Home   »   Importance of Chabahar Port   »   Exercise 'AL NAJAH-IV'

अभ्यास ‘अल नजाह-IV’

अभ्यास अल नजाह-IV’ – यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 3: सुरक्षा- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियां एवं उनका प्रबंधन; संगठित अपराध का आतंकवाद से संबंध।

अभ्यास 'अल नजाह-IV'_3.1

अभ्यास अल नजाह-IV’ चर्चा में क्यों है

  • भारतीय सैन्य बलों एवं ओमान की शाही सेना की टुकड़ियों के मध्य भारत ओमान संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘अल नजाह-IV’ का चौथा संस्करण 01 से 13 अगस्त 2022 तक आयोजित होने वाला है।

अभ्यास 'अल नजाह-IV'_4.1

अभ्यास अल नजाह-IV‘ 

  • अभ्यास अल नजाह-IV के बारे में: अभ्यास अल नजाह-IV भारतीय सैन्य बलों एवं ओमान की शाही सेना के मध्य एक संयुक्त सैन्य अभ्यास है।
    • अभ्यास ‘अल नजाह IV’ का विगत संस्करण 2019 में मस्कट में आयोजित किया गया था।
  • स्थान: अभ्यास अल नजाह-IV 2022 महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (राजस्थान) के विदेशी प्रशिक्षण बिंदु में  आयोजित हो रहा है।
  • अधिदेश: अभ्यास ‘अल नजाह-IV’ का उद्देश्य भारतीय सैन्य बलों एवं ओमान की शाही सेना के मध्य रक्षा सहयोग के स्तर को संवर्धित करना है तथा यह दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय संबंधों को को प्रगाढ़ करने में और प्रदर्शित होगा।
  • विस्तार क्षेत्र: ‘अल नजाह-IV’ अभ्यास के दायरे में पेशेवर अंतः क्रिया, अभ्यास एवं प्रक्रियाओं की पारस्परिक समझ, संयुक्त कमान तथा नियंत्रण संरचनाओं की स्थापना एवं आतंकवादी खतरों का उन्मूलन सम्मिलित है।
  • फोकस क्षेत्र: संयुक्त अभ्यास निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करेगा-
    • आतंकवाद विरोधी अभियान (काउंटर टेररिज्म ऑपरेशंस),
    • क्षेत्रीय सुरक्षा अभियान,
    • संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत शांति स्थापना अभियान
    • संयुक्त शारीरिक प्रशिक्षण कार्यक्रम, सामरिक अभ्यास, तकनीक एवं प्रक्रियाओं का आयोजन।
  • प्रतिनिधित्व: अभ्यास ‘AL NAJAH-IV’ में, ओमान दल की शाही सेना का प्रतिनिधित्व ओमान पैराशूट रेजिमेंट के सुल्तान के 60 कार्मिकों द्वारा किया गया है।
    • भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 18 मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री बटालियन के सैनिकों द्वारा किया गया है।
  • प्रमुख गतिविधियां: एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम जिसकी पराकाष्ठा 48 घंटे के लंबे सत्यापन अभ्यास में होगा, जिसमें निम्नलिखित की स्थापना सम्मिलित है-
    • संयुक्त चलंत वाहन चेक पोस्ट,
    • संयुक्त घेराबंदी एवं तलाशी अभियान तथा
    • एक निर्मित क्षेत्र में संयुक्त कक्ष हस्तक्षेप अभ्यास।

 

संपादकीय विश्लेषण- ब्रिन्गिंग यूरेशिया क्लोज़र चाबहार बंदरगाह का महत्व  चीन-ताइवान संघर्ष संशोधित वितरण क्षेत्र योजना
भारतीय ज्ञान प्रणाली मेला संपादकीय विश्लेषण- वन-मैन रूल अखिल भारतीय जिला विधिक सेवा प्राधिकारों की प्रथम बैठक न्याय मित्र योजना
वन (संरक्षण) नियम, 2022 11वीं कृषि जनगणना प्रारंभ इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्स) – भारत का प्रथम बुलियन एक्सचेंज आईएनएस विक्रांत को भारतीय नौसेना में सम्मिलित किया गया

Sharing is caring!

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *