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मानव संसाधन प्रबंधन के कार्य

मानव संसाधन प्रबंधन

  • परिभाषा: मानव संसाधन प्रबंधन (एचआरएम) एक कंपनी के भीतर कर्मचारियों एवं अन्य हितधारकों के प्रबंधन में सहायता करने हेतु निर्मित की गई सभी औपचारिक प्रणालियों के लिए एक सामूहिक शब्द है।
    • एचआरएम एक अदृश्य कारक (एजेंट) है जो निर्बाध प्रगति सुनिश्चित करने हेतु संगठन के सभी पहलुओं को संगठित करता है।
  • मानव संसाधन प्रबंधन का अधिदेश: एचआरएम को एक संगठन के निर्बाध कार्य संचालन का उत्तरदायित्व सौंपा जाता है।
    • प्रक्रिया रोजगार की आवश्यकताओं हेतु उचित नीतियां निर्मित करने के साथ प्रारंभ होती है एवं कंपनी के सफल व्यवसाय विकास को सुनिश्चित करने के साथ समाप्त होती है।
  • महत्व: मानव संसाधन प्रबंधन की नियोक्ताओं एवं संगठनों को उनके उद्देश्य तक पहुंचने की अनुमति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका है, विशेष रूप से आधुनिक युग में, जहां संगठन पहले की तुलना में कहीं अधिक जन-केंद्रित हो गए हैं।
    • विभिन्न अध्ययनों से ज्ञात होता है कि किसी संगठन में जन-केंद्रित दृष्टिकोण कर्मचारियों के बेहतर प्रदर्शन एवं नौकरी छोड़ने की न्यून दर के मामले में अत्यधिक लाभांश प्रदान करता है।

हम पहले ही एचआरएम की विस्तृत परिभाषा, प्रासंगिकता एवं प्रमुख सिद्धांतों पर विस्तार से चर्चा कर चुके हैं।

इस लेख में, हम मानव संसाधन प्रबंधन के प्रमुख कार्यों पर चर्चा करने जा रहे हैं।

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मानव संसाधन प्रबंधन के प्रमुख कार्य

  • मानव संसाधन प्रबंधन के कार्यों को निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है-
  • कर्मचारी भर्ती: भर्ती एक कंपनी में प्रतिभा अंतराल को अभिनिर्धारित करने एवं कर्तव्यों के संपादन हेतु उचित व्यक्तियों को खोजने की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में चार चरण होते हैं:
  1. रोजगार विश्लेषण: इसमें रोजगार के विवरण तथा विनिर्देश के माध्यम से रोजगार के विभिन्न पहलुओं को परिभाषित करना शामिल है। रोजगार का विवरण एक विशिष्ट रोजगार हेतु आवश्यक कार्यों का अभिनिर्धारण करता है एवं रोजगार विनिर्देश उन आवश्यकताओं को परिभाषित करती है जो एक व्यक्ति को उस रोजगार को कार्यान्वित करने हेतु चाहिए।
  2. सोर्सिंग: इसमें विभिन्न तकनीकों को शामिल किया गया है जो एक कंपनी किसी दिए गए पद को भरने के लिए संभावित उम्मीदवारों को आकर्षित करने हेतु उपयोग में लाती है (उदाहरण के लिए विज्ञापन)।
  3. जांच परख एवं चयन: यह रोजगार के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के मूल्यांकन की प्रक्रिया है। मूल्यांकन मापदंडों में संभावित उम्मीदवारों के कौशल, योग्यता, पात्रता एवं रोजगार से संबंधित अनुभव शामिल हो सकते हैं।
  4. सही उम्मीदवारों का चयन: एक बार सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार का चयन हो जाने के बाद, अगली प्रक्रिया जो होती है, वह है प्रस्थापना (ऑनबोर्डिंग)। यह केवल नवरोह (नए रंगरूटों) को कंपनी के उत्पादक सदस्य बनने में सहायता कर रहा है।
  • कर्मचारी अभिविन्यास:
    • परिभाषा: यह नए रंगरूटों को आवश्यक कौशल, ज्ञान एवं व्यवहार के शिक्षण की प्रक्रिया है ताकि वे नई कंपनी में प्रभावी रूप से समोत्परिवर्तन कर सकें।
    • उपयोग की जाने वाली विधियां: कर्मचारी अभिविन्यास मानव संसाधन विभाग द्वारा संचालित एक व्यापक प्रक्रिया है, एवं यह विभिन्न विधियों के माध्यम से संपादित किया जाता है, जिसमें व्याख्यान, बैठकें, वीडियो, परामर्श एवं टीम-निर्माण अभ्यास शामिल हैं।
    • मुख्य उद्देश्य: नए रंगरूटों को कंपनी के लक्ष्यों, नियमों, नीतियों तथा गतिविधियों के बारे में पर्याप्त जानकारी प्रदान करना।
  • कर्मचारी विकास
    • परिभाषा: यह व्यक्तिगत, दलीय (टीम) एवं संगठनात्मक प्रभावशीलता में सुधार हेतु समस्त प्रयासों को संदर्भित करता है। यह मूल रूप से प्रतिभा विकास है।
    • इसमें कंपनी की आवश्यकताओं के साथ कर्मचारियों के कौशल को संरेखित करना शामिल है। एचआरएम को कर्मचारियों की वृत्ति (करियर) के अवसरों में भी सुधार करना चाहिए।
    • महत्व: भविष्य में नए कर्मचारियों को नियुक्त करने की तुलना में कंपनी के वर्तमान कार्यबल में सुधार करना अधिक किफायती है।अतः, कार्मिक विकास एक समझौताकारी समन्वयन है जिसके माध्यम से एचआरएम नए कर्मचारियों को कार्य पर रखने की संभावित लागत से बचकर धन की बचत करता है।

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