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भारत फ्रांस सामरिक समझौता

भारत प्रांत सामरिक समझौता: प्रासंगिकता

  • जीएस 2: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से जुड़े एवं / या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते ।

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भारत प्रांत सामरिक समझौता: प्रसंग

  • हाल ही में, भारत और फ्रांस दोनों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एन एच ए) ने मुलाकात की एवं रक्षा संबंधों का विस्तार करने का संकल्प लिया।

 

भारत प्रांत सामरिक समझौता: मुख्य बिंदु

  • दोनों देश आसूचना (खुफिया) एवं सूचना साझा करने, क्षमताओं को बढ़ाने, सैन्य अभ्यासों का विस्तार करने एवं समुद्री, अंतरिक्ष तथा साइबर क्षेत्र में नवीन पहल करने के द्वारा रक्षा एवं सुरक्षा साझेदारी को सुदृढ़ करने पर सहमत हुए।
  • दोनों पक्षों नेआतंकवाद की निरंतर चुनौती एवं, समुद्री, साइबर एवं अंतरिक्ष क्षेत्रों में उभरते खतरे पर भी चर्चा की।

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भारत फ्रांस सामरिक वार्ता के बारे में

  • भारत-फ्रांस रणनीतिक वार्ता प्रतिवर्ष दोनों देशों के मध्य मेजबान के रूप में बारी-बारी से आयोजित की जाती है।
  • हिंद महासागर क्षेत्र में फ्रांस की तदनुभूति पूर्ण उपस्थिति है।
    • रीयूनियन द्वीप एवं मैयट द्वीप के इसके विदेशी क्षेत्र, इसे इस क्षेत्र में एक हितधारक बनाते हैं, जो तीव्र गति से भू-सामरिक शक्ति-प्रदर्शक के रंगमंच के रूप में विकसित हो रहा है।
  • हाल के वर्षों में फ्रांस हिंद महासागर में एक प्रमुख भागीदार के रूप में उभरा है।
    • हाल ही में, भारत ने फ्रांस के साथ एक सम्भारिकी साझाकरण समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो भारत एवं फ्रांस को एक दूसरे की सैन्य स्थापनाओं का उपयोग करने में सक्षम बनाता है।
  • चीन बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, मालदीव एवं जिबूती में अपनी उपस्थिति के साथ हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी दावेदारी बढ़ा रहा है
    • फ्रांस के साथ भारत का समझौता चीन की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं के लिए एक निवारक के रूप में कार्य कर सकता है क्योंकि फ्रांसीसी नौसेना के पास जिबूती एवं अबू धाबी के अतिरिक्त हिंद महासागर में रीयूनियन द्वीप एवं मैयट के क्षेत्रों में स्थायी ठिकाने हैं।
  • भारत एवं फ्रांस के मध्य कई दशकों से मजबूत आर्थिक एवं रणनीतिक संबंध रहे हैं। भारत के फ्रांस के साथ अपने सैन्य एवं रक्षा संबंधों को गहन करने के साथ हाल के वर्षों में द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए हैं।
  • आर्थिक मोर्चे पर, फ्रांस की कंपनियां भारत में नवीकरणीय ऊर्जा, रक्षा, आधारिक अवसंरचना एवं स्मार्ट शहरों तथा औषधि निर्माण (फार्मास्यूटिकल्स) के क्षेत्र में शीर्ष निवेशकों में से रही हैं

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