अमेरिका भारत के नेतृत्व वाले अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल हुआ- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से जुड़े एवं / या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।
- जीएस पेपर 3: पर्यावरण- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण
यूएनएफसीसीसी का कॉप 26 ग्लासगो शिखर सम्मेलन- भारत की प्रतिबद्धताएं
अमेरिका भारत के नेतृत्व वाले अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल हुआ- संदर्भ
- हाल ही में, संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के नेतृत्व वाले अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में सम्मिलित होने वाला 101 वां सदस्य देश बन गया है।
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में संयुक्त राज्य अमेरिका का समावेश सौर-नेतृत्व वाले दृष्टिकोण के माध्यम से वैश्विक ऊर्जा संक्रमण को उत्प्रेरित करेगा।

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भारत के नेतृत्व वाले अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल हुआ अमेरिका- प्रमुख महत्व
- अमेरिका की भागीदारी से वैश्विक स्तर पर सौर ऊर्जा की अधिक तीव्रता से परिनियोजन में सहायता प्राप्त होगी एवं यह विकासशील देशों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा।
- यह आईएसए को सुदृढ़ करेगा एवं विश्व को ऊर्जा का एक स्वच्छ स्रोत प्रदान करने पर भविष्य की कार्रवाई को बढ़ावा देगा।
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने के लिए अन्य राष्ट्रों को प्रोत्साहित करना: जैसा कि यह दर्शाता है कि दुनिया भर के देश सौर ऊर्जा के आर्थिक एवं जलवायु शमन वाले मूल्य को मान्यता प्रदान कर रहे हैं।
- इसके अतिरिक्त, यह वैश्विक ऊर्जा संक्रमण के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में ऊर्जा स्रोत की क्षमता को मान्यता प्रदान करता है।
भारत अमेरिका सामरिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी (एससीईपी)