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पावरग्रिड एवं अफ्रीका 50: यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से जुड़े और/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।
पावरग्रिड एवं अफ्रीका 50: संदर्भ
- हाल ही में, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पॉवरग्रिड) ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर केन्या पारेषण (ट्रांसमिशन) परियोजना को विकसित करने के लिए अफ्रीका 50 के साथ एक संयुक्त विकास समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
- यह केन्या में पहली पीपीपी मोड ट्रांसमिशन परियोजना है।
- इस समझौते पर हस्ताक्षर पावरग्रिड एवं अफ्रीका 50 की वित्तीय समाप्ति तक परियोजना पर विकास गतिविधियों में तेजी लाने के लिए संसाधनों को समर्पित करना जारी रखने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
पावरग्रिड एवं अफ्रीका 50: प्रमुख बिंदु
- पावरग्रिड एवं अफ्रीका 50 के बारे में: इस परियोजना में पीपीपी ढांचे के तहत 400 केवी लेसोस-लूसुक एवं 220 केवी किसुमु-मुसागा पारेषण लाइनों के विकास, वित्तपोषण, निर्माण एवं संचालन की आवश्यकता पर बल देता है।
- पावरग्रिड की भूमिका: यह विश्व की अग्रणी विद्युत पारेषण उपादेयता कंपनियों में से एक है। पावरग्रिड परियोजना को तकनीकी एवं परिचालन संबंधी जानकारी प्रदान करेगा।
- अफ्रीका 50 की भूमिका: यह अपनी परियोजना विकास और वित्त विशेषज्ञता लाएगा एवं केन्याई सरकारी तथा निजी निवेशकों के मध्य एक सेतु का कार्य करेगा।
पावरग्रिड एवं अफ्रीका 50: महत्व
- एक बार पूर्ण हो जाने पर, यह परियोजना केन्या में प्रथम स्वतंत्र विद्युत पारेषण (आईपीटी) होगी।
- यह अफ्रीका में पीपीपी आधार पर पारेषण लाइनों के प्रथम वित्तपोषण के रूप में एक संदर्भ बिंदु स्थापित करेगा।
- यह परियोजना पश्चिमी केन्या में विद्युत पारेषण की आपूर्ति एवं विश्वसनीयता दोनों में सुधार करेगी।
- यह अफ्रीका के विद्युत पारेषण नेटवर्क के विस्तार में निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ाने में सहायता करने हेतु एक प्रमाणीकरण प्रभाव उत्पन्न करेगा- जो महाद्वीप की विद्युत अधिगम (पहुंच) अंतराल को पाटने के लिए महत्वपूर्ण है।
अफ्रीका 50: प्रमुख बिंदु
- अफ्रीका 50 अफ्रीका में आधारिक अवसंरचना के लिए एक निवेश बैंक है जो ऊर्जा, परिवहन, सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आईसीटी) एवं जल क्षेत्रों में उच्च प्रभाव वाली राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करता है।
- अफ्रीका 50 की स्थापना अफ्रीकी सरकारों एवं अफ्रीकी विकास बैंक द्वारा की गई थी।
- अधिदेश: अफ्रीका 50 एक आधारिक अवसंरचना निवेश मंच है जिसका उद्देश्य अफ्रीका की आधारिक अवसंरचना के वित्तपोषण अंतराल को पाटने में सहायता करना है तथा अफ्रीका के आर्थिक विकास में निम्नलिखित के माध्यम से योगदान देना है-
- अधिकोषणीय आधारिक अवसंरचना परियोजनाओं का विकास एवं निवेश करना,
- सार्वजनिक क्षेत्र की पूंजी को उत्प्रेरित करना, एवं
- विभेदित वित्तीय प्रतिरूप एवं प्रभाव के साथ निजी क्षेत्र से वित्त पोषण का अभिनियोजन करना।
- भागीदार/पार्टनर्स: अफ्रीका 50 में वर्तमान में 31 अंशधारक हैं, जो 28 अफ्रीकी देशों, अफ़्रीकी डेवलपमेंट बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ़ वेस्ट अफ़्रीकी स्टेट्स (बीसीईएओ) तथा बैंक अल-मग़रिब से मिलकर बना है।




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