Table of Contents
राष्ट्रीय मतदाता दिवस- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस- प्रसंग
- हाल ही में, भारत के निर्वाचन आयोग (ईसीआई) द्वारा 25 जनवरी 2022 को 12वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस (एनवीडी) मनाया गया।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस- प्रमुख बिंदु
- पृष्ठभूमि: अधिक संख्या में युवा मतदाताओं को निर्वाचन की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु 25 जनवरी, 2011 को पहली बार राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया था।
- निर्वाचन आयोग ने संपूर्ण भारत के सभी मतदान केंद्रों में प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले सभी पात्र मतदाताओं के अभिनिर्धारण हेतु एक राष्ट्रव्यापी प्रयास प्रारंभ करने का निर्णय लिया।
- ऐसे मतदाताओं का नामांकन किया जाएगा एवं उन्हें प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को चुनावी फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) प्रदान किया जाएगा।
- राष्ट्रीय मतदाता दिवस के बारे में: देश के मतदाताओं को निर्वाचन की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है।
- राष्ट्रीय मतदाता दिवस भारत के निर्वाचन आयोग (25 जनवरी 1950) की स्थापना दिवस को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है।
- उद्देश्य: राष्ट्रीय मतदाता दिवस (एनवीडी) उत्सव का प्रमुख उद्देश्य विशेष रूप से नए मतदाताओं के लिए नामांकन को प्रोत्साहित करना, सुविधा प्रदान करना तथा अधिकतम नामांकन करना है।
- देश के मतदाताओं को समर्पित, इस दिन का उपयोग मतदाताओं के मध्य जागरूकता का प्रसार करने एवं निर्वाचन की प्रक्रिया में संसूचित भागीदारी को प्रोत्साहित करने हेतु किया जाता है।
- विषय वस्तु/थीम: राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2022 की थीम ‘चुनावों को समावेशी, सुगम एवं सहभागी बनाना’ (मेकिंग इलेक्शंस इंक्लूसिव, एक्सेसिबल एंड पार्टिसिपेटिव) है।
- प्रमुख कार्यक्रम:
- वर्ष 2021-22 के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्वाचन प्रथाओं के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार राज्य एवं जिला स्तर के अधिकारियों को विभिन्न क्षेत्रों में चुनाव के संचालन में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रदान किए जाएंगे।
- राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह के दौरान नए नामांकित मतदाताओं को ईपीआईसी सौंपा जाएगा।
- पुस्तक का विमोचन: राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2022 में निम्नलिखित पुस्तकों का विमोचन हुआ-
- भारत के निर्वाचन आयोग के एक प्रकाशन ‘लीप ऑफ फेथ: जर्नी ऑफ इंडियन इलेक्शंस‘ का विमोचन किया जाएगा।
- पुस्तक भारत के चुनावी इतिहास एवं भारत में प्रतिनिधिक एवं चुनावी सिद्धांतों के विकास का वर्णन करती है क्योंकि यह उन्नीसवीं से इक्कीसवीं शताब्दी तक विकसित हुई थी।
- एक अन्य प्रकाशन ‘वोट का संकल्प – भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस की एक दशकीय यात्रा‘ (प्लीडिंग टू वोट- डेकेडल जर्नी ऑफ द नेशनल वोटर्स डे इन इंडिया) भी विमोचित की जाएगी।
- पुस्तक हीरक जयंती समारोह (डायमंड जुबली सेलिब्रेशन) के बाद से भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह की यात्रा प्रस्तुत करती है।
- भारत के निर्वाचन आयोग के एक प्रकाशन ‘लीप ऑफ फेथ: जर्नी ऑफ इंडियन इलेक्शंस‘ का विमोचन किया जाएगा।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस- महत्व
- लोकतंत्र के केंद्रीय स्तंभ को मजबूत करना: राष्ट्रीय मतदाता दिवस भारत की आबादी को मतदान करने के लिए प्रोत्साहित करता है एवं इस तरह मतदाताओं के नामांकन को अधिकतम करता है। इसलिए, इस दिन का अत्यधिक महत्व है क्योंकि मतदान किसी भी कार्यशील लोकतंत्र के केंद्रीय स्तंभ के रूप में कार्य करता है।
- सुशासन को बढ़ावा देना: राष्ट्रीय, राज्य एवं स्थानीय विधायी निकायों में प्रतिनिधि प्रत्येक पांच वर्ष में एक बार जनता द्वारा निर्वाचित किए जाते हैं। मतदान की शक्ति के बारे में जागरूकता लोगों को उचित व्यक्तियों को शासन में आसीन करने में सहायता करेगी।



TSPSC Group 1 Question Paper 2024, Downl...
TSPSC Group 1 Answer key 2024 Out, Downl...
UPSC Prelims 2024 Question Paper, Downlo...
