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पूर्वोत्तर महोत्सव 2022- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 1: भारतीय इतिहास- भारतीय संस्कृति प्राचीन से आधुनिक समय तक कला रूपों, साहित्य एवं वास्तुकला के प्रमुख पहलुओं को समाहित करेगी।
समाचारों में नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल 2022
- हाल ही में, राष्ट्रपति ने पूर्वोत्तर महोत्सव (नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल) 2022 के समापन समारोह में भाग लिया।
- नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल 2022 में भी चर्चा एवं विचार-विमर्श सत्र देखा गया, जिसका उद्देश्य उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के विकास को संवर्धित करना था।
नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल 2022
- उत्तर पूर्व महोत्सव 2022 के बारे में: उत्तर पूर्व महोत्सव 2022 आजादी का अमृत महोत्सव का एक आज, 28 अप्रैल 2022 से 4 मई 2022 तक सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों में मनाया जा रहा है।
- पूर्वोत्तर महोत्सव (नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल) एक ऐसा त्योहार है जो पूर्वोत्तर की मनमोहक विविधता एवं अखंडता का उत्सव मनाता है।
- नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल वैश्विक, समावेशी एवं देश के हृदय स्थल में मनाया जाने वाला सबसे रंगीन स्थान बन गया है।
- आयोजन मंत्रालय: नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल 2022 को पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (नॉर्थ ईस्टर्न रीजन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री/DoNER) द्वारा प्रायोजित किया गया था।
- महत्व:
- नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल 2022 पूर्वोत्तर क्षेत्र में वृद्धि तथा विकास को और गति देने में सहायता करेगा।
- पूर्वोत्तर महोत्सव 2022 पूर्वोत्तर क्षेत्र की विविधता एवं विकास क्षमता को चिन्हांकित करने में सहायता करेगा।
- फुटबॉल, बैडमिंटन, तीरंदाजी एवं मुक्केबाजी से लेकर अन्य क्रियाकलापों के साथ, इन आयोजनों का उद्देश्य पूर्वोत्तर राज्यों में खेल प्रेम तथा युवाओं की क्षमता का पता लगाना है।
आज़ादी का अमृत महोत्सव (AKAM) के बारे में प्रमुख तथ्य
- आजादी का अमृत महोत्सव के बारे में: आजादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष एवं इसके लोगों, संस्कृति तथा उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का उत्सव मनाने तथा स्मरण करने की एक पहल है।
- आजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक तथा आर्थिक पहचान के बारे में जो भी प्रगतिशील उसका एक मूर्त रूप है।
- भारत के लोगों का उत्सव: आजादी का अमृत महोत्सव भारत के उन लोगों को समर्पित है, जिन्होंने भारत को उसकी विकास यात्रा में यहां तक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- भारत के लोग भी अपने भीतर शक्ति तथा क्षमता रखते हैं, जो भारत 2.0 को सक्रिय करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को सक्षम बनाता है, जो आत्मनिर्भर भारत की भावना से प्रेरित है।
- आज़ादी का अमृत महोत्सव का प्रारंभ: “आज़ादी का अमृत महोत्सव” की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च 2021 को आरंभ हुई, जो हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75-सप्ताह की उलटी गिनती आरंभ करती है।
- श्रेणीबद्ध करें: आजादी का अमृत महोत्सव को पांच श्रेणियों में मनाए जाने की कल्पना की गई है –
- स्वतंत्रता संग्राम,
- आइडिया @ 75,
- उपलब्धियां @ 75,
- कार्रवाई @ 75 तथा
- समाधान @75