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प्रवासी भारतीय दिवस 2022- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, विशेषताएं एवं महत्व

प्रवासी भारतीय दिवस 2022- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- भारतीय प्रवासी।

प्रवासी भारतीय दिवस 2022- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, विशेषताएं एवं महत्व_3.1

प्रवासी भारतीय दिवस 2022- संदर्भ

  • 2022 प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) के अवसर पर, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री नवाचार एवं नवीन तकनीक में “भारतीय प्रवासियों की भूमिका” पर एक आभासी युवा प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में बोलेंगे।
  • भारत के प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) 2022 के अवसर पर सभी को, विशेष रूप से भारतीय प्रवासियों को बधाई दी है।

 

प्रवासी भारतीय दिवस- प्रमुख बिंदु

  • प्रवासी भारतीय दिवस के बारे में: प्रवासी भारतीय दिवस प्रत्येक वर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है। प्रवासी भारतीय दिवस को अनिवासी भारतीय दिवस के रूप में भी जाना जाता है।
  • प्रवासी भारतीय दिवस 2022: इस वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) कोविड-19 महामारी के कारण आभासी रूप (वर्चुअल मोड) में मनाया जा रहा है।

 

प्रवासी भारतीय दिवस- प्रमुख बिंदु

  • ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: 9 जनवरी 1915 दक्षिण अफ्रीका से महात्मा गांधी की भारत वापसी के महत्व को चिन्हांकित करता है। उनकी वापसी के बाद, भारत में स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन वास्तव में भारत में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एक जन आंदोलन बन गया।
  • उत्पत्ति: 2003 से, भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को चिह्नित करने हेतु प्रत्येक वर्ष 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन आयोजित किए जाते रहे हैं।
  • प्रवासी भारतीय दिवस की परंपरा: प्रवासी भारतीय दिवस के प्रारूप को 2015 से संशोधित किया गया है ताकि प्रत्येक दो वर्ष में एक बार प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जा सके एवं थीम आधारित पीबीडी सम्मेलन आयोजित किया जा सके।
    • 2015 से, सरकार प्रवासी प्रवासी विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं एवं हितधारकों की भागीदारी के साथ आंतरायिक अवधि के दौरान थीम-आधारित पीबीडी सम्मेलन आयोजित करती है।
    • विगत विषय वस्तु-आधारित पीबीडी सम्मेलन 2021 में आयोजित किया गया था। 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2021 की विषय वस्तु “आत्मनिर्भर भारत में योगदान” (कंट्रीब्यूटिंग टू आत्मनिर्भर भारत) था।
  • उद्देश्य: प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) उत्सव का उद्देश्य भारत सरकार के साथ प्रवासी भारतीय समुदाय के जुड़ाव को बढ़ाना एवं उन्हें उनकी जड़ों से फिर से जोड़ने पर ध्यान केंद्रित करना है।
  • मंत्रालय: प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन विदेश मंत्रालय का महत्वाकांक्षी (प्रमुख) कार्यक्रम है।
    • प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन प्रवासी भारतीयों को आकर्षित करने एवं उनसे जुड़ने हेतु एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है।
  • पुरस्कार एवं कार्यक्रम: प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन में, सुपात्र व्यक्तियों को उनके सार्थक योगदान के लिए प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार जैसे पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
    • युवा प्रवासी भारतीयों (18-35) के साथ जुड़ाव को सुदृढ़ करने एवं उन्हें अपने मूल देश के बारे में अधिक जानने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु ‘भारत को जानिए क्विज’ जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

प्रवासी भारतीय दिवस 2022- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, विशेषताएं एवं महत्व_4.1

प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) – प्रमुख विशेषताएं 

  • भागीदारी सुनिश्चित करता है: प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन अनिवासी भारतीयों को भारत के बारे में अपनी भावनाओं, दृष्टिकोणों एवं धारणाओं को व्यक्त करने हेतु एक मुक्त मंच प्रदान करता है।
  • भारतीय जड़ों से जोड़ता है: प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन विश्व के समस्त देशों में एनआरआई का एक नेटवर्क बनाता है एवं युवा पीढ़ी को अप्रवासियों से जोड़ता है।
  • विकास को प्रोत्साहित करता है: प्रवासी भारतीय दिवस अनिवासी भारतीयों को अपनी मातृभूमि अर्थात भारत के प्रति अपने विचारों एवं अनुभवों को शामिल करके विकास प्रक्रिया में योगदान करने का अवसर प्रदान करता है।
    • प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) कार्यक्रम अनिवासी भारतीयों को अपने ज्ञान एवं विशेषज्ञता को अपनी मातृभूमि में लाने तथा इसके विकास में योगदान करने हेतु प्रेरित करता है।
  • अनिवासी भारतीयों की उपलब्धियों का उत्सव मनाना: प्रवासी भारतीय दिवस प्रवासी भारतीयों को संपूर्ण विश्व में विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय मूल के व्यक्तियों की उपलब्धियों का उत्सव मनाने हेतु एक मंच प्रदान करता है।
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