74 वां गणतंत्र दिवस समारोह 2023: हाल ही में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह 2023 ने अपनी परेड एवं अन्य कार्यक्रमों में स्वदेशी शस्त्र तथा महिला शक्ति पर ध्यान केंद्रित किया। 74 वां गणतंत्र दिवस समारोह 26 जनवरी 2023 को आयोजित किया गया था। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 1- सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा उनका महत्व) में गणतंत्र दिवस समारोह पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों पर आधारित अनेक प्रश्न पूछे जाते हैं।
74 वां गणतंत्र दिवस समारोह 2023 चर्चा में क्यों है?
74 वें गणतंत्र दिवस समारोह 2023 ने भारत की सैन्य क्षमता में आत्मनिर्भरता अथवा सेल्फ सफिशिएंसी के लिए प्रेरण एवं सशस्त्र बलों में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया। 74 वां गणतंत्र दिवस समारोह दिल्ली में पुनर्निर्मित कर्तव्य पथ, पूर्व में राजपथ पर आयोजित किया गया था। 74वीं गणतंत्र दिवस परेड प्रथम बार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नेतृत्व में हुई।
74 वें गणतंत्र दिवस 2023 के बारे में
राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस प्रत्येक वर्ष संपूर्ण देश में अत्यंत जोश एवं उत्साह के साथ मनाया जाता है। राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस भारत के संविधान को अंगीकृत करने का जश्न मनाता है जिसे 26 जनवरी 1950 को अंगीकृत किया गया था।
गणतंत्र दिवस 2023 को परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, रैलियों इत्यादि जैसे कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। कर्तव्य पथ पर सैन्य परेड एवं अन्य गतिविधियों सहित अनेक रंगारंग कार्यक्रम हुए। इन गतिविधियों में स्कूली बच्चे भी हिस्सा लेते हैं एवं अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं।
74वां गणतंत्र दिवस 2023 की प्रमुख विशेषताएं
गणतंत्र दिवस परेड 2023 भारत के सैन्य कौशल एवं सांस्कृतिक विविधता का एक विशिष्ट मिश्रण था, जो देश की बढ़ती स्वदेशी क्षमताओं, नारी शक्ति एवं एक ‘नए भारत’ के उद्भव को दर्शाता है।
74 वें गणतंत्र दिवस के प्रमुख अतिथि
74 वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी थे। भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में महामारी प्रतिबंधों के कारण दो वर्ष पश्चात मुख्य अतिथि थे।
गणतंत्र दिवस 2023 पर स्वदेशी हथियारों का प्रदर्शन
जैसे ही राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था एवं 21 तोपों की सलामी पहली बार भारत निर्मित 105-मिमी फील्ड गन द्वारा प्रस्तुत की गई थी, जिसने स्वतंत्रता के पश्चात से उपयोग की जाने वाली सात विंटेज क्विक फायर 25-पाउंडर तोपों का स्थान लिया था।
- यह परिवर्तन रक्षा उपकरणों के स्वदेशी निर्माण के लिए केंद्र सरकार के प्रेरण के अनुरूप था।
- सेना ने अपने मुख्य युद्धक टैंक, अर्जुन, नाग मिसाइल प्रणाली, के-9 वज्र-टी बंदूक प्रणाली, आकाश वायु रक्षा प्रणाली एवं ब्रह्मोस मिसाइल सहित अन्य भारत निर्मित (मेड-इन-इंडिया) उपकरणों का प्रदर्शन किया।
गणतंत्र दिवस 2023 में सांस्कृतिक कार्यक्रम
गणतंत्र दिवस 2023 समारोह में कुल 23 झांकी – 17 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से तथा छह विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों से प्रदर्शित की गईं।
- ये सांस्कृतिक कार्यक्रम भारत की जीवंत सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हैं एवं आर्थिक तथा सामाजिक प्रगति कर्तव्य पथ पर परेड का हिस्सा थे।
- वंदे भारतम- नृत्य उत्सव शोकेस- संस्कृति मंत्रालय एवं रक्षा मंत्रालय के नेतृत्व में संपूर्ण भारत के कलाकारों के सांस्कृतिक प्रदर्शन का साक्षी बना।
गणतंत्र दिवस 2023 में महिलाएं
लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत, एक महिला नौसैनिक वायु कार्रवाई अधिकारी, ने भारतीय नौसेना के 144 युवा नाविकों के दल का नेतृत्व किया एवं इसकी झांकी ने ‘नारी शक्ति’ को बलपूर्वक प्रदर्शित किया।
- सर्वप्रथम, महिला कर्मी परेड में सीमा सुरक्षा बल के ऊंट दल का हिस्सा थीं।
- परेड में सीआरपीएफ, ‘पीसकीपर्स ऑफ द नेशन’ की महिलाओं से पूर्ण रूप से निर्मित टुकड़ी ने भाग लिया। इस अर्धसैनिक बल को विश्व में पहली महिला-सशस्त्र पुलिस बटालियन की स्थापना करने का गौरव प्राप्त है।
गणतंत्र दिवस के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. 74 वें गणतंत्र दिवस 2023 में मुख्य अतिथि कौन थे?
उत्तर. मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी 74 वें गणतंत्र दिवस 2023 के मुख्य अतिथि थे।
प्र. राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?
उत्तर. राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस भारत के संविधान को अंगीकृत करनेका जश्न मनाता है जिसे 26 जनवरी 1950 को अंगीकृत किया गया था।
प्र. भारतीय संविधान कब लागू हुआ था?
उत्तर. गणतंत्र भारत के संविधान के संदर्भ में शासित है जिसे 26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया था एवं 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था।