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प्रतिस्कंदी द्वीपीय राज्यों की पहल के लिए आधारिक संरचना – यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह एवं भारत से जुड़े एवं / या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।
- जीएस पेपर 3: पर्यावरण- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण।
प्रतिस्कंदी द्वीपीय राज्यों की पहल के लिए आधारिक संरचना – संदर्भ
- हाल ही में, भारत के प्रधानमंत्री ने ग्लासगो में यूएनएफसीसीसी के कॉप 26 में छोटे द्वीपीय राष्ट्रों की आधारिक संरचना के विकास के लिए प्रतिस्कंदी द्वीपीय राज्यों के लिए पहल (आईआरआईएस) की शुरुआत की।
प्रतिस्कंदी द्वीपीय राज्यों की पहल के लिए आधारिक संरचना – प्रमुख बिंदु
- प्रतिस्कंदी द्वीपीय राज्यों की पहल के लिए आधारिक संरचना के बारे में: प्रतिस्कंदी द्वीपीय राज्यों के लिए पहल (द इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर रेजिलिएंट आइलैंड स्टेट) (आईआरआईएस) कोएलिशन फॉर डिजास्टर रेजिलिएंट इन्फ्रास्ट्रक्चर (सीडीआरआई) के अंतर्गत एक पहल है।
- द इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर रेजिलिएंट आइलैंड स्टेट (आईआरआईएस) भारत द्वारा आपदा प्रतिस्कंदी आधारिक संरचना (सीडीआरआई) के लिए गठबंधन के अंतर्गत प्रथम बड़ी पहल है।
- अधिदेश: प्रतिस्कंदी द्वीपीय राज्यों के लिए पहल (आईआरआईएस) का उद्देश्य आपदा प्रतिरोधी आधारिक संरचना निर्मित करना है जो विभिन्न आपदाओं के दौरान छोटे द्वीपीय देशों के मानवीय एवं आर्थिक नुकसान को कम कर सकता है।
- वित्त पोषण: ऑस्ट्रेलिया, भारत एवं यू.के. ने इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर रेजिलिएंट आइलैंड स्टेट (आईआरआईएस) के तहत 10 मिलियन डॉलर की आरंभिक निधियन की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। जापान जैसे अन्य देशों के इसमें शामिल होने की संभावना है।
- स-समय सूचना: इसरो छोटे द्वीपीय विकासशील राज्यों (एसआईडीएस) के लिए उपग्रह के माध्यम से चक्रवातों, प्रवाल-भित्ति अनुश्रवण, तट-रेखा अनुश्रवण इत्यादि के बारे में समय पर जानकारी प्रदान करने के लिए एक विशेष डेटा विंडो का निर्माण करेगा।
छोटे द्वीप विकासशील राज्य (एसआईडीएस): प्रमुख बिंदु
- छोटे द्वीप विकासशील राज्य के बारे में: लघु द्वीपीय विकासशील राज्य (एसआईडीएस) संयुक्त राष्ट्र के 38 सदस्य देशों एवं संयुक्त राष्ट्र क्षेत्रीय आयोगों के 20 गैर-संयुक्त राष्ट्र सदस्य/सहयोगी सदस्यों का एक समूह है।
- आपदाओं के प्रति प्रवृत्त: वे जलवायु परिवर्तन प्रेरित आपदाओं के प्रति सर्वाधिक संवेदनशील होते हैं।
- छोटे द्वीपीय विकासशील राज्य (एसआईडीएस) अपने साझा शत्रु के खिलाफ हैं जो कि जलवायु परिवर्तन एवं परिणामी आपदाएं हैं।
- छोटे द्वीपीय विकासशील राज्य (एसआईडीएस) विशिष्ट सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय भेद्यता का सामना करते हैं।
- सुभेद्य छोटे द्वीपीय राज्य वैश्विक तापन के कारण होने वाली हानि एवं क्षति की अग्रिम पंक्ति में हैं।
- संयुक्त राष्ट्र संघ वैश्विक मूल्यांकन रिपोर्ट/यूएन ग्लोबल असेसमेंट रिपोर्ट (2017): एसआईडीएस देशों में विश्व के दो-तिहाई देश सम्मिलित हैं जो आपदाओं के कारण सर्वाधिक सापेक्ष नुकसान सहन करते हैं।