प्रभाव
- अल नीनो के दौरान, महासागर कुछ मात्रा में ऊष्मा को मुक्त करते हैं, जिससे लघु वैश्विक तापन (मिनी ग्लोबल वार्मिंग) में योगदान होता है।अतः, सतह के तापमान के मामले में सर्वाधिक गर्म वर्ष अल नीनो वर्ष हैं।
- ला नीना के दौरान, महासागर ऊष्मा ग्रहण करते हैं एवं इसे सतह से दूर गहराई में दबा देते हैं।
- विशेषज्ञों का मत है कि ऊर्जा की यह मात्रा वातावरण के लिए अत्यधिक विशाल है, किंतु महासागरों के गर्म होने पर संचयी प्रभाव बहुत कम है।
2021 में रिकॉर्ड महासागरीय तापन: तटीय समुदायों पर प्रभाव
- गलनशील हिम समुद्र का जलस्तर में वृद्धि को तीव्र कर देती है। इसके अतिरिक्त, जैसे-जैसे महासागर गर्म होते हैं, जल का प्रसार होता है (जल का तापीय प्रसार)। इससे जल के आयतन में वृद्धि होती है।
- गर्म महासागर भी मौसम प्रणालियों को अधिभरित (सुपर चार्ज) करते हैं, जिससे अधिक शक्तिशाली आंधियां एवं तूफान उत्पन्न होते हैं, साथ ही वर्षा एवं बाढ़ के जोखिम को बढ़ाते हैं।
- विशेषज्ञों ने सिफारिश की कि समुद्र के स्तर में वृद्धि से निपटने के लिए तटीय समुदायों को इंजीनियरिंग डिजाइन, भवन संहिता (बिल्डिंग कोड) एवं तटीय विकास योजनाओं को संशोधित करने की आवश्यकता है, क्योंकि वे सर्वप्रथम समुद्र के स्तर में परिवर्तन का खामियाजा भुगत रहे हैं।
2021 में रिकॉर्ड महासागरीय तापन: समुद्री जीवन पर प्रभाव
- महासागरों के गर्म होने से महासागरों का स्तरीकरण या पृथक्करण बढ़ सकता है, जिससे समुद्र की परतों का मिश्रण कम हो सकता है।
- इसका तात्पर्य है कि ऊष्मा, ऑक्सीजन एवं कार्बन डाइऑक्साइड को सतह से समुद्र की गहराई तक वाहित नहीं होते हैं। यह अप्रकाशी क्षेत्रों (अफोटिक जोन) एवं नितलस्थ क्षेत्र (बेंथिक जोन) में समुद्री जीवन को प्रभावित करता है।