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भारत में मंकीपॉक्स

भारत में मंकीपॉक्स: प्रासंगिकता

  • जीएस 2: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास एवं प्रबंधन से संबंधित मुद्दे।

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मंकीपॉक्स केरल: प्रसंग

  • हाल ही में मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि केरल में हुई थी, जब विदेश से आने के पश्चात एक व्यक्ति में इस रोग के लक्षण विकसित हुए थे।

 

मंकीपॉक्स की गंभीरता: प्रमुख बिंदु

  • संक्रमित व्यक्ति तीन दिन पहले संयुक्त अरब अमीरात से लौटा था एवं संयुक्त अरब अमीरात में एक अन्य पुष्ट मामले के संपर्क में आया था।
  • पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में व्यक्ति के नमूनों का परीक्षण किया गया, जिसमें मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई।

 

मंकीपॉक्स क्या है?

  • मंकीपॉक्स एक विषाणु जनित पशुजन्य (वायरल जूनोटिक) रोग है जिसमें चेचक के समान लक्षण, यद्यपि कम नैदानिक ​​​​गंभीरता के साथ प्रकट होते हैं।
  • अनुसंधान के लिए रखी गई बंदरों की बस्तियों में चेचक सदृश रोगों के दो प्रकोपों ​​​​के पश्चात प्रथम बार संक्रमण की खोज 1958 में हुई थी, इस प्रकार इसका नाम ‘मंकीपॉक्स’ पड़ा।

 

मंकीपॉक्स के लक्षण

  • यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, मंकीपॉक्स रोग का प्रारंभ बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द तथा थकावट से होता है।
  • संक्रमण से लसीका पर्वों (लिम्फ नोड्स) में सूजन (लिम्फैडेनोपैथी) भी हो सकती है, जो चेचक में नहीं होती है।
  • डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स को चेचक, खसरा, त्वचा के जीवाणु संक्रमण, खाज( स्केबीज), उपदंश (सिफलिस) एवं दवा से संबंधित एलर्जी के साथ भ्रमित न होने की सलाह दी थी
  • मंकीपॉक्स आमतौर पर दो से चार सप्ताह तक चलने वाले लक्षणों के साथ एक स्व-सीमित रोग है।
  • संक्रमण की अवधि फुन्सी से 1-2 दिन पहले होती है जब तक कि सभी पपड़ी (स्कैब) गिर न जाए / कम न हो जाए।

 

मंकीपॉक्स का प्रभाव

  • बुखार के दो दिनों के भीतर त्वचा पर उभार (दाने) दिखाई देने लगते हैं।
  • दाने चेहरे पर अधिक केंद्रित होते हैं जैसा कि 95 प्रतिशत मामलों में स्पष्ट होता है।
  • 75 प्रतिशत मामलों में यह हथेली एवं पैरों के तलवों में पाया जाता है।
  • यह 70 प्रतिशत मामलों में मुख के श्लेष्मा झिल्ली को प्रभावित करता है।
  • कंजंक्टिवा, आंख का कॉर्निया जननांग क्षेत्र भी प्रभावित हो सकते हैं।
  • मरीजों को आंखों में दर्द या धुंधली दृष्टि, सांस की तकलीफ तथा मूत्र उत्पादन में कमी के लक्षण होने पर एकांत में रहना एवं सतर्क रहना चाहिए।

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मंकीपॉक्स का उपचार 

  • अभी तक मंकीपॉक्स का कोई प्रमाणित उपचार उपलब्ध नहीं है।
  • डब्ल्यूएचओ लक्षणों के आधार पर सहायक उपचार की सिफारिश करता है एवं संक्रमित व्यक्तियों को शीघ्र अलग-थलग करने की सलाह दी जाती है।
  • चिकित्सकों के अनुसार, मंकीपॉक्स एक बहुत अच्छी तरह से समझी जाने वाली स्थिति है जिसे उपलब्ध नैदानिक ​​​​उपचारों के साथ कुशलता से प्रबंधित किया जा सकता है

 

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