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भारत में एमएसएमई यूपीएससी: प्रासंगिकता
- जीएस 3: भारतीय अर्थव्यवस्था एवं आयोजना, संसाधनों का अभिनियोजन, वृद्धि, विकास एवं रोजगार से संबंधित मुद्दे।
भारतीय अर्थव्यवस्था में एमएसएमई: प्रसंग
- हाल ही में, प्रधानमंत्री ने ‘उद्यमी भारत’ कार्यक्रम में भाग लिया एवं नई दिल्ली में विज्ञान भवन में अनिल महत्वपूर्ण पहलों का शुभारंभ किया।
उद्यमी भारत कार्यक्रम: प्रमुख बिंदु
- योजनाओं में सम्मिलित हैं: ‘एमएसएमई प्रदर्शन को बढ़ाना तथा त्वरित करना’ (रेजिंग एंड एक्सेलरेटिंग एमएसएमई प्रोग्राम/आरएएमपी) योजना, ‘प्रथम बार एमएसएमई निर्यातकों की क्षमता निर्माण’ ( /कैपेसिटी बिल्डिंग ऑफ फर्स्ट टाइम एमएसएमई एक्सपोर्टर्स/सीबीएफटीई) योजना एवं एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ाने के लिए ‘प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’ (प्राइम मिनिस्टर एम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम/पीएमईजीपी) की नई विशेषताएं।
- प्रधानमंत्री ने 2022-23 के लिए पीएमईजीपी के लाभार्थियों को डिजिटल रूप से सहायता भी हस्तांतरित की; एमएसएमई आइडिया हैकथॉन, 2022 के परिणाम घोषित किए; राष्ट्रीय एमएसएमई पुरस्कार, 2022 वितरित किए; एवं आत्मनिर्भर भारत (एसआरआई) कोष में 75 एमएसएमई को डिजिटल इक्विटी सर्टिफिकेट जारी किया।
उद्यमी भारत क्या है?
- ‘उद्यमी भारत’ एमएसएमई के सशक्तिकरण की दिशा में कार्य करने हेतु सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- सरकार ने MSME क्षेत्र को आवश्यक एवं समय पर सहायता प्रदान करने हेतु मुद्रा (MUDRA) योजना, आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम/ECLGS), पारंपरिक उद्योगों के उत्थान के लिए फंड की योजना (स्कीम ऑफ फंड फॉर रीजेनरेशन ऑफ ट्रेडिशनल इंडस्ट्रीज/SFURTI) इत्यादि जैसी अनेक पहलें प्रारंभ की हैं, जिसने देश भर में करोड़ों लोगों को लाभ पहुंचाया है।
RAISE योजना
- लगभग 6000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ ‘Raising and Accelerating MSME Performance’ (रेसिंग एंड एक्सीलरेटिंग एमएसएमई प्रोग्राम/ रैंप RAMP) योजना प्रारंभ की गई है।
- इसका उद्देश्य वर्तमान एमएसएमई योजनाओं के प्रभाव में वृद्धि के साथ राज्यों में एमएसएमई की कार्यान्वयन क्षमता तथा आच्छादन को बढ़ाना है।
- यह एमएसएमई को प्रतिस्पर्धी एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए नवाचार को बढ़ावा देने, विचार को प्रोत्साहित करने, बाजार पहुंच बढ़ाने, तकनीकी उपकरणों एवं उद्योग 4.0 को परिनियोजित करके आत्मनिर्भर भारत अभियान का पूरक होगा।
प्रथम बार के एमएसएमई निर्यातकों का क्षमता निर्माण‘ (सीबीएफटीई)
- ‘प्रथम बार के एमएसएमई निर्यातकों का क्षमता निर्माण’ (कैपेसिटी बिल्डिंग ऑफ फर्स्ट टाइम एमएसएमई एक्सपोर्टर/सीबीएफटीई) योजना का उद्देश्य एमएसएमई को वैश्विक बाजार के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के उत्पादों एवं सेवाओं की पेशकश करने हेतु प्रोत्साहित करना है।
- इससे वैश्विक मूल्य श्रृंखला में भारतीय एमएसएमई की भागीदारी में वृद्धि होगी तथा उन्हें अपने निर्यात क्षमता को प्राप्त करने में सहायता प्राप्त होगी।
‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम‘
- ‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’ (प्राइम मिनिस्टर्स एंप्लॉयमेंट जेनरेशन प्रोग्राम/पीएमईजीपी) की नवीन विशेषताओं में विनिर्माण क्षेत्र के लिए अधिकतम परियोजना लागत में 50 लाख रुपये (25 लाख रुपये से) एवं सेवा क्षेत्र में 20 लाख रुपये (10 लाख रुपये से) की वृद्धि सम्मिलित है।
- इसने उच्चतर सहायिकी (सब्सिडी) प्राप्त करने के लिए विशेष श्रेणी के आवेदकों में आकांक्षी जिलों एवं ट्रांसजेंडरों के आवेदकों को समावेशित करना भी प्रारंभ कर दिया।
- साथ ही, आवेदकों/उद्यमियों को बैंकिंग, तकनीकी एवं विपणन विशेषज्ञों की नियुक्ति के माध्यम से सहायता प्रदान की जा रही है।
एमएसएमई आइडिया हैकथॉन 2022
- एमएसएमई आइडिया हैकथॉन, 2022 का उद्देश्य वैयक्तिक अप्रयुक्त रचनात्मकता को प्रोत्साहन देना तथा समर्थन करना, एमएसएमई के मध्य नवीनतम तकनीकों एवं नवाचार को अपनाने को बढ़ावा देना था।
- चयनित इनक्यूबेटी विचारों को प्रति स्वीकृत विचार के अनुसार 15 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
राष्ट्रीय एमएसएमई पुरस्कार 2022
- राष्ट्रीय एमएसएमई पुरस्कार 2022 भारत के गतिशील एमएसएमई क्षेत्र की वृद्धि एवं विकास में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए एमएसएमई, राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों, आकांक्षी जिलों तथा बैंकों के योगदान को मान्यता है।




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