Home   »   अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (निधि...   »   अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (निधि...

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (निधि प्रबंधन) विनियम, 2022

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण: प्रासंगिकता

  • जीएस 3: भारतीय अर्थव्यवस्था एवं आयोजना, संसाधनों का अभिनियोजन, वृद्धि, विकास एवं रोजगार से संबंधित मुद्दे।

हिंदी

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण: संदर्भ

  • हाल ही में, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी/IFSCA) ने निवेश कोष के लिए एक व्यापक नियामक ढांचा अधिसूचित किया है।

हिंदी

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण: प्रमुख विशेषताएं

  • निधि प्रबंधन इकाई का पंजीकरण: एक निधि प्रबंधन इकाई IFSCA के साथ पंजीकृत होगी एवं पात्रता मानदंडों को पूरा करने के अधीन विभिन्न प्रकार की निधि एवं योजनाओं का प्रबंधन करने में सक्षम होगी।
  • ग्रीन चैनल: केवल मान्यता प्राप्त निवेशकों से धन की मांग करने वाली उद्यम पूंजी योजनाएं या गैर-खुदरा योजनाएं ही ग्रीन चैनल के लिए अर्ह होंगी।
    • ग्रीन चैनल के तहत, अभिलिखित योजनाएं आईएफएससीए के साथ क्रमस्थापन (दाखिल करने) के शीघ्र पश्चात निवेशकों द्वारा सदस्यता के लिए मुक्त हो सकती हैं।
  • एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ): यह देखते हुए कि ईटीएफ कम लागत पर विशिष्ट बाजारों या परिसंपत्ति वर्गों में संपर्क (एक्सपोजर) प्राप्त करने का एक साधन प्रदान करते हैं, आईएफएससी में पंजीकृत  निधि प्रबंधक (फंड मैनेजर) न केवल इंडेक्स आधारित ईटीएफ बल्कि सक्रिय ईटीएफ एवं कमोडिटी आधारित ईटीएफ भी विमोचन करने में सक्षम होंगे।
  • प्रतिबलित परिसंपत्ति/स्ट्रेस्ड एसेट्स: बैंकों द्वारा सामना किए जा रहे एनपीए के मुद्दे को हल करने की सरकार की पहल में आईएफएससी की महत्वपूर्ण भूमिका को समझते हुए, आईएफएससी में फंड मैनेजरों द्वारा प्रारंभ की जाने वाली विशेष स्थिति निधि के लिए एक रूपरेखा निर्धारित की गई है।
  • पर्यावरण सामाजिक शासन (ईएसजी): निवेशकों की बढ़ती संख्या से अपेक्षा है कि फंड मैनेजर ईएसजी मुद्दों को अपनी निवेश रणनीतियों का अभिन्न अंग बना लेंगे। आईएफएससी को धारणीय वित्त से संबंधित  अनेक गतिविधियों के लिए एक केंद्र निर्मित करने के अभिप्राय से, प्रकटीकरण इकाई स्तर एवं योजना स्तर पर अधिदेशित करने का प्रस्ताव किया गया है।
  • पारिवारिक कार्यालय: विश्व स्तर पर, उच्च-निवल-मूल्य वाले व्यक्तियों (एचएनआई) कथा अल्ट्रा एचएनआई एवं उनके परिवारों की संपत्ति के प्रबंधन तथा संरक्षण के लिए एक औपचारिक संरचना की आवश्यकता में वृद्धि हो रही है। तदनुसार, विनियमों में एक परिवार कार्यालय के स्व-प्रबंधित निवेश कोष की सुविधा के लिए एक रूपरेखा प्रदान की गई है।
  • विनियम भी नियंत्रित तरीके से विभिन्न नवाचारों के लिए सहायता प्रदान करते हैं:
    • फंड लैब: फंड मैनेजर नियंत्रित विधि से नवीन रणनीतियां आजमा सकते हैं एवं अपनी निधि के लिए एक ट्रैक रिकॉर्ड बना सकते हैं।
    • सह-निवेश संरचना एवं उत्तोलन के रूप में विशेष प्रयोजन वाहन (स्पेशल परपज व्हीकल/एसपीवी): एफएमई को कुछ शर्तों के अधीन फंड/योजना के साथ सह-निवेश या उत्तोलन को सक्षम करने के लिए मुख्य योजना के तहत एसपीवी निर्मित करने की अनुमति होगी।
    • निजी बाजारों में खुदरा भागीदारी: निजी बाजारों में निवेश करने के लिए बड़े पैमाने पर निवेशकों की सुविधा की आवश्यकता बढ़ रही है। तदनुसार, कुछ शर्तों के अधीन गैर-सूचीबद्ध प्रतिभूतियों में निवेश करने के लिए खुदरा क्लोज एंडेड योजनाओं को सुविधाजनक बनाने का प्रस्ताव है।

 

प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम आईपीपीबी ने ‘फिनक्लुवेशन’ का विमोचन किया किसान उत्पादक संगठन: संकुल आधारित व्यापार संगठन का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित जैव विविधता की क्षति: एक विस्तृत विश्लेषण
संपादकीय विश्लेषण- मूल्य विकृतियों को सही करने का समय  राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस 2022 | Adda 247 द्वारा UPSC महोत्सव मनाया जाएगा इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड्स प्रतियोगिता (आईएसएसी) 2020 | आईएसएसी 2020 के अंतर्गत विजित होने वाले स्मार्ट शहरों की सूची ललित कला अकादमी
लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार: उड़ान योजना पुरस्कार के लिए चयनित आईसीडीएस योजना: महाराष्ट्र ने प्रवासन ट्रैकिंग प्रणाली विकसित की सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय जल सप्ताह (एसआईडब्ल्यूडब्ल्यू) 2022 | जल सम्मेलन 2022 एमएसएमई उद्यमियों को क्रेडिट कार्ड प्रदान करना

Sharing is caring!

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *