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स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में मिशन लाइफ (LiFE) विमोचित किया गया

मिशन लाइफ- यूपीएससी परीक्षा के लिए महत्व

मिशन लाइफ: ‘लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट’ (LiFE) मिशन विश्व के लोगों के बीच सतत जीवन शैली को प्रोत्साहित करने हेतु सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। मिशन लाइफ़ यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय संबंध तथा जीएस पेपर 3- पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन एवं संरक्षण) दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।

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मिशन लाइफ: लाइफ मिशन चर्चा में क्यों था?

  • हाल ही में, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव, एच.ई. श्री एंटोनियो गुटेरेस के साथ  द्विपक्षीय बैठक में भाग लिया तथा बाद में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, एकता नगर, केवडिया, गुजरात में मिशन लाइफ का शुभारंभ किया।
  • संयुक्त राष्ट्र के सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 11 राष्ट्रों के प्रमुखों द्वारा मिशन लाइफ के शुभारंभ पर बधाई वीडियो संदेश भी प्रसारित किए गए।

 

LiFE की अवधारणा कैसे विकसित हुई?

  • 1 नवंबर 2021 को ग्लासगो में कॉप 26 में प्रधानमंत्री द्वारा LiFE की अवधारणा पेश की गई थी।
  • 5 जून 2022 को, विश्व पर्यावरण दिवस पर, भारत ने LiFE वैश्विक अभियान (ग्लोबल मूवमेंट) प्रारंभ करके, दुनिया भर के शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं एवं स्टार्ट-अप्स को विशिष्ट एवं वैज्ञानिक तरीकों के बारे में सोचने के लिए आमंत्रित किया, जिसमें सामूहिक कार्रवाई की संपूर्ण क्षमता का उपयोग पर्यावरण संकट से निपटने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
    • LiFE आंदोलन को वैश्विक नेताओं से रिकॉर्ड समर्थन प्राप्त हुआ।

 

लाइफ़ मूवमेंट क्या है?

  • लाइफ अभियान के बारे में: LiFE का विचार एक पर्यावरण-सचेत जीवन शैली को बढ़ावा देता है जो ‘मस्तिष्क एवं विनाशकारी उपभोग’ के स्थान पर ‘सावधान एवं जानबूझकर उपयोग’ पर केंद्रित है।
    • LiFE अभियान मानव की स्थायी जीवन शैली सुनिश्चित करने और ग्रह की सुरक्षा के लिए एक वैश्विक पहल है।
    • LiFE अभियान वैश्विक पहल का प्रस्ताव भारत के प्रधानमंत्री द्वारा काॅप 26, ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र के जलवायु शिखर सम्मेलन में किया गया था।
  • दृष्टिकोण: LiFE का दृष्टिकोण एक ऐसी जीवन शैली व्यतीत करनी है जो हमारे ग्रह के अनुरूप हो एवं इसे हानि न पहुंचाएं।
    • ऐसी जीवन शैली व्यतीत करने वालों को “प्रो-प्लैनेट पीपल” कहा जाता है।
  • मिशन: मिशन लाइफ अतीत का अनुकरण करता है, वर्तमान में संचालित होता है एवं भविष्य पर ध्यान केंद्रित करता है।
    • LiFE पहल हमारे जीवन में बुनी गई अल्पीकरण, पुन: उपयोग एवं पुनर्चक्रण की अवधारणा का उपयोग करती है।
    • वृत्तीय अर्थव्यवस्था (सर्कुलर इकोनॉमी) भारत की संस्कृति एवं जीवन शैली का एक अभिन्न अंग रहा है  तथा LiFE पहल का मिशन इस वृत्तीय अर्थव्यवस्था का उपयोग करना है।

 

मिशन लाइफ क्या है?

  • मिशन लाइफ, मिशन-मोड, वैज्ञानिक एवं गौर करने योग्य कार्यक्रम के माध्यम से लाइफ (LiFE) के विचारों एवं आदर्शों पर कार्य करेगा एवं जलवायु परिवर्तन पर बात करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करेगा।
  • मिशन लाइफ को 2022 से 2027 की अवधि में पर्यावरण की रक्षा एवं संरक्षण के लिए व्यक्तिगत  तथा सामूहिक कार्रवाई करने हेतु कम से कम एक अरब भारतीयों  तथा अन्य वैश्विक नागरिकों को अभिनियोजित करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
  • भारत के भीतर, 2028 तक सभी गांवों एवं शहरी स्थानीय निकायों के कम से कम 80% का पर्यावरण के अनुकूल बनने का लक्ष्य है।

 

मिशन लाइफ की त्रि-आयामी रणनीति

मिशन लाइफ का उद्देश्य धारणीयता के प्रति हमारे सामूहिक दृष्टिकोण को बदलने के लिए त्रि-आयामी रणनीति का अनुसरण करना है।

  • सबसे पहले व्यक्तियों को अपने दैनिक जीवन (मांग) में सरल किंतु प्रभावी पर्यावरण के अनुकूल कार्यों का अभ्यास करने के लिए प्रेरित करना है;
  • दूसरा, उद्योगों एवं बाजारों को बदलती मांग (आपूर्ति) के लिए तेजी से प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाना तथा;
  • तीसरा है सतत उपभोग एवं उत्पादन (नीति) दोनों का समर्थन करने के लिए सरकार तथा औद्योगिक नीति को प्रभावित करना।

 

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