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स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक- यूपीएससी ब्लॉग के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन और चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।

स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक- संदर्भ
- हाल ही में, उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT) 10 से -16 जनवरी 2022 तक प्रथम बार स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक का आयोजन कर रहा है।
- दिलचस्प बात यह है कि स्टार्ट-अप के विश्व में, 2021 को ‘यूनिकॉर्न्स के वर्ष’ के रूप में मान्यता प्रदान की गई है, जिसमें वर्ष में 40+ यूनिकॉर्न जोड़े गए हैं।
- यह भी निर्णय लिया गया कि देश के सुदूरवर्ती (दूर-दराज के) क्षेत्रों में स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहित करने हेतु प्रत्येक वर्ष 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक- प्रमुख बिंदु
- स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक के बारे में: स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक भारत की आजादी के 75 वें वर्ष ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के उपलक्ष्य में मनाया जा रहा है। इसे आभासी (वर्चुअल) मोड में मनाया जा रहा है।
- मुख्य उद्देश्य: स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक को संपूर्ण भारत में उद्यमिता के प्रसार एवं गहराई को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- मूल मंत्रालय: उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रथम स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक आयोजित किया जा रहा है।
- प्रमुख उद्देश्य: स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक निम्नलिखित लक्ष्य रखता है-
- उद्यमशीलता का उत्सव मनाने एवं नवाचार को प्रोत्साहन देने के लिए देश के प्रमुख स्टार्ट-अप, उद्यमियों, निवेशकों, इन्क्यूबेटरों, वित्तीयन संस्थाओं, बैंकों, नीति निर्माताओं एवं अन्य राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों को एक साथ लाना।
- स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के पोषण पर ज्ञान का आदान-प्रदान करना;
- उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र क्षमताओं का विकास करना;
- स्टार्टअप निवेश के लिए वैश्विक एवं घरेलू पूंजी जुटाना;
- नवप्रवर्तन एवं उद्यमिता के लिए युवाओं को प्रोत्साहित एवं प्रेरित करना;
- स्टार्टअप्स को बाजार पहुंच के अवसर प्रदान करना; तथा
- भारत से उच्च-गुणवत्ता, उच्च-प्रौद्योगिकी एवं मितव्ययी नवाचारों का प्रदर्शन करना।
स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक: भारत में स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र एवं महत्व
- भारत में नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र: भारत विश्व के तीसरे सर्वाधिक प्रयोग स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र का दावा करते हुए एक वैश्विक नवाचार केंद्र के रूप में उभर रहा है।
- क्षमता: स्टार्टअप्स में वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में भारत के एकीकरण में गति लाने एवं वैश्विक प्रभाव उत्पन्न करने की क्षमता है।
- भारत में स्टार्ट-अप्स: डीपीआईआईटी ने अब तक 61,000 से अधिक स्टार्टअप्स को मान्यता प्रदान की है।
- भौगोलिक एवं औद्योगिक प्रतिनिधित्व: 55 उद्योगों का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय स्टार्टअप, देश के प्रत्येक राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश से कम से कम एक स्टार्टअप के साथ 633 जिलों में विस्तृत हैं।
- 45% स्टार्टअप्स टियर-2 एवं टियर-3 शहरों से हैं।
- रोजगार सृजित करना: भारतीय स्टार्ट-अप्स ने भी वर्ष 2016 से 6 लाख से अधिक नौकरियों का सृजन किया है।
- महिलाओं की भागीदारी: लगभग 45% भारतीय स्टार्ट-अप्स का प्रतिनिधित्व महिला उद्यमियों द्वारा किया जाता है।
स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक: राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस
- राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस के बारे में: स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक में, प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
- 16 जनवरी, 2016 को भारत के प्रधान मंत्री द्वारा स्टार्ट-अप इंडिया मिशन का आरंभ किया गया।
- उद्देश्य: राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस के वार्षिक उत्सव का उद्देश्य स्टार्टअप संस्कृति को देश के सुदूरवर्ती के क्षेत्रों में ले जाना है।



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