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अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी: प्रासंगिकता

  • जीएस 2: महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, अभिकरण एवं मंच – उनकी संरचना, अधिदेश।

 

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी: संदर्भ

  • हाल ही में, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) ने विश्व के तृतीय सर्वाधिक वृहद ऊर्जा उपभोक्ता भारत को अपना पूर्णकालिक सदस्य बनने हेतु आमंत्रित किया है।

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अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी: प्रमुख बिंदु

  • यदि प्रस्ताव स्वीकार कर लिया जाता है, तो भारत को रणनीतिक तेल भंडार को 90 दिनों तक की वृद्धि करने की आवश्यकता होगी।
  • भारत, मार्च 2017 में, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का सहयोगी सदस्य बना था।

 

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी: सदस्यता के लिए मानदंड

  • कच्चे तेल एवं / या उत्पाद भंडार विगत वर्ष के शुद्ध आयात के 90 दिनों के समान है, जो वैश्विक व्यवधानों को दूर कर सकता है।
  • राष्ट्रीय तेल उपभोग को 10% तक कम करने के लिए मांग नियंत्रण कार्यक्रम;
  • राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित आपातकालीन प्रतिक्रिया उपायों (सीईआरएम) को संचालित करने  हेतु विधान एवं संगठन;
  • विधान एवं उपाय, यह सुनिश्चित करने के लिए कि उसके अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी तेल कंपनियां अनुरोध पर सूचना उपलब्ध कराएं;
  • आईईए सामूहिक कार्रवाई में अपने हिस्से का योगदान करने की क्षमता सुनिश्चित करने हेतु उपाय किए गए हैं।

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए)

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए)

  • आईईए एक स्वायत्त अंतर सरकारी संगठन है, जिसे ओईसीडी (आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन) की संरचना के अनुसार स्थापित किया गया है।
  • तेल की आपूर्ति में वृहद व्यवधानों के लिए सामूहिक प्रतिक्रिया के समन्वय में सहायता करने हेतु आईईए की स्थापना 1974 में की गई थी।
  • अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का मुख्यालय: पेरिस, फ्रांस
  • अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख: डॉ. फतेह बिरोल

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी)

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के सदस्य

  • अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के सदस्य: वर्तमान में इसके 30 सदस्य हैं एवं इसमें आठ संघ देश भी शामिल हैं।

 

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी मिशन

  • आईईए सभी के लिए एक सुरक्षित एवं सतत ऊर्जा भविष्य को आकार देने के लिए सरकारों एवं उद्योग जगत के साथ कार्य करता है।
  • आईईए उन नीतियों की संस्तुति करता है जो ऊर्जा की विश्वसनीयता, सामर्थ्य एवं धारणीयता को बढ़ाती हैं।

सार्वभौमिक डाक संघ (यूपीयू)

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी: अंतर्राष्ट्रीय सहयोग

  • अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी सुरक्षित, वहन-योग्य एवं सतत ऊर्जा प्रणालियों को सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों एवं मंचों की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ कार्य करता है।
  • आईईए,  20 देशों के समूह (जी 20), सात देशों के समूह (जी 7) एवं आठ देशों के समूह (जी 8) के साथ-साथ मिशन इनोवेशन के ऊर्जा संबंधी कार्यों का भी समर्थन करता है।
  • क्षेत्रीय रूप से, आईईए, एशियाई विकास बैंक (एडीबी), दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान), एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) मंच एवं अफ्रीकी संघ (एयू) जैसे संगठनों के साथ क्षेत्रीय ऊर्जा सहयोग को बढ़ावा देने हेतु भी सहयोग करता है। .

 

3 डीईएन

  • आईईए ने चार वर्षीय अंतर-अभिकरण पहल, डिजिटल डिमांड-ड्रिवेन इलेक्ट्रिसिटी नेटवर्क्स (3 डीईएन) आरंभ की है।
  • 3 डीईएन का उद्देश्य नीति, विनियमन, प्रौद्योगिकी एवं निवेश मार्गदर्शन के माध्यम से ऊर्जा व्यवस्था के आधुनिकीकरण एवं वितरित ऊर्जा संसाधनों के प्रभावी उपयोग पर प्रगति में तेजी लाना है।

 

आईईए रिपोर्ट

  • वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक
  • एनर्जी टेक्नोलॉजी पर्सपेक्टिव्स
  • वर्ल्ड एनर्जी स्टैटिस्टिक्स
  • ग्लोबल एनर्जी एंड CO2 स्टेटस रिपोर्ट
  • वर्ल्ड एनर्जी बैलेंसेज

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