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आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट‘ कार्यक्रम की यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
‘स्मार्ट‘ कार्यक्रम: यह भारत में आयुर्वेद में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेद पेशेवरों के लिए एक सरकारी कार्यक्रम है।
आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दों के लिए भी महत्वपूर्ण है।)
आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट‘ कार्यक्रम चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (NCISM) एवं सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज (CCRAS) ने ‘स्मार्ट’ (स्कोप फॉर मेनस्ट्रीमिंग आयुर्वेद रिसर्च इन टीचिंग प्रोफेशनल्स) कार्यक्रम का शुभारंभ किया है।
- आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के तहत चिकित्सा शिक्षा को विनियमित करने एवं वैज्ञानिक अनुसंधान करने के लिए क्रमशः राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग (NCISM) एवं आयुर्वेदिक विज्ञान में अनुसंधान हेतु केंद्रीय परिषद (CCRAS) दो प्रमुख संस्थान हैं।
आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट‘ कार्यक्रम
- आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट‘ कार्यक्रम के बारे में: आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम का उद्देश्य आयुर्वेद महाविद्यालयों एवं अस्पतालों के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य अनुसंधान क्षेत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
- मूल मंत्रालय: भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के समग्र पर्यवेक्षण एवं मार्गदर्शन में ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम क्रियान्वित किया जा रहा है।
- अधिदेश: ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम का उद्देश्य ऑस्टियोआर्थराइटिस, आयरन की कमी वाले रक्ताल्पता (एनीमिया), क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, डिसलिपिडेमिया, रुमेटीइड गठिया, मोटापा, मधुमेह मेलेटस, सोरायसिस, सामान्यीकृत चिंता विकार, गैर-अल्कोहल फैटी यकृत रोग (NAFLD) सहित स्वास्थ्य अनुसंधान क्षेत्रों में नवीन अनुसंधान विचारों की पहचान, समर्थन एवं प्रचार करना है।
- आवेदनः पात्र आयुर्वेद शैक्षणिक संस्थान 10 जनवरी, 2023 तक आवेदन कर सकते हैं।
- सभी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों एवं अस्पतालों से संपर्क जानकारी, पात्रता मानदंड तथा आवेदन प्रक्रिया के बारे में सभी विवरण एनसीआईएसएम के माध्यम से साझा किए गए हैं।
स्मार्ट कार्यक्रम का महत्व
- आयुर्वेद महाविद्यालयों का उपयोग: देश भर में आयुर्वेद कॉलेजों एवं अस्पतालों का बड़ा नेटवर्क स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं के मामले में देश के लिए एक संपत्ति है।
- यह नेटवर्क न केवल कठिन समय में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है, बल्कि इसने देश में स्वास्थ्य अनुसंधान के मामले में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- शिक्षकों के लिए प्रेरणा: ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम निश्चित रूप से शिक्षकों को स्वास्थ्य सेवा अनुसंधान के निर्दिष्ट क्षेत्रों में परियोजनाओं को स्वीकार करने हेतु प्रेरित करेगा एवं एक बड़ा डेटाबेस तैयार करेगा।
- नैदानिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करना: स्मार्ट कार्यक्रम में आयुर्वेद में नैदानिक अनुसंधान को रूपांतरित करने की क्षमता है।
- यह देखा गया कि आयुर्वेद शिक्षकों के बड़े समुदाय की अनुसंधान क्षमता का अधिकतर उपयोग नहीं किया गया है।
- अतः, ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम का आयुर्वेद के क्षेत्र में अनुसंधान पर गहरा दीर्घकालिक कायाकल्प प्रभाव पड़ेगा।
आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट‘ कार्यक्रम के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट‘ कार्यक्रम क्या है?
उत्तर. आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम का उद्देश्य आयुर्वेद महाविद्यालयों एवं अस्पतालों के माध्यम से प्राथमिकता वाले स्वास्थ्य अनुसंधान क्षेत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
प्र. कौन सा मंत्रालय आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट‘ कार्यक्रम क्रियान्वित कर रहा है?
उत्तर. ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के समग्र पर्यवेक्षण एवं मार्गदर्शन में कार्यान्वित किया जा रहा है।
प्र. आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट‘ कार्यक्रम का पूर्ण रूप क्या है?
उत्तर. आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम में “स्मार्ट” का पूर्ण रूप है ‘ स्कोप फॉर मेनस्ट्रीमिंग आयुर्वेदा रिसर्च इन टीचिंग प्रोफेशनल्स’।