Home   »   India’s growing water crisis   »   JALDOOT App

जलदूत ऐप: देश भर में भौम जलस्तर की निगरानी

जलदूत ऐप- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां
    • विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकारी नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।

जलदूत ऐप: देश भर में भौम जलस्तर की निगरानी_3.1

जलदूत ऐप चर्चा में क्यों है

  • हाल ही में, केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं इस्पात राज्य मंत्री, श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने नई दिल्ली में एक समारोह में “जलदूत ऐप तथा जलदूत ऐप ई-विवरणिका” का विमोचन किया।

 

जलदूत ऐप

  • जलदूत ऐप के बारे में: एक गांव में चयनित 2-3 कुओं के जल स्तर को प्रग्रहित करने हेतु देश भर में उपयोग किए जाने के लिए जलदूत एप्लिकेशन विकसित किया गया है।
  • डिजाइन तथा विकास: जलदूत ऐप को ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं पंचायती राज मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।

 

कार्यान्वयन

  • खुले कुओं में जल स्तर की स्वतः (मैनुअल) निगरानी वर्ष में दो बार, 1 मई से 31 मई तक मानसून पूर्व (प्री-मानसून) जल स्तर के रूप में एवं 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक उसी कुएं के लिए मानसून पश्चात के स्तर के लिए मापी जाएगी।
  • जलदूत अर्थात जल स्तर मापने के लिए नियुक्त अधिकारी भी माप के प्रत्येक अवसर पर एप के माध्यम से जियो-टैग की गई तस्वीरें अवश्य अपलोड करें।
  • जलदूत मोबाइल ऐप ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों माध्यमों में कार्य करेगा।
    • अतः इंटरनेट संपर्क के बिना भी जल स्तर को प्रग्रहित किया जा सकता है एवं प्रग्रहित किए गए डेटा को मोबाइल में स्टोर किया जाएगा तथा जब मोबाइल कनेक्टिविटी क्षेत्र में आएगा, तो डेटा केंद्रीय सर्वर के साथ समक्रमिक (सिंक्रोनाइज) हो जाएगा।
  • जलदूत द्वारा इनपुट किए जाने वाले नियमित डेटा को राष्ट्रीय जल सूचना विज्ञान केंद्र (नेशनल वॉटर इंफॉर्मेटिक्स सेंटर/एनडब्ल्यूआईसी) के डेटाबेस के साथ एकीकृत किया जाएगा, जिसका उपयोग विभिन्न हितधारकों के लाभ के लिए विभिन्न उपयोगी रिपोर्टों के विश्लेषण एवं प्रदर्शन के लिए किया जा सकता है।
  • जल स्तर रिपोर्ट, मानसून रिपोर्ट एवं पंजीकृत उपयोगकर्ता रिपोर्ट जलदूत वेब पोर्टल पर उपलब्ध हैं।

 

जलदूत ऐप की आवश्यकता

  • जलसंभर (वाटरशेड) विकास, वनीकरण, जल निकाय विकास एवं नवीनीकरण, वर्षा जल संचयन जैसी पहलों को प्रोत्साहित करने के बावजूद, देश के विभिन्न हिस्सों में भूजल स्तर कम हो गया है।
  • देश के कई हिस्सों में भूजल का निष्कासन महत्वपूर्ण स्तर पर पहुंच गया है एवं इस समस्या का समाधान करना प्राथमिकता है। इसलिए देश भर में जल स्तर के स्तर का मापन एवं अवलोकन आवश्यक हो गया है।

 

जलदूत ऐप का महत्व

  • विमोचित किए गए नवीन ऐप के साथ, राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रदेशों एवं ग्राम पंचायतों को भूजल स्तर के आंकड़ों को व्यवस्थित रूप से एकत्रित करने तथा विश्लेषण करने हेतु केंद्रीय डिजिटल डेटाबेस में इसे आत्मसात करने की दिशा में स्वयं को सम्मिलित करना चाहिए।
  • जलदूत ऐप संपूर्ण देश में जल स्तर के अवलोकन की सुविधा प्रदान करेगा तथा परिणामी डेटा का उपयोग ग्राम पंचायत विकास योजना एवं महात्मा गांधी नरेगा योजनाओं के लिए किया जा सकता है।

 

प्रधानमंत्री ने 5जी सेवाओं का शुभारंभ किया खाद्य सुरक्षा एवं जलवायु परिवर्तन स्वच्छ भारत 2022 अभियान भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाएं
स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022 पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) का विस्तार पर्यटन पर्व 2022- पर्यटन महोत्सव यूनेस्को- मोंडियाकल्ट 2022 विश्व सम्मेलन
पोषण अभियान 2022 के तहत पोषण माह 2022 आयोजित स्वच्छ वायु सर्वेक्षण- एनसीएपी के तहत शहरों की रैंकिंग स्वच्छ अमृत महोत्सव के तहत स्वच्छ टॉयकैथॉन पूर्वोत्तर भारत में पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहित करने हेतु ‘सिम्फनी’ (‘SymphoNE’) सम्मेलन

Sharing is caring!

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *