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भारतीय ज्ञान प्रणाली मेला- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
भारतीय ज्ञान प्रणाली मेला चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, शिक्षा राज्य मंत्री श्री सुभाष सरकार ने नई दिल्ली में भारतीय ज्ञान प्रणाली मेले के समापन सत्र को संबोधित किया।
भारतीय ज्ञान प्रणाली मेला
- भारतीय ज्ञान प्रणाली मेला के बारे में: राष्ट्रीय शैक्षिक नीति- 2020 (नेशनल एजुकेशन पॉलिसी/एनईपी 2020) के दो महत्वपूर्ण वर्षों के सफल समापन के उपलक्ष्य में भारतीय ज्ञान प्रणाली मेला का आयोजन किया जा रहा है।
- आयोजन एजेंसी: भारतीय ज्ञान प्रणाली मेला का आयोजन संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से भारतीय ज्ञान प्रणाली (इंडियन नॉलेज सिस्टम्स/आईकेएस) प्रभाग एवं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन/एआईसीटीई द्वारा किया जा रहा है।
- अधिदेश: भारतीय ज्ञान प्रणाली मेला का उद्देश्य एनईपी 2020 पर विशेषज्ञों के साथ गहनता से जुड़ना एवं विभिन्न पहलों, नीतियों तथा सर्वोत्तम पद्धतियों के बारे में सीखना है।
- प्रारंभ की गई प्रमुख पहल: आईकेएस डिवीजन ने प्रमुख पहलों की घोषणा की जैसे-
- प्रौद्योगिकी प्रदर्शन के लिए आईकेएस-एमआईसी कार्यक्रम,
- स्थानीय कलाओं को प्रोत्साहित करने एवं समर्थन करने के लिए 750+ स्कूलों में कलाशाला पहल का प्रारंभ तथा
- विद्यालयों में 75 भारतीय खेलों की शुरूआत।
भारतीय ज्ञान प्रणाली मेला- प्रमुख उद्देश्य
- भारतीय ज्ञान प्रणाली की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की स्वीकृति के दो वर्ष पश्चात की उपलब्धियों को प्रस्तुत करना।
- शिक्षा के स्वदेशीकरण के माध्यम से राष्ट्रीय आत्म निरीक्षण एवं आत्म-खोज के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को भाषवन (BhaSVAn) – भारत स्वाध्याय आंदोलन नामक एक आंदोलन बनाना।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को एक साझा भारतीय पहचान निर्मित करने का आधार बनाना।
- यह सामान्य मूल्यों को बनाए रखने वाले विभिन्न क्षेत्रों के कौशल, कला, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकियों की प्रस्तुति के माध्यम से उत्कृष्टता, अभिन्न विकास तथा विविधता में एकता के उत्सव को प्रोत्साहित करेगा।
- एक ऐसे मंच के रूप में कार्य करना जो विभिन्न मंत्रालयों को एनईपी 2020 में आईकेएस के आधार पर पहल करने के लिए भारतीय पहचान को सह-विकसित करने हेतु एक साथ लाएगा।
भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) प्रभाग
- भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) प्रभाग के बारे में: भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) एआईसीटीई, नई दिल्ली में शिक्षा मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन/एमओई) के तहत एक अभिनव प्रभाग (सेल) है।
- IKS डिवीजन की स्थापना 2020 में हुई थी।
- प्रमुख कार्य: भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) प्रभाग निम्नलिखित कार्यों के संपादन हेतु संलग्न है-
- आईकेएस के समस्त पहलुओं पर अंतःविषय अनुसंधान को प्रोत्साहित करना,
- और अधिक शोध कार्य एवं सामाजिक अनुप्रयोगों के लिए आईकेएस को संरक्षित तथा प्रसारित करना,
- कला एवं साहित्य, कृषि, मूलभूत विज्ञान, अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी, वास्तुकला, प्रबंधन, अर्थशास्त्र इत्यादि के क्षेत्र में हमारे देश की समृद्ध विरासत तथा पारंपरिक ज्ञान के प्रसार में सक्रिय रूप से संलग्न हैं।
- मूल मंत्रालय: भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) प्रभाग शिक्षा मंत्रालय (एमओई) के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करता है।
- महत्वपूर्ण कार्य:
- विश्वविद्यालयों, राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों, अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं तथा विभिन्न मंत्रालयों सहित भारत एवं विदेशों में विभिन्न संस्थानों द्वारा किए गए IKS आधारित / संबंधित अंतर तथा अंतःविषय कार्यों को सुगम बनाना एवं समन्वय करना तथा निजी क्षेत्र के संगठनों को इससे जुड़ने के लिए प्रेरित करना।
- संस्थानों, केंद्रों एवं वैयक्तिक शोधकर्ताओं के विषयवार अंतःविषय अनुसंधान समूहों की स्थापना, मार्गदर्शन एवं अनुश्रवण करना।
- लोकप्रियकरण योजनाएं निर्मित करना एवं प्रोत्साहित करना।
- विभिन्न परियोजनाओं के वित्त पोषण की सुविधा प्रदान करना एवं अनुसंधान करने के लिए तंत्र विकसित करना।
- आईकेएस को प्रोत्साहित करने हेतु जहां कहीं भी आवश्यक हो, नीतिगत संस्तुतियां प्रस्तुत करना।