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ओमिक्रोन वैरिएंट: प्रासंगिकता
- जीएस 3: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- दैनिक जीवन में विकास एवं उनके अनुप्रयोग तथा प्रभाव।
ओमिक्रोन वैरिएंट: प्रसंग
- हाल ही में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि ओमिक्रोन, एक अत्यधिक उत्परिवर्तित कोरोना वायरस वैरिएंट/संस्करण, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित होने की संभावना है एवं संक्रमण बढ़ने का अत्यधिक जोखिम है जिसके कुछ स्थानों पर “गंभीर परिणाम“ हो सकते हैं।
ओमिक्रोन वैरिएंट क्या है?
- सार्स – कोव-2 का एक नवीन वैरिएंट, जो वर्तमान में बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका एवं हांगकांग में संचलन में है, को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ‘वैरीअंट ऑफ कंसर्न‘ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसे ओमिक्रोन नाम दिया गया है।
ओमिक्रोन वैरिएंट के बारे में
- प्रारंभिक धारणा यह है कि यह वैरिएंट संभवतः अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्राम्य है।
- संपूर्ण विश्व में प्रसारित अन्य प्रचलित संस्करणों की तुलना में ओमिक्रोन वैरिएंट में बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन होते हैं।
- इसमें स्पाइक प्रोटीन में 32 उत्परिवर्तन सम्मिलित हैं। इनमें से अनेक उत्परिवर्तन स्पाइक प्रोटीन के ग्राही आबद्धकर क्षेत्र (रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन) में होते हैं एवं इस प्रकार पिछले संक्रमण या टीकों के कारण उत्पन्न एंटीबॉडी द्वारा अभिनिर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
- स्पाइक प्रोटीन कोशिका में प्रवेश के लिए मानव ग्राही प्रोटीन के लिए बंधन हेतु आवश्यक प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- इस संस्करण (वेरिएंट) की सूचना दक्षिण अफ्रीका में की गई थी एवं इस क्षेत्र के अन्य देशों के अतिरिक्त दक्षिण अफ्रीका के यात्रियों के मध्य इसकी पहचान की गई है।
ओमिक्रोन वैरिएंट के लक्षण
- दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान (एनआईसीडी) ने कहा है कि वर्तमान में, बी.1.1.529 अथवा ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण के पश्चात “कोई असामान्य लक्षण“ सूचित नहीं किया गया है।
क्या वैरिएंट वैक्सीन पारवेधन संक्रमण में परिणत होता है?
- ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित के रूप में पहचाने गए कुछ व्यक्तियों को कोविड-19 के प्रति टीका लगाया गया है एवं इसलिए वैरिएंट वास्तव में वैक्सीन पारवेधन संक्रमण का कारण बन सकता है।
- हालांकि, यह चिंता का विषय नहीं होना चाहिए, क्योंकि डेल्टा सहित अन्य संस्करणों को पारवेधन संक्रमण प्रदर्शित किया है।
- फिर भी, क्या डेल्टा की तुलना में वेरिएंट अधिक पारवेधन संक्रमण का कारण बनता है, यह वर्तमान में ज्ञात नहीं है।
ओमिक्रोन वैरिएंट वाले देश
- अब तक, नौ देशों ने ओमिक्रोन की उपस्थिति की पुष्टि की है। इसमें दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, इंग्लैंड, हांगकांग, ऑस्ट्रेलिया, इटली, इजराइल, चेक गणराज्य एवं बेल्जियम शामिल हैं।
भारत में ओमिक्रोन वैरिएंट
- स्वतंत्र अनुसंधान कार्यक्रमों के अतिरिक्त, भारत में जीनोमिक अवेक्षण (इंसाकॉग) के साथ-साथ केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली एवं कर्नाटक में केंद्रित अवेक्षण कार्यक्रमों पर एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है।
- इंसाकॉग के नवीनतम बुलेटिन में, भारत में अनुक्रमित नमूनों में से किसी में भी आज तक ओमिक्रोन वैरिएंट नहीं है।
हम ओमिक्रोन वैरिएंट के लिए किस प्रकार तैयारी कर सकते हैं?
- संसूचन एवं ट्रैकिंग हेतु: उन्नत अवेक्षण एवं जीनोम अनुक्रमण प्रयास आवश्यक हैं।
- बेहतर समझ हेतु: वायरस के जीनोम अनुक्रमों को तेजी से साझा करने से वैरिएंट की बेहतर समझ विकसित करने में सहायता मिलेगी।
- नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु: उपरोक्त के अतिरिक्त, वर्तमान सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं सामाजिक उपायों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।
- नए वैरिएंट का प्रतिरोध करना: नए वैरिएंट का प्रतिरोध करने हेतु परीक्षण, चिकित्सा विज्ञान एवं सहयोग तक अधिगम के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में टीकाकरण आच्छादन को बढ़ाना आवश्यक होगा।
- ओमिक्रोन वैरिएंट को नियंत्रित करने एवं भविष्य में किसी भी प्रकार के उद्भव को मंद करने हेतु टीकों तक न्यायसंगत पहुंच महत्वपूर्ण होगी।




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