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प्रासंगिकता
- जीएस 3: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं अवक्रमण।
प्रसंग
- एक प्रेस कार्यक्रम में, यूएनईपी (संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम) ने घोषणा की है कि विश्व स्तर पर, ऑटोमोटिव ईंधन अब पूर्ण रूप से सीसा रहित है।
- इसका अर्थ यह है कि एक भी इंधन विक्रय केन्द्र अब कहीं भी सीसा-युक्त पेट्रोल का विक्रय नहीं करते हैं।

मुख्य बिंदु
- यह एक ऐतिहासिक वैश्विक सफलता है क्योंकि यह सार्वजनिक स्वास्थ्य, विशेष रूप से बालकों के मस्तिष्क स्वास्थ्य की रक्षा के लिए विष से लड़ने हेतु सर्वाधिक सुसंगत, प्रेरक एवं अतिमहत्वाकांक्षी वैश्विक अभियानों में से एक रहा है।
- इस अभियान का नेतृत्व एवं समर्थन यूएनईपी तथा पार्टनरशिप फॉर क्लीन फ्यूल्स एंड व्हीकल्स (पीसीएफवी) द्वारा वैश्विक उद्देश्य को पूर्ण करने हेतु किया गया था।
सीसा-युक्त (लेडेड) पेट्रोल का अर्थ
- दहन में सुधार के लिए टेट्रा एथिल लेड युक्त पेट्रोल।
सीसा-युक्त (लेडेड) पेट्रोल की समाप्ति की यात्रा
- एंटी-नॉक एवं ऑक्टेन-बूस्टिंग गुणों की खोज के शीघ्र पश्चात, पेट्रोल में टेट्रा एथिल लेड मिलाने की प्रथा सभी देशों में व्यापक रूप से फैल गई थी।
- इस घातक न्यूरोटॉक्सिन ने तब से सार्वजनिक स्वास्थ्य, विशेषकर बालकों के स्वास्थ्य को हानि पहुंचाने में अत्यधिक योगदान दिया है।
- सीसा-युक्त ईंधन के उपयोग को अंतत: बंद करने में 100 वर्ष का समय लग गया है।
- जब सभी देशों ने आगामी चरण के लिए अलग-अलग समय-सीमा का पालन किया है, विकासशील देशों, विशेष रूप से अफ्रीका में एवं एशिया में कुछ देशों ने सर्वाधिक समय लिया है।
- सीसा-युक्त पेट्रोल को समाप्त करने वाला अल्जीरिया अंतिम देश था।
- जब 2002 में पीसीएफवी बनाया गया था, तो सीसा-युक्त पेट्रोल को समाप्त करने हेतु एक वैश्विक लक्ष्य निर्धारित किया गया था। उस समय, 117 देश अभी भी सीसा-युक्त पेट्रोल का उपयोग कर रहे थे।
- 1 जनवरी, 2006 तक सीसा-युक्त गैसोलीन को चरणबद्ध रूप से समाप्त करने के लिए एक उप-क्षेत्रीय समझौता किया गया था।
- तेल शोधनशालाओं (रिफाइनरी) प्रक्रियाओं एवं संबंधित लागतों को संबोधित करने की चुनौतियों हेतु सीसा- रहित पेट्रोल के उपयोग के बारे में गलत सूचना सहित अनेक बाधाएं थीं।
सीसा-युक्त पेट्रोल उन्मूलन इतना आवश्यक क्यों था?
- स्वास्थ्य जोखिम: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, सीसा विषाक्त होता है एवं शरीर की अनेक प्रणालियों को दुष्प्रभावित करता है, विशेष रूप से छोटे बच्चों को।
- वाहन प्रौद्योगिकी को हानि: सीसा का वाहनों के उत्सर्जन नियंत्रण प्रणालियों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है।
- व्यापक मात्रा में साक्ष्य उपस्थित हैं जो यह प्रदर्शित करते हैं कि पेट्रोल में सीसा उत्प्रेरकी परिवर्तित्र (कैटेलिटिक कन्वर्टर्स) को हानि पहुंचाता है।
भारत में सीसा-युक्त पेट्रोल की समाप्ति
- भारत उन अग्रणी देशों में सम्मिलित है, जिन्होंने सीसा-युक्त पेट्रोल को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए शीघ्र कार्रवाई की है।
- चरणबद्ध रूप से समाप्ति की प्रक्रिया 1994 में आरंभ हुई एवं 2000 में पूर्ण हुई।
- सर्वोच्च न्यायालय ने पेट्रोल कारों में उत्प्रेरकी परिवर्तित्र (कैटेलिटिक कन्वर्टर्स) को अपनाने में सक्षम बनाने के लिए सीसा- रहित पेट्रोल की शुरुआत करने का भी निर्देश दिया।
- संपूर्ण देश को 1997 में अल्प मात्रा में सीसा-युक्त पेट्रोल मिला, जबकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में सीसा-युक्त ईंधन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
- 2000 तक अन्य सभी राज्यों की राजधानियों एवं प्रमुख शहरों में भी सीसा- रहित एवं अल्प मात्रा में सीसा-युक्त पेट्रोल का विस्तार किया गया।
ई 10 पेट्रोल के बारे में
- E 10 पेट्रोल को 10% मात्रा तक नवीकरणीय इथेनॉल के साथ मिश्रित किया जाता हैएवं निम्न-श्रेणी के अनाज, शर्करा एवं क्षयित काष्ठ (लकड़ी) जैसी सामग्रियों से निर्मित होता है, जो इसे वर्तमान पेट्रोल की तुलना में हरित बनाता है।


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