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भारत-ऑस्ट्रेलिया एफटीए क्या है? | यूपीएससी के लिए एआई-ईसीटीए के बारे में सबकुछ जानें

Table of Contents

भारत-ऑस्ट्रेलिया एफटीए चर्चा में क्यों है?

हाल ही में, भारत एवं ऑस्ट्रेलिया के मध्य मुक्त व्यापार समझौते (फ्री ट्रेड एग्रीमेंट/FTA) को ऑस्ट्रेलियाई संसद द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।

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ऑस्ट्रेलिया-भारत मुक्त व्यापार समझौते पर कब हस्ताक्षर किए गए?

ऑस्ट्रेलिया-भारत आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौते (ऑस्ट्रेलिया इंडिया- इकोनामिक कोऑपरेशन इन ट्रेड एग्रीमेंट/AI-ECTA) पर ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन व्यापार, पर्यटन एवं निवेश मंत्री दान तेहान एवं भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, उपभोक्ता मामले तथा खाद्य एवं भारत के सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने 2 अप्रैल 2022 को हस्ताक्षर किए थे।।

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भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता (AI-ECTA) क्या है?

  • भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता (AI-ECTA) दोनों देशों के मध्य व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए एक मुक्त व्यापार समझौता है।
  • एफटीए के तहत, दो देश आयात-निर्यात के तहत उत्पादों पर सीमा शुल्क, नियामक कानूनों, सब्सिडी एवं कोटा को कम करने के लिए सहमत हैं। इससे दोनों देशों को लाभ प्राप्त होगा।
  • यह समझौता अन्य देशों की तुलना में उत्पादन लागत को और भी सस्ता बनाता है। दोनों देशों के व्यापार को अभिवर्धन प्राप्त होता है एवं दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है।

 

भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता (AI-ECTA) को लागू करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई संसद की स्वीकृति की आवश्यकता क्यों है?

  • भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौते (एआई-ईसीटीए) को लागू करने से पूर्व ऑस्ट्रेलियाई संसद द्वारा अनुमोदन की आवश्यकता है।
  • भारत में ऐसे समझौतों को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया जाता है।

 

भारत-ऑस्ट्रेलिया एफटीए पर अगला कदम क्या होगा?

  • अनुमोदन के पश्चात, भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता (AI-ECTA) अब पारस्परिक रूप से सहमत तिथि पर क्रियाशील हो जाएगा।
  • दोनों देशों के सीमा शुल्क अधिकारी  क्रियान्वयन से एक दिन पूर्व एक अधिसूचना भी जारी करेंगे।

 

भारत-ऑस्ट्रेलिया एफटीए किस प्रकार विशिष्ट है?

भारत-ऑस्ट्रेलिया एफटीए विशिष्ट है, क्योंकि भारत-ऑस्ट्रेलिया एवं भारत-जापान मुक्त व्यापार समझौते को छोड़कर, कमोबेश भारत के सभी मुक्त व्यापार समझौते अन्य विकासशील देशों (2005 में सिंगापुर, 2010 में दक्षिण कोरिया, 2010 में आसियान, 2011 में मलेशिया और 2022 में यूएई) के साथ हैं।

 

ऑस्ट्रेलिया-भारत मुक्त व्यापार समझौते से दोनों देशों को कैसे लाभ होगा?

  • ऑस्ट्रेलिया-भारत मुक्त व्यापार समझौते भारत के 6,000 से अधिक व्यापक क्षेत्रों के लिए ऑस्ट्रेलियाई बाजार में शुल्क-मुक्त पहुंच प्रदान करेगा। इनमें कपड़ा, चमड़ा, फर्नीचर, आभूषण एवं मशीनरी शामिल हैं।
  • ऑस्ट्रेलिया के लिए अशांत चीनी बाजार से भारत में अपने निर्यात में विविधता लाने तथा नए द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को विकसित करने हेतु सौदे महत्वपूर्ण हैं।
  • मुक्त व्यापार समझौते के तहत, ऑस्ट्रेलिया अपने निर्यात के लगभग 96.4% (मूल्य के आधार पर) के लिए भारत को शून्य- प्रशुल्क पहुंच प्रदान करेगा। इसमें ऐसे विभिन्न उत्पाद शामिल हैं जिन पर ऑस्ट्रेलिया में वर्तमान में 4-5% सीमा शुल्क लगता है।
  • भारतीय परिप्रेक्ष्य से अनेक श्रम प्रधान क्षेत्रों को महत्वपूर्ण लाभ होगा। इनमें कपड़ा एवं परिधान, कुछ कृषि  तथा मछली उत्पाद, चमड़ा, जूते, फर्नीचर, खेल के सामान, आभूषण, मशीनरी, बिजली के सामान एवं रेलवे वैगन शामिल हैं।

 

स्रोत के नियम क्या है?

  • स्रोत के नियम (रूल्स ऑफ ओरिजिन/आरओओ) का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि उत्पाद एफटीए नियमों के तहत शुल्क मुक्त अथवा निम्न शुल्क के लिए पात्र हैं अथवा नहीं।
  • स्रोत के नियम किसी उत्पाद के राष्ट्रीय स्रोत को निर्धारित करने हेतु आवश्यक मानदंड हैं।
  • उनका महत्व इस तथ्य से व्युत्पन्न हुआ है कि अनेक मामलों में प्रशुल्क एवं प्रतिबंध आयात के स्रोत पर निर्भर करते हैं।
  • प्रशुल्क एवं व्यापार पर सामान्य समझौते (द जनरल एग्रीमेंट ऑन टैरिफ एंड ट्रेड/जीएटीटी) में अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य में माल की उत्पत्ति के देश के निर्धारण को नियंत्रित करने वाले कोई विशिष्ट नियम नहीं हैं।
  • प्रत्येक अनुबंधित पक्ष अपने स्वयं के मूल नियमों को निर्धारित करने के लिए स्वतंत्र था एवं विशेष विनियमन के उद्देश्य के आधार पर स्रोत के विभिन्न पृथक-पृथक नियम भी बनाए रख सकता था।

 

भारत और ऑस्ट्रेलिया के मध्य वर्तमान व्यापार क्या है?

  • भारत ने 2021-22 में ऑस्ट्रेलिया को 8.3 बिलियन डॉलर के वस्तुओं का निर्यात किया। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया से भारत का आयात इस अवधि के दौरान 16.75 अरब डॉलर रहा।
  • यह समझौता आगामी पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान में 27.5 बिलियन अमरीकी डालर से 45-50 बिलियन अमरीकी डालर तक ले जाने में सहायता करेगा।

 

निष्कर्ष

भारत-ऑस्ट्रेलिया मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर भारत एवं ऑस्ट्रेलिया संबंधों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है तथा भारत के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विगत दशक में एक बड़ी विकसित अर्थव्यवस्था के साथ पहला समझौता है। यह व्यापार एवं वाणिज्यिक संबंधों के संपूर्ण पहलू ​​​​को समाहित करता है, व्यापार बाधाओं को दूर करता है तथा वस्तुओं एवं सेवाओं दोनों में अवसरों की अधिकता को खोलता है।

 

प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. AI-ECTA क्या है?

उत्तर. ऑस्ट्रेलिया-भारत आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता (ऑस्ट्रेलिया इंडिया इकोनॉमिक कोऑपरेशन एंड ट्रेड एग्रीमेंट/AI-ECTA) एक मुक्त व्यापार समझौता है जिस पर 2 अप्रैल 2022 को हस्ताक्षर किए गए थे।

  1. स्रोत के नियम (ROO) क्या हैं?

उत्तर. स्रोत के नियम (रूल्स ऑफ ओरिजिन/आरओओ) का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि उत्पाद मुक्त व्यापार समझौते के नियमों के तहत प्रशुल्क मुक्त अथवा निम्न शुल्क के लिए पात्र हैं या नहीं।

 

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