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सचेत- कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (CAP) आधारित इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम

कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (CAP) आधारित इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम (सचेत/SACHET) – यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 3: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास तथा उनके अनुप्रयोग एवं दैनिक जिंदगी में उनके प्रभाव।
  • जीएस पेपर 3: आपदा प्रबंधन: आपदा एवं आपदा प्रबंधन।

सचेत- कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (CAP) आधारित इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम_3.1

कैप आधारित इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम (सचेत) चर्चा में क्यों है?

  • सी-डॉट (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स) एवं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी/एनडीएमए), भारत सरकार संयुक्त रूप से कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (सीएपी) आधारित एकीकृत चेतावनी प्रणाली (इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम)-सचेत पर केंद्रित अखिल भारतीय कार्यशाला का आयोजन कर रहे हैं।
    • सी-डॉट दूरसंचार विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम/डीओटी), संचार मंत्रालय, भारत सरकार का प्रमुख अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
  • सचेत प्रणाली का उद्देश्य संपूर्ण भारत में संबंधित विभागों एवं विभिन्न आपदा प्रबंधन एजेंसियों को उनके अंतर्निहित मुद्दों एवं चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।
    • यह प्रभावी रीति से मुद्दों एवं चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित समाधान विकसित करने में सहायता करेगा।

 

सीएपी आधारित इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम (सचेत)

  • सीएपी आधारित इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम (सचेत) के बारे में: एकीकृत  जन चेतावनी प्रणाली (इंटीग्रेटेड पब्लिक अलर्ट सिस्टम)-सचेत, आईटीयू के कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (सीएपी) पर आधारित एक आरंभिक चेतावनी प्लेटफॉर्म है।
  • विकास: प्रभावी आपदा प्रबंधन के लिए सी-डॉट द्वारा सीएपी आधारित एकीकृत अलर्ट सिस्टम (एसएसीएचईटी) विकसित किया गया है।
  • अधिदेश: बाढ़, चक्रवात एवं कोविड महामारी जैसी आपात स्थितियों के दौरान सभी उपलब्ध मीडिया पर  चेतावनी, सलाह एवं अन्य उपयोगी जानकारी के प्रसार के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा प्रबंधन अधिकारियों द्वारा सचेत प्लेटफॉर्म का व्यापक रूप से उपयोग किया गया है।
  • कार्यान्वयन: सचेत प्रणाली 34 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में पूर्व से ही क्रियाशील है।
    • विभिन्न आपदाओं जैसे चक्रवात (आसनी, यास, निवार, अम्फान), बाढ़ (असम, गुजरात), तड़ित झंझा (बिहार), इत्यादि के दौरान सचेत प्रणाली द्वारा 75 करोड़ से अधिक एसएमएस पहले ही भेजे जा चुके हैं।
    • अमरनाथ जी यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए सचेत प्रणाली का भी उपयोग किया गया है।

 

सचेत प्लेटफॉर्म का महत्व

  • सीएपी आधारित इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम (एसएसीएचईटी) एसएमएस के माध्यम से स्थानीय भाषाओं में लक्षित अलर्ट के प्रसार के लिए एक अभिसरण मंच प्रदान करता है।
  • आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए माननीय प्रधानमंत्री के 10 सूत्री कार्य सूची को साकार करने की दिशा में एकल बिंदु (वन-स्टॉप) समाधान एवं एक ठोस कदम के रूप में।
  •  शीघ्र ही सेल ब्रॉडकास्ट, रेडियो, टीवी, सायरन, सोशल मीडिया, वेब पोर्टल एवं मोबाइल अनुप्रयोग सहित सभी उपलब्ध संचार माध्यमों पर संदेश प्रसारित किए जाएंगे।

 

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