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यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी 25 जनवरी 2023: हम आपके लिए ‘यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी‘ लेकर आए हैं, जो यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दैनिक समसामयिकी के साथ अपडेट करने के सिद्धांत पर आधारित है। गुणवत्ता से समझौता किए बिना यूपीएससी उम्मीदवारों के कीमती समय को बचाने के लिए ये दैनिक समसामयिकी हमारी टीम द्वारा बिट फॉर्म / संक्षिप्त रूप में तैयार किए गए हैं। यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए आज, 25 जनवरी 2023 के दैनिक समसामयिकी में, हम नीचे दिए गए टॉपिक्स को कवर कर रहे हैं: कलरीपयट्टू, एटिकोप्पाका, मांकडिंग, ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023।
कलरीपयट्टू
कलरीपयट्टू चर्चा में क्यों है?
केरल के कलारीपयट्टू आचार्य श्री एस. आर. डी. प्रसाद गुरुक्कल को दिव्य उत्कृष्ट कला एवं खेल के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म श्री 2023 से सम्मानित किया गया है।
आचार्य श्री एस आर डी प्रसाद गुरुक्कल के बारे में
- श्री प्रसाद गुरुक्कल ने कलारीपयट्टू युद्धक कला (मार्शल आर्ट) सीखने एवं सिखाने में अपना पूरा जीवन बिताया है, जिसे उन्होंने अपने पिता, चिरक्कल टी. श्रीधरन नायर से सीखना शुरू किया था, जो कि कलारीपयट्टू के दिग्गज थे।
- वह 1999 से श्री भरत कलारी, वलापट्टनम में पूर्णकालिक शिक्षण कार्य कर रहे हैं, जिसे उनके पिता ने 1948 में स्थापित किया था।
- श्री प्रसाद गुरुक्कल के पिता श्री श्रीधरन नायर, कलारिपयट्टू की ‘अरापुकाई‘ प्रणाली के विशेषज्ञ थे, जो एक उत्तर मालाबार प्रणाली है, जिसे वे एक व्यापक कला के रूप में वर्णित करते हैं जिसमें विकास विद्या (कैलिस्थेनिक्स), शरीर अनुकूलन, हथियार एवं नंगे हाथों से लड़ने का कौशल शामिल है।
- श्रीधरन नायर ने भारत को स्वतंत्रता प्राप्त करने के एक वर्ष पश्चात 1948 में अपनी कलारी का नाम ‘श्री भरत‘ रखा था।
कलरीपयट्टू युद्धक कला के बारे में
- कलारिपयट्टू को केरल में विकसित किया गया था।
- यह संपूर्ण विश्व में स्वीकृत एवं सम्मानित है।
- विश्व की सर्वाधिक प्राचीन एवं सर्वाधिक वैज्ञानिक युद्धक कला (मार्शल आर्ट) में से एक मानी जाती है।

कलारीपयट्टू मार्शल आर्ट
कलारीपयट्टू प्रशिक्षण की मुख्य विशेषताएं
- प्रशिक्षण संपूर्ण शरीर की तेल मालिश से प्रारंभ होता है जब तक कि वह फुर्तीला एवं कोमल न हो जाए।
- चट्टोम (कूदना), ओट्टम (दौड़ना) एवं मारीचिल (समरसॉल्ट) जैसे करतब भी कला के अभिन्न अंग हैं। तलवार, खंजर, भाले, गदा एवं धनुष तथा बाण जैसे हथियारों का उपयोग करने के भी सबक हैं।
कलरीपयट्टू मार्शल आर्ट का उद्देश्य
- प्राथमिक उद्देश्य मन एवं शरीर के मध्य परम समन्वय है। कलारीपयट्टू का एक अन्य फोकस स्वदेशी औषधीय पद्धतियों में विशेषज्ञता है।
- कलारी धार्मिक पूजा के महत्वपूर्ण केंद्र भी हैं। एक बार पाठ्यक्रम पूरा हो जाने के बाद, व्यक्ति को तेल मालिश में संलग्न होना चाहिए एवं आकार बनाए रखने का अभ्यास करना चाहिए।
एटिकोप्पका
एटिकोप्पाका चर्चा में क्यों है?
- केंद्र सरकार ने 26 जनवरी, 2023 को सी वी राजू को कला श्रेणी में पद्मश्री से सम्मानित किया। श्री सी वी राजू आंध्र प्रदेश में एटिकोप्पाका काष्ठ खिलौना कला (वुडन टॉय क्राफ्ट) के एक प्रसिद्ध कलाकार हैं।
- आंध्र प्रदेश के एटिकोप्पाका गांव के एक कृषक श्री सी वी राजू ने अद्वितीय एटिकोप्पाका लकड़ी के खिलौना शिल्प उद्योग को पुनर्जीवित करने में उल्लेखनीय कार्य किया है।
- एटिकोप्पाका खिलौनों ने आंध्र प्रदेश राज्य में हस्तशिल्प श्रेणी के तहत अपना भौगोलिक संकेतक (जीआई टैग) प्राप्त किया है।
”एटिकोप्पका” नाम क्यों पड़ा?
- एटिकोप्पाका नाम लकड़ी की सुंदर कलाकृतियों एवं लाख के रंगों का पर्याय है।
- इस टोले के कारीगर एक ऐसे शिल्प के उच्च पुरोधा थे जिनके पास कोई समकक्ष नहीं था, केवल सहकर्मी थे।
- एटिकोप्पाका के लोगों के लिए, लकड़ी से सुंदर एवं रंगीन खिलौने बनाना एक परंपरा रही है जो भारत की स्वतंत्रता से पूर्व की है।

एटिकोप्पका बोम्मालु
एटिकोप्पाका बोम्मालु क्या है?
एटिकोप्पका लकड़ी के खिलौने लाख रंग से निर्मित होते हैं एवं पारंपरिक रूप से एटिकोप्पका लकड़ी के खिलौने या एटिकोप्पका बोम्मालु के रूप में जाने जाते हैं।
एटिकोप्पका का स्थान?
- आंध्र प्रदेश का एटिकोप्पाका गांव लकड़ी से बने अपने एटिकोप्पाका लकड़ी के खिलौने के शिल्प हेतु अत्यंत प्रसिद्ध है। लाह लेपन (कोटिंग) के कारण खिलौनों को लाख के खिलौने भी कहा जाता है।
- एटिकोप्पाका आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जिले से 64 किलोमीटर की दूरी पर वराह नदी के तट पर एक छोटा सा गाँव है।
मांकडिंग
मांकडिंग चर्चा में क्यों है?
‘मांकडिंग’ क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाला शब्द है एवं प्रायः खबरों में रहता है।
मांकडिंग क्या है?
‘मांकडिंग’ शब्द का प्रयोग गेंदबाज द्वारा नॉन-स्ट्राइकर छोर पर गेंद डालने से पहले बल्लेबाजों को रन आउट करने के लिए किया जाता है।
‘मांकडिंग‘ शब्द की उत्पत्ति
- “मांकडिंग” शब्द महान भारतीय ऑलराउंडर वीनू मांकड़ के कारण अस्तित्व में आया, जिन्होंने 1947 में भारत के प्रथम दौरे के दौरान ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बिल ब्राउन को दो बार आउट किया था।
- हालांकि बिल ब्राउन इस तरह से दो बार पवेलियन लौटने से प्रसन्न नहीं थे एवं ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने मांकड़ पर जहर उगल दिया, तब ऑस्ट्रेलिया की अगुवाई कर रहे डॉन ब्रैडमैन ने भारतीय गेंदबाज का समर्थन करते हुए कहा कि नॉन-स्ट्राइकर को अधिक सावधान रहना चाहिए था।
मांकडिंग विधि का प्रयोग कब किया जाता है?
- आउट करने का मांकडिंग तरीका कभी-कभी क्रिकेट के सभी स्तरों पर सभी संस्करणों में होता है एवं हमेशा उन लोगों द्वारा इसकी आलोचना की जाती है जो प्राप्त करने वाले हैं।
- इस तथ्य के बारे में बहुत कम विचार किया जाता है कि न केवल गेंदबाज खेल के नियमों के भीतर कार्य कर रहा है, बल्कि गलत कार्य मुख्य रूप से नॉन-स्ट्राइकर के कारण होता है, जो गेंद आने से पहले ही क्रीज छोड़कर रन चुराने की कोशिश करता है, जो अनुचित कार्य करता है।
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 चर्चा में क्यों है?
- 27 जनवरी, 2023 को सानिया मिर्जा ने मिश्रित युगल फाइनल में उपविजेता के रूप में समापन करने के पश्चात अपने शानदार ग्रैंड स्लैम करियर का अंत किया।
- सानिया मिर्जा एवं रोहन बोपन्ना मिश्रित युगल (मिक्स्ड डबल्स) के फाइनल में लुइसा स्टेफनी एवं राफेल माटोस की ब्राजीली जोड़ी से हार गए।
ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट के बारे में जानिए
- ऑस्ट्रेलियन ओपन एक प्रमुख टेनिस टूर्नामेंट है, जो जनवरी के अंतिम पखवाड़े में मेलबर्न के मेलबर्न पार्क में प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।
- ऑस्ट्रेलियन ओपन प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाले चार ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में से पहला है। अन्य टूर्नामेंट फ्रेंच ओपन, विंबलडन एवं यूएस ओपन हैं।
- टूर्नामेंट पुरुषों एवं महिलाओं दोनों के लिए है।
- ऑस्ट्रेलियन ओपन 1988 से पहले ग्रास कोर्ट पर खेला जाता था। तब से, तीन प्रकार के हार्डकोर्ट सतहों का उपयोग किया गया है। 2007 तक हरे रंग का रिबाउंड ऐस, 2008 से 2019 तक नीला प्लेक्सि कुशन एवं 2020 से नीला ग्रीन सेट।
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 कब प्रारंभ होगा?
ऑस्ट्रेलियन ओपन सोमवार, 16 जनवरी से प्रारंभ होकर रविवार, 29 जनवरी तक चलेगा।
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 का फाइनल कब होगा?
28 जनवरी – महिला फाइनल एवं 29 जनवरी – पुरुषों का फाइनल
प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. एस आर डी प्रसाद गुरुक्कल कौन हैं?
उत्तर. केरल के कलरीपायट्टु आचार्य श्री एस आर डी प्रसाद गुरुक्कल को दिव्य कला एवं खेल के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म श्री 2023 से सम्मानित किया गया है।
प्र. मांकडिंग क्या है?
उत्तर. ‘मांकडिंग’ शब्द का प्रयोग गेंदबाज द्वारा नॉन-स्ट्राइकर छोर पर गेंद डालने से पहले बल्लेबाज को रन आउट करने के लिए किया जाता है।
प्र. पद्मश्री सी.वी. राजू कौन हैं?
उत्तर. केंद्र सरकार ने 26 जनवरी, 2023 को सी वी राजू को कला श्रेणी में पद्मश्री से सम्मानित किया। श्री सी वी राजू आंध्र प्रदेश में एटिकोप्पाका काष्ठ खिलौना कला (वुडन टॉय क्राफ्ट) के एक प्रसिद्ध कलाकार हैं।
प्र. सानिया मिर्जा ने अपना आखिरी ग्रैंड स्लैम मैच किस वर्ष खेला था?
उत्तर. 27 जनवरी, 2023 को, मिश्रित युगल फाइनल में उपविजेता के रूप में समापन करने के पश्चात, सानिया मिर्जा ने शानदार ग्रैंड स्लैम करियर समाप्त किया।
सानिया मिर्जा एवं रोहन बोपन्ना मिश्रित युगल (मिक्स्ड डबल्स) के फाइनल में लुइसा स्टेफनी एवं राफेल माटोस की ब्राजीली जोड़ी से हार गए।



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