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यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 2 जून 2023 की दैनिक समसामयिकी, सिविल सर्विसेज के लिए करेंट अफेयर्स

यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 2 जून 2023 की दैनिक समसामयिकी: हम आपके लिए ‘यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी’ लेकर आए हैं, जो यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दैनिक समसामयिकी के साथ अपडेट करने के सिद्धांत पर आधारित है। गुणवत्ता से समझौता किए बिना यूपीएससी उम्मीदवारों के कीमती समय को बचाने के लिए ये दैनिक समसामयिकी हमारी टीम द्वारा बिट फॉर्म / संक्षिप्त रूप में तैयार किए गए हैं। यूपीएससी आईएएस  प्रारंभिक परीक्षा के लिए आज, 2 जून 2023 की दैनिक समसामयिकी में, हम नीचे दिए गए टॉपिक्स को कवर कर रहे हैं।

BIS द्वारा आयुष जड़ी-बूटियों एवं उत्पादों का मानकीकरण

BIS द्वारा आयुष जड़ी बूटियों एवं उत्पादों का मानकीकरण चर्चा में क्यों है?

हाल ही में, भारतीय मानक ब्यूरो (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स/BIS) ने आयुष से संबंधित 31 भारतीय मानकों को अधिसूचित किया है, जिसमें 30 जड़ी-बूटियां तथा 1 उत्पाद (स्टेनलेस स्टील नेटी पॉट) शामिल हैं। इन बीआईएस मानकों को हाल ही में राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से प्रकाशित किया गया था।

आयुष जड़ी-बूटियों एवं उत्पादों के प्रोत्साहन हेतु BIS द्वारा उठाए गए कदम

भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) भारत का राष्ट्रीय मानक निकाय है, जो मानकीकरण, अंकन एवं गुणवत्ता प्रमाणन की गतिविधियों के विकास के लिए अधिदेशित है। BIS में आयुष पर समर्पित फोकस हेतु BIS ने एक अतिरिक्त विभाग  की स्थापना भी की है।

  • भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने आयुष पर केंद्रित एक समर्पित विभाग की स्थापना करके भारत में अपने मानकीकरण प्रयासों का विस्तार किया है।
  • इस विकास का उद्देश्य मानकीकरण प्रक्रिया को संवर्धित करना तथा विभिन्न स्तरों पर आयुष उत्पादों एवं सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में आयुष मंत्रालय का सहयोग करना है।
  • इसके अतिरिक्त, BIS ने अंतरराष्ट्रीय मानकों को तैयार करने के लिए मानकीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन (इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर स्टैंडर्डाइजेशन/ISO) के साथ सहयोग करने की पहल की है।
  • BIS की सिफारिश के बाद, ISO/TC-215 ‘स्वास्थ्य सूचना विज्ञान’ के अंतर्गत ‘पारंपरिक चिकित्सा’ पर एक कार्य समूह (WG-10) स्थापित किया गया है।
  • यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को प्रोत्साहित करने तथा मानकीकृत करने के लिए BIS की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।

भारतीय मानक ब्यूरो (BIS), प्रमुख बिंदु

BIS भारत का राष्ट्रीय मानक निकाय है, जिसकी स्थापना BIS अधिनियम 2016 के तहत वस्तुओं के मानकीकरण, अंकन एवं गुणवत्ता प्रमाणन की गतिविधियों के सामंजस्यपूर्ण विकास एवं उससे संबंधित अथवा प्रासंगिक मामलों के लिए की गई है।

  • मूल मंत्रालय: BIS, उपभोक्ता मामलों के विभाग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के तहत कार्य करता है।
  • पदेन अध्यक्ष: BIS का प्रशासनिक नियंत्रण रखने वाले मंत्रालय अथवा विभाग के प्रभारी मंत्री BIS के पदेन अध्यक्ष होते हैं।
  • बीआईएस मुख्यालय: BIS का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
    • बीआईएस के 05 क्षेत्रीय कार्यालय (रीजनल ऑफिस/RO) भी हैं- कोलकाता (पूर्वी), चेन्नई (दक्षिणी), मुंबई (पश्चिमी), चंडीगढ़ (उत्तरी) तथा दिल्ली (मध्य) में स्थित हैं।
  • BIS के प्रमुख कार्य:भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) को निम्नलिखित प्रमुख कार्य सौंपे गए हैं-
    • मानक सूत्रीकरण
    • उत्पाद प्रमाणन योजना
    • अनिवार्य पंजीकरण योजना
    • विदेशी निर्माता प्रमाणन योजना
    • हॉल मार्किंग योजना
    • प्रयोगशाला सेवाएं
    • प्रयोगशाला मान्यता योजना
    • भारतीय मानकों की बिक्री
    • उपभोक्ता मामलों के क्रियाकलाप
    • प्रचार गतिविधियां
    • प्रशिक्षण सेवाएं, राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर
    • जानकारी सेवाएँ

सिटी इन्वेस्टमेंट्स टू इन्नोवेट इंटीग्रेट एंड सस्टेन 2.0 (CITIIS 2.0)

सिटीज 2.0 चर्चा में क्यों है?

हाल ही में, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने CITIIS 2.0 को अपनी स्वीकृति प्रदान की है, जो सिटी इन्वेस्टमेंट टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेन 2.0 के लिए संदर्भित है।

CITIIS 2.0 से संबंधित विवरण

CITIIS 2.0 कार्यक्रम एक सहयोगी कार्यक्रम है, जो शहर स्तर पर एकीकृत अपशिष्ट प्रबंधन, राज्य स्तर पर जलवायु-उन्मुख सुधार कार्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर संस्थागत सुदृढ़ता एवं ज्ञान प्रसार पर ध्यान देने के साथ चक्रीय अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने हेतु प्रतिस्पर्धात्मक रूप से चयनित परियोजनाओं का समर्थन करने की परिकल्पना करता है।

  • CITIIS 2.0 का उद्देश्य CITIIS 1.0 की सीख एवं सफलताओं का लाभ उठाना  तथा उन्हें बढ़ाना है। CITIIS 1.0 को 2018 में MoHUA, AFD, EU एवं NIUA द्वारा संयुक्त रूप से 933 करोड़ रुपए (106 मिलियन यूरो) के कुल परिव्यय के साथ  प्रारंभ किया गया था।
  • CITIIS 2.0, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स/MoHUA) द्वारा फ्रांसीसी विकास एजेंसी (AFD), Kreditanstalt für Wiederaufbau (KfW), यूरोपीय संघ (EU) तथा राष्ट्रीय शहरी मामलों के संस्थान (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स/NIUA) के साथ साझेदारी में परिकल्पित एक कार्यक्रम है।
  • सिटी इन्वेस्टमेंट टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेनेबल 2.0 कार्यक्रम चार वर्ष की अवधि के लिए, अर्थात 2023 से 2027 तक संचालित होगा।
  • CITIIS 2.0 के लिए वित्तपोषण में AFD और KfW (प्रत्येक 100 मिलियन यूरो) से 1760 करोड़ रुपये (EUR 200 मिलियन) का ऋण  तथा यूरोपीय संघ से 106 करोड़ रुपये (12 मिलियन यूरो) का तकनीकी सहायता अनुदान शामिल होगा।

राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023

राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023 चर्चा में क्यों है?

राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023 के लिए आवेदन 1 अप्रैल 2023 से लाइव कर दिए गए हैं तथा प्रस्तुत करने की समय सीमा अब 15 जून 2023 तक बढ़ा दी गई है। इच्छुक प्रतिभागियों को राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाने एवं संशोधित समय सीमा 15 जून 2023 से पूर्व अपने आवेदन जमा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023 से संबंधित विवरण

नेशनल स्टार्टअप अवार्ड्स 2023 के आवेदन की समय सीमा का विस्तार इच्छुक उद्यमियों एवं सक्षमकर्ताओं को अपने नवोन्मेषी समाधान तथा गहन सामाजिक प्रभाव प्रदर्शित करने हेतु अतिरिक्त समय प्रदान करता है।

  • राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार 2023 ‘विज़न इंडिया @2047’ के दृष्टिकोण के साथ संरेखित करते हुए, देश के सभी कोनों से नवाचारों का अभिनंदन करेगा, जो प्रमुख विषयों पर अमृत काल की भावना से संचालित एक विकसित अर्थव्यवस्था में भारत के परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करता है।
  • DPIIT प्रत्येक श्रेणी में एक विजेता स्टार्टअप को 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान करेगा।
  • इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023 के विजेताओं तथा फाइनलिस्ट को निवेशकों एवं सरकारी नेटवर्क तक पहुंच, परामर्श कार्यक्रम, अंतर्राष्ट्रीय बाजार का एक्सपोजर, कॉरपोरेट्स एवं यूनिकॉर्न के साथ कनेक्शन तथा विभिन्न अन्य मूल्यवान संसाधनों सहित विशेष हैंडहोल्डिंग सपोर्ट प्राप्त होगा।

 

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