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केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) – यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) – संदर्भ
- हाल ही में, सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज (सीसीआरएएस) ने अपने आधिकारिक उद्देश्यों के लिए ई-कार्यालय का उपयोग आरंभ किया है।
- सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज (सीसीआरएएस) ने पेपरलेस संगठन बनने की अपनी खोज में ई-ऑफिस अनुप्रयोग (एप्लिकेशन) का विमोचन किया है।
केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस)- प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) के बारे में: सीसीआरएएस आयुर्वेद एवं सोवा-रिग्पा चिकित्सा पद्धति में वैज्ञानिक आधार पर अनुसंधान के निरूपण, समन्वय, विकास एवं संवर्धन के लिए भारत में एक शीर्ष निकाय है।
- मूल मंत्रालय: केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) आयुष मंत्रालय का एक स्वायत्त निकाय है।
- सीसीआरएएस आयुष मंत्रालय (आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध तथा होम्योपैथी), भारत सरकार के अधीन सबसे बड़ी अनुसंधान परिषद है।
- सीसीआरएएस का मिशन:
- साक्ष्य आधारित आयुर्वेदिक सिद्धांतों एवं प्रथाओं के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के माध्यम से आयुष्मान भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करना।
- आयुर्वेद में अनुसंधान करने, समन्वय करने, सहायता करने एवं प्रोत्साहित करने हेतु सीसीआरएएस को एक गतिशील, जीवंत एवं आदर्श अनुसंधान संगठन के रूप में विकसित करना।
- प्रचलित वैज्ञानिक पद्धतियों का अनुसरण करते हुए आधुनिक वैज्ञानिक ज्ञान, आयुर्वेद के वैज्ञानिक खजाने का पता लगाने हेतु प्रौद्योगिकी का समावेश करना।
- उभरती हुई जीवनशैली से संबंधित रोगों एवं स्वास्थ्य आवश्यकताओं के उपचार एवं रोकथाम के लिए अनुसंधान में वैश्विक नेतृत्व प्राप्त करना।
ई-ऑफिस प्रोग्राम- प्रमुख बिंदु
- ई-ऑफिस प्रोग्राम के बारे में: ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म एक डिजिटल कार्यस्थल साधन/समाधान है जिसमें उत्पादों एवं सुविधाओं का एक समुच्चय सम्मिलित है जो समस्त कार्य प्रवाह (वर्कफ़्लो) को सुव्यवस्थित करके एवं सभी प्रक्रियाओं को पेपरलेस बनाकर कुशल तथा पारदर्शी शासन का समर्थन करता है।
- विकास: ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी), इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा विकसित किया गया था।
- मुख्य उद्देश्य: ई-ऑफिस का उद्देश्य अधिक प्रभावी एवं पारदर्शी अंतर एवं अंतः-सरकारी प्रक्रियाओं का प्रारंभ करके शासन का समर्थन करना है।
- ई-ऑफिस का उद्देश्य समस्त सरकारी कार्यालयों का सरलीकृत, उत्तरदायी, प्रभावी एवं पारदर्शी कार्य संचालन प्राप्त करना है।
- ई-ऑफिस के लाभ:
- पारदर्शिता में वृद्धि – फाइलों को ट्रैक किया जा सकता है एवं उनकी स्थिति प्रत्येक समय सभी को ज्ञात होती है
- जवाबदेही में वृद्धि – गुणवत्ता की जिम्मेदारी एवं निर्णय निर्माण की गति का अनुश्रवण करना सरल है।
- डेटा सुरक्षा एवं डेटा समग्रता का आश्वासन देता है।
- सरकार को पुनः आविष्कार करने एवं पुनः इंजीनियरिंग करने हेतु एक मंच प्रदान करता है।
- अनुत्पादक प्रक्रियाओं से कर्मचारियों की ऊर्जा एवं समय को मुक्त करके नवाचार को बढ़ावा देता है।
- सरकारी कार्य संस्कृति एवं नैतिकता को रूपांतरित करता है।
- कार्यस्थल एवं प्रभावी ज्ञान प्रबंधन में और अधिक सहयोग को प्रोत्साहित करता है।