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ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022- प्रमुख निष्कर्ष

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022: 14 वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन हाल ही में आभासी रूप से चीनी राष्ट्रपति की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था। ब्रिक्स भारत के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण समूह है। ब्रिक्स समूह यूपीएससी मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन के पेपर 2 (अंतर्राष्ट्रीय संबंध- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय  एवं वैश्विक समूह  तथा भारत से जुड़े  एवं/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते) के अंतर्गत आएगा।

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022- प्रमुख निष्कर्ष_3.1

समाचारों में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022

  • हाल ही में, प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 14वेंब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022 में भारत की भागीदारी का नेतृत्व किया।

 

14वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022

  • ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बारे में: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022 चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अध्यक्षता में 23-24 जून 2022 को आभासी प्रारूप में आयोजित किया गया था।
  • भागीदारी: भारतीय प्रधान मंत्री के साथ, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एवं दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने भी ब्रिक्स 2022 शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
    • अतिथि देश: अल्जीरिया, अर्जेंटीना, कंबोडिया, मिस्र, इथियोपिया, फिजी, इंडोनेशिया, ईरान, कजाकिस्तान, मलेशिया, सेनेगल, थाईलैंड  एवं उज्बेकिस्तान ने भी ब्रिक्स 2022 शिखर सम्मेलन में अतिथि देशों के रूप में भाग लिया।
  • ब्रिक्स 2022 की विषय वस्तु: XIV ब्रिक्स शिखर सम्मेलन “उच्च गुणवत्ता वाले ब्रिक्स साझेदारी को बढ़ावा, वैश्विक विकास के लिए एक नए युग में प्रवेश” (फोस्टर हाई क्वालिटी ब्रिक्स पार्टनरशिप अशर इन ए न्यू एरा ऑफ ग्लोबल डेवलपमेंट) विषय वस्तु के तहत आयोजित किया गया था।

 

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022 निष्कर्ष-  बीजिंग घोषणा पत्र 

  • रूस-यूक्रेन संकट पर: ब्रिक्स बीजिंग घोषणापत्र ने शांतिपूर्ण राजनयिक तंत्र के माध्यम से रूस-यूक्रेन संघर्ष के समाधान का समर्थन किया।
    • इस संदर्भ में, ब्रिक्स ने यूक्रेन को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र  एवं रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) के प्रयासों का समर्थन करने की इच्छा व्यक्त की।
  • अफगानिस्तान मुद्दे पर: ब्रिक्स देशों ने तालिबान के नेतृत्व वाले अफगानिस्तान में बिगड़ती स्थिति के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की।
  • आतंकवाद पर: ब्रिक्स देशों ने किसी भी प्रकार के आतंकवाद की निंदा की एवं दोहराया कि किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार मात्र संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पास है।

 

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022 में भारत 

  • भारत ने ब्रिक्स की पहचान को सुदृढ़ करने और ब्रिक्स दस्तावेजों, ब्रिक्स रेलवे अनुसंधान नेटवर्क  तथा एमएसएमई के मध्य सहयोग को मजबूत करने के लिए एक ऑनलाइन डेटाबेस की प्रस्तावित स्थापना का आह्वान किया।
    • भारत इस  वर्ष ब्रिक्स देशों में स्टार्टअप्स के  मध्य संबंधों को सुदृढ़ करने हेतु ब्रिक्स स्टार्टअप कार्यक्रम आयोजित करेगा।
  • प्रधानमंत्री ने प्रकाश डाला-
    • अफ्रीका, मध्य एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया तथा प्रशांत से  लेकर कैरिबियन के साथ भारत की  विकासात्मक साझेदारी;
    • एक मुक्त, खुले, समावेशी  तथा नियम-आधारित सामुद्रिक स्थल पर भारत का ध्यान;
    • हिंद महासागर क्षेत्र से लेकर प्रशांत महासागर तक सभी देशों की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान; तथा
    • बहुपक्षीय तंत्र सुधार क्योंकि एशिया एवं संपूर्ण अफ्रीका तथा लैटिन अमेरिका के बड़े हिस्से की वैश्विक निर्णय निर्माण में किसी प्रकार की अभिव्यक्ति नहीं है।
  • भारत ने  चक्रीय अर्थव्यवस्था (सर्कुलर इकोनॉमी) के महत्व को इंगित किया तथा भाग लेने वाले देशों के नागरिकों को लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट (लाइफ) अभियान में सम्मिलित होने हेतु आमंत्रित किया।

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2022- प्रमुख निष्कर्ष_4.1

ब्रिक्स  समूह 

  • ब्रिक्स समूह के बारे में: ब्रिक्स विश्व की प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं, जैसे ब्राजील, रूस, भारत, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका के समूह के लिए एक संक्षिप्त शब्द है।
  • पृष्ठभूमि: 2001 में, गोल्डमैन सैक्स के जिम ओ’नील ने “बिल्डिंग बेटर ग्लोबल इकोनॉमिक ब्रिक्स” नामक एक शोध पत्र लिखा था, जिसमें बताया गया था कि विश्व में भविष्य की जीडीपी वृद्धि चीन, भारत, रूस  एवं ब्राजील से आएगी।
    • यद्यपि शोध पत्र ने किसी औपचारिक समूह की संस्तुति नहीं की, किंतु यह कहा गया कि ब्रिक अर्थव्यवस्थाएं संयुक्त रूप से 2039 से पूर्व पश्चिमी देशों के प्रभुत्व वाली विश्व व्यवस्था को पीछे छोड़ देंगी।
  • ब्रिक्स का गठन: 2006 में, ब्रिक्स देशों के नेताओं ने सेंट पीटर्सबर्ग, रूस में जी-8 (जिसे अब जी-7 कहा जाता है) शिखर सम्मेलन से इतर भेंटवार्ता की एवं उस वर्ष ब्रिक को औपचारिक रूप प्रदान किया गया।
    • कुछ ही समय पश्चात, सितंबर 2006 में, ब्रिक विदेश मंत्रियों की प्रथम बैठक के दौरान समूह को ब्रिक के रूप में औपचारिक रूप प्रदान किया गया, जो न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र महासभा की आम बहस के दौरान हुई थी।
    • पहला औपचारिक शिखर सम्मेलन: 2009 में रूसी संघ में आयोजित हुआ  एवं वैश्विक वित्तीय वास्तुकला में सुधार जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
    • दिसंबर 2010 में दक्षिण अफ्रीका को BRIC में  सम्मिलित होने हेतु आमंत्रित किया गया था, जिसके बाद समूह ने BRICS का संक्षिप्त नाम अपनाया।
    • बाद में दक्षिण अफ्रीका ने 2011 में सान्या, चीन में तीसरे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
  • ब्रिक्स का मुख्यालय: BRICS का कोई मुख्यालय नहीं है, बल्कि BRICS के सभी देशों के अपने-अपने देश में BRICS को समर्पित कार्यालय हैं।
  • ब्रिक्स की संरचना: ब्रिक्स संगठन के रूप में उपस्थित नहीं है, किंतु यह पांच देशों के सर्वोच्च नेताओं के मध्य एक वार्षिक शिखर सम्मेलन है।
  • ब्रिक्स की अध्यक्षता: फोरम की अध्यक्षता को संक्षिप्त रूप से बी-आर-आई-सी-एस के अनुसार सदस्यों के  मध्य  वार्षिक रूप से क्रमावर्तित किया जाता है।
    • भारत के पास जनवरी 2021 से ब्रिक्स की अध्यक्षता थी।
    • वर्तमान में, चीन के पास ब्रिक्स की अध्यक्षता है।
  • ब्रिक्स का महत्व: ब्रिक्स सदस्य देश सम्मिलित रूप से प्रतिनिधित्व करते हैं-
    • वैश्विक जनसंख्या का 41%
    • वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 24% एवं
    • वैश्विक व्यापार का 16%

 

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