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समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास 2023, भारत-इंडोनेशिया द्विपक्षीय युद्धाभ्यास

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास 2023: यह एक द्विपक्षीय नौसैनिक युद्धाभ्यास है जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना, दोनों नौसेनाओं के मध्य समुद्री कार्रवाई में आपसी समझ एवं अंतर संचालनीयता को बढ़ाना है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय संबंध, भारत एवं इंडोनेशिया के मध्य द्विपक्षीय संबंध; जीएस पेपर 3- आंतरिक सुरक्षा) के लिए भी समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास 2023 महत्वपूर्ण है।

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास चर्चा में क्यों है?

भारत-इंडोनेशिया द्विपक्षीय युद्धाभ्यास समुद्र शक्ति-23 का चौथा संस्करण 14-19 मई 23 तक आयोजित किया जाएगा।

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास –23 से संबंधित विवरण

2018 में परिकल्पित, समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास -23 एक द्विपक्षीय नौसैनिक युद्धाभ्यास है जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना, दोनों नौसेनाओं के मध्य समुद्री कार्यवाही में आपसी समझ तथा अंतर-संचालनीयता को बढ़ाना है।

  • आयोजन स्थल एवं अवधि: समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास-23 का आयोजन बाटम, इंडोनेशिया में 14-19 मई 23 को किया जाना है।
  • अधिदेश: युद्धाभ्यास समुद्र शक्ति का उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के मध्य अंतःक्रियाशीलता, संयुक्तता एवं आपसी सहयोग को बढ़ाना है।
  • शामिल देश: समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास भारत तथा इंडोनेशिया के मध्य आयोजित किया जाता है।
  • महत्व: समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास-23 दोनों नौसेनाओं के मध्य उच्च स्तर की अंतरसंक्रियता एवं क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता के प्रति उनकी साझा प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करेगा।

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास –23 में भागीदारी

भारतीय एवं इंडोनेशियाई दोनों नौसेनाओं को समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास 2023 में भाग लेना है। निम्नलिखित जहाज समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास-23 में भाग लेंगे-

  • आईएनएस कवारत्ती, स्वदेशी रूप से डिजाइन एवं निर्मित एएसडब्ल्यू कॉर्वेट, एक भारतीय नौसेना डोर्नियर समुद्री गश्ती विमान एवं चेतक हेलीकॉप्टर समुद्र शक्ति 2023 में भाग ले रहे हैं।
  • इंडोनेशियाई नौसेना का प्रतिनिधित्व केआरआई सुल्तान इस्कंदर मुदा, सीएन 235  समुद्री गश्ती विमान (मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट) एवं एएस 565 पैंथर हेलीकॉप्टर द्वारा किया जाएगा।

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास के चरण

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास-23 का आयोजन दो चरणों में होगा-

  • हार्बर चरण इसमें क्रॉस डेक विजिट, प्रोफेशनल इंटरेक्शन, सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट एक्सचेंज एवं स्पोर्ट्स फिक्स्चर शामिल होंगे।
  • सागर चरण के दौरान, हथियार फायरिंग, हेलीकाप्टर कार्रवाई, पनडुब्बी रोधी युद्ध एवं वायु रक्षा युद्धाभ्यास तथा बोर्डिंग संचालन की योजना बनाई गई है।

 

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न?

प्र. समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास में कौन से दो देश भाग ले रहे हैं?

उत्तर. युद्धाभ्यास समुद्र शक्ति भारत एवं इंडोनेशिया के मध्य एक द्विपक्षीय युद्धाभ्यास है।

प्र. समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास के क्या उद्देश्य हैं?

उत्तर. समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास का प्रमुख उद्देश्य द्विपक्षीय नौसैनिक सहयोग को मजबूत करना, क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा एवं स्थिरता में सुधार करना, आपसी समझ तथा अंतर संचालनीयता को बढ़ाना एवं संयुक्त युद्धाभ्यास तथा प्रशिक्षण  कार्रवाइयों का संचालन करना है।

प्र. समुद्र शक्ति  युद्धाभ्यास में कौन सी गतिविधियाँ शामिल हैं?

उत्तर. युद्धाभ्यास समुद्र शक्ति में नौसेना युद्धाभ्यास, हेलीकॉप्टर संचालन, संचार युद्धाभ्यास, जलदस्युता रोधी (एंटी-पायरेसी) युद्धाभ्यास एवं खोज तथा बचाव अभियान जैसी विभिन्न गतिविधियां शामिल हैं। भाग लेने वाली नौसेनाएं यात्राओं का आदान-प्रदान भी करती हैं एवं पेशेवर अंतःक्रिया में शामिल होती हैं।

प्र. समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास से भारत एवं इंडोनेशिया को किस प्रकार लाभ प्राप्त होगा?

उत्तर. युद्धाभ्यास समुद्र शक्ति भारत एवं इंडोनेशिया के मध्य समुद्री सहयोग एवं अंतर्संचालनीयता को बढ़ाता है, उनके द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करता है। यह विभिन्न नौसैनिक अभियानों में सर्वोत्तम व्यवहार, प्रशिक्षण के अवसरों एवं ज्ञान और विशेषज्ञता को साझा करने की अनुमति प्रदान करता है। यह युद्धाभ्यास क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा एवं स्थिरता बनाए रखने में भी सहायता करता है।

 

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समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास 2023, भारत-इंडोनेशिया द्विपक्षीय युद्धाभ्यास_3.1

FAQs

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास में कौन से दो देश भाग ले रहे हैं?

युद्धाभ्यास समुद्र शक्ति भारत एवं इंडोनेशिया के मध्य एक द्विपक्षीय युद्धाभ्यास है।

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास के क्या उद्देश्य हैं?

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास का प्रमुख उद्देश्य द्विपक्षीय नौसैनिक सहयोग को मजबूत करना, क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा एवं स्थिरता में सुधार करना, आपसी समझ तथा अंतर संचालनीयता को बढ़ाना एवं संयुक्त युद्धाभ्यास तथा प्रशिक्षण कार्रवाइयों का संचालन करना है।

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास में कौन सी गतिविधियाँ शामिल हैं?

युद्धाभ्यास समुद्र शक्ति में नौसेना युद्धाभ्यास, हेलीकॉप्टर संचालन, संचार युद्धाभ्यास, जलदस्युता रोधी (एंटी-पायरेसी) युद्धाभ्यास एवं खोज तथा बचाव अभियान जैसी विभिन्न गतिविधियां शामिल हैं। भाग लेने वाली नौसेनाएं यात्राओं का आदान-प्रदान भी करती हैं एवं पेशेवर अंतःक्रिया में शामिल होती हैं।

समुद्र शक्ति युद्धाभ्यास से भारत एवं इंडोनेशिया को किस प्रकार लाभ प्राप्त होगा?

युद्धाभ्यास समुद्र शक्ति भारत एवं इंडोनेशिया के मध्य समुद्री सहयोग एवं अंतर्संचालनीयता को बढ़ाता है, उनके द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करता है। यह विभिन्न नौसैनिक अभियानों में सर्वोत्तम व्यवहार, प्रशिक्षण के अवसरों एवं ज्ञान और विशेषज्ञता को साझा करने की अनुमति प्रदान करता है। यह युद्धाभ्यास क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा एवं स्थिरता बनाए रखने में भी सहायता करता है।