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एयर डिफेंस-1: एयर डिफेंस के बारे में
- एयर डिफेंस -1, एक बड़े मारक शीर्षलम्ब कोष्ठक (किल एल्टीट्यूड ब्रैकेट) के साथ, एक वायु रक्षा प्रणाली है जो भूमि पर से संचालित होती है तथा इसे नौसेना के प्लेटफार्मों पर भी लगाया जा सकता है।
- यह 1,500 किमी से 3,000 किमी की सीमा में एक हथियारबंद उड़ान भरने वाली वस्तु को लक्षित कर सकता है।
- यह आगमिक (आने वाली) लंबी दूरी की परमाणु मिसाइलों के साथ-साथ धीमी गति से चलने वाले विमानों को रोकने में सक्षम है।
एयर डिफेंस-1: चर्चा में क्यों है?
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ( डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन/DRDO) ने हाल ही में चरण- II बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) इंटरसेप्टर AD-1 मिसाइल का एक वृहद मारक शीर्षलम्ब कोष्ठक (किल एल्टीट्यूड ब्रैकेट) के साथ एक सफल प्रथम उड़ान परीक्षण किया।
- भारत की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हुए ओडिशा के तट पर ए पी जे अब्दुल कलाम द्वीप से उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया।
एयर डिफेंस-1: पृष्ठभूमि
- भारत का बीएमडी कार्यक्रम 1990 के दशक के अंत से कार्य कर रहा है, इसकी प्रथम इंटरसेप्टर मिसाइल का परीक्षण नवंबर 2006 में किया गया था। तब से बीएमडी प्रणाली के एक दर्जन से अधिक परीक्षण किए गए हैं।
- अमेरिका, रूस, इजरायल एवं चीन जैसे कुछ ही देशों में पूर्ण रूप से क्रियान्वित बीएमडी प्रणाली हैं, जिनमें पूर्व-चेतावनी तथा ट्रैकिंग सेंसर, विश्वसनीय कमांड एवं नियंत्रण पोस्ट, उन्नत इंटरसेप्टर मिसाइलों की भूमि तथा समुद्र-आधारित तोपखाना इकाई के अतिव्यापी नेटवर्क हैं।
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एयर डिफेंस-1: एयर डिफेंस-1 के बारे में जानें
- AD-1 (एयर डिफेंस-1) प्रणाली, जो आने वाली प्रतिकूल मिसाइलों एवं विमानों को मार गिराने में सक्षम है, को बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा कार्यक्रम के तहत विकसित किया गया है।
- AD-1 (एयर डिफेंस -1) एक लंबी दूरी की इंटरसेप्टर मिसाइल है जिसे निचले बर्हि-वायुमंडलीय एवं लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ-साथ विमान के अंतः-वायुमंडलीय अवरोधन दोनों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- मिसाइल दो चरणों वाली ठोस मोटर द्वारा प्रणोदित है एवं एक स्वदेशी रूप से विकसित उन्नत नियंत्रण प्रणाली एवं एक नौवहन तथा मार्गदर्शन एल्गोरिदम से सुसज्जित है जो वाहन को अत्यधिक तीव्र गति से चलने वाले लक्ष्यों तक सटीक रूप से मार्गदर्शन करने के लिए सुसज्जित है।
वायु रक्षा –1: बीएमडी सिस्टम के चरण 1 बनाम चरण 2
- बीएमडी प्रणाली के प्रथम चरण में, शत्रु मिसाइलों को रोकने के लिए 4.5 मैक की सुपरसोनिक गति से उड़ान भरने वाले इंटरसेप्टर, 2,000 किलोमीटर की मारक सीमा के साथ शत्रुओं के मिसाइलों से निपटने हेतु निर्मित किए गए थे।
- चरण II, बदले में, मिसाइलों के 5,000-किमी मारक क्षमता वर्ग की श्रेणी में आने वाली प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है।
S-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली क्या है?
- भारत ने रूसी एस-400 ट्रायम्फ सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली को शामिल किया है जो आने वाले रणनीतिक बमवर्षकों, जेट, जासूसी विमानों, ड्रोन एवं यहां तक कि कुछ मध्यवर्ती दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का पता लगा सकती है, उन्हें ट्रैक कर सकती है तथा नष्ट कर सकती है।
- S-400 ट्रायम्फ एक जटिल वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली है, जिसमें रडार, नियंत्रण प्रणाली एवं विभिन्न प्रकार की मिसाइलें शामिल हैं।
- S-400 वायु रक्षा प्रणाली लक्ष्यीकरण प्रणाली, बहुक्रिया रडार, स्वायत्त पहचान, विमान भेदी मिसाइल प्रणाली, लांचर एवं एक कमांड तथा नियंत्रण केंद्र से लैस है।
- यह 30 किमी तक की ऊंचाई पर 400 किमी की सीमा के भीतर विमान, मानव रहित हवाई वाहन (अनमैंड एरियल व्हीकल/यूवी), बैलिस्टिक एवं क्रूज मिसाइलों सहित हवाई लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है तथा एक स्तरित रक्षा के निर्माण हेतु तीन प्रकार की मिसाइलों को फायर कर सकता है।



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