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यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी
यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी 24 जनवरी 2023: हम आपके लिए ‘यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी’ लेकर आए हैं, जो यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दैनिक समसामयिकी के साथ अपडेट करने के सिद्धांत पर आधारित है। गुणवत्ता से समझौता किए बिना यूपीएससी उम्मीदवारों के कीमती समय को बचाने के लिए ये दैनिक समसामयिकी हमारी टीम द्वारा बिट फॉर्म / संक्षिप्त रूप में तैयार किए गए हैं। यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए आज, 24 जनवरी 2023 के दैनिक समसामयिकी में हम नीचे दिए गए टॉपिक्स को कवर कर रहे हैं: ‘डी-फैक्टो जज‘, बाघ हजारिका, आईएनएस वागीर, साबिर अली, एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (एआईपी)।
‘डी फैक्टो जज‘
डी फैक्टो जज चर्चा में क्यों है?
24 जनवरी, 2023 को, आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश प्रशांत मिश्रा ने ‘वास्तविक मुख्य न्यायाधीश‘ (डी फैक्टो जज) की भांति व्यवहार करने एवं अपनी सीमाओं से परे कार्य करने के लिए अवकाश पीठ पर रोक लगाई है, जो हाल ही में आंध्र प्रदेश में सड़कों एवं राजमार्गों पर जनसभाओं पर GO-I पर प्रतिबंधों से संबंधित है।
पृष्ठभूमि
हाल ही में आंध्र प्रदेश राज्य सरकार ने टीडी प्रमुख नारा चंद्रबाबू नायडू द्वारा आयोजित बैठक के दौरान नेल्लोर जिले के कंडुकुर एवं गुंटूर में भगदड़ में 11 लोगों की मौत के बाद GO-1 (सार्वजनिक सड़कों एवं राजमार्गों पर रैलियों तथा सभाओं पर प्रतिबंध) जारी किया था।
डी फैक्टो जज पर प्रीलिम्स बिट्स
एक वास्तविक न्यायाधीश अथवा डी फैक्टो जज क्या है?
- वास्तविक न्यायाधीश एक पीठासीन अधिकारी को संदर्भित करता है, जो प्राधिकरण के जीवंतता के तहत कार्य करता है, किंतु जिसका प्राधिकार तकनीकी रूप में दोषपूर्ण है।
- एक वास्तविक न्यायाधीश की न्यायाधीश होने की प्रतिष्ठा होती है, हालांकि वह कानून की नजर में न्यायाधीश नहीं होता है। किसी को वास्तविक न्यायाधीश बनाने के लिए केवल पद को धारण करना पर्याप्त नहीं होता है – पद के पद धारिता का अधिकार एवं जीवंतता आवश्यक है। एक वास्तविक न्यायाधीश के आधिकारिक कार्य मान्य होते हैं।
- एक न्यायाधीश वास्तव में कार्यालय के एकमात्र अनधिकार ग्राही एवं एक न्यायाधीश विधिक रूप से स्थापित (डे ज्यूर) से भिन्न होता है। पद का अनधिकार ग्राही किसी भी जीवंतता के अधिकार के बिना कार्य करने का उपक्रम करता है एवं एक न्यायाधीश विधिक रूप से नियुक्त होता है एवं पद के कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए अर्ह होता है।
बाघ हजारिका
बाघ हजारिका चर्चा में क्यों है?
हाल ही में, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने संकेत दिया कि बाग हजारिका काल्पनिक थे।
बाघ हजारिका पर प्रीलिम्स बिट्स
- इस्माइल सिद्दीकी, जो बाघ हजारिका के नाम से लोकप्रिय हैं, 17वीं शताब्दी में महान अहोम सेनापति लाचित बरफुकन के साथ मुगलों से लड़ने के लिए प्रसिद्ध एक योद्धा थे।
- बाघ हजारिका का उल्लेख विख्यात इतिहासकारों भुबन चंद्र हांडिक एवं सूर्य कुमार भुइयां की रचनाओं में मिलता है।
- सूर्य कुमार भुइयां ने दिल्ली बादशाहते के अपने इतिहास में लिखा है, “मुहम्मडन सेनापति बाघ हजारिका, जिनकी सैन्य प्रतिभा राम सिंह के विरुद्ध लाचित बरफुकन की कार्रवाई की सफलता के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदार थी (जिन्होंने 1671 में सरायघाट के युद्ध के दौरान मुगल सेना का नेतृत्व किया था)”।
आईएनएस वागीर
आईएनएस वागीर चर्चा में क्यों है?
- भारतीय नौसेना को हाल ही में कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों की पांचवीं पनडुब्बी आईएनएस वगीर प्राप्त हुई है।
- पनडुब्बी को प्रोजेक्ट-75 के तहत निर्मित किया गया है, जिसमें स्कॉर्पीन डिजाइन की छह पनडुब्बियों का स्वदेशी निर्माण शामिल है।
- आईएनएस वगीर की कमीशनिंग भारतीय नौसैनिक शक्ति के लिए एक प्रमुख अभिवर्धन होगा।
आईएनएस वगीर पर प्रीलिम्स बिट्स
- आईएनएस वागीर का निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स ने फ्रांस के नेवल ग्रुप से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की सहायता से किया है। ‘वागीर’ का अर्थ रेत शार्क होता है, जो प्रच्छन्नता एवं निडरता का प्रतिनिधित्व करती है, ये दो गुण एक पनडुब्बी के लोकाचार के पर्याय हैं।
- ‘वागीर’ को 1 नवंबर, 1973 को कमीशन किया गया था एवं इसने निवारक गश्त सहित अनेक कार्रवाई मिशन संचालित किए।
- लगभग तीन दशकों तक देश की सेवा करने के बाद, 7 जनवरी, 2001 को पनडुब्बी को डीकमीशन किया गया। 12 नवंबर, 2020 को विमोचन किया गया तथा ‘वागीर’ नाम दिया गया, अपने नए अवतार में पनडुब्बी को आज तक की सभी स्वदेशी निर्मित पनडुब्बियों में सबसे कम निर्माण समय होने का गौरव प्राप्त है।
- न्यू वागीर को अब तक की सभी स्वदेशी निर्मित पनडुब्बियों में सबसे कम निर्माण समय होने का गौरव प्राप्त है।
- पहले कमीशन की गई चार कलवरी-श्रेणी की पनडुब्बियां हैं: आईएनएस कलवरी, आईएनएस खंडेरी, आईएनएस करंज एवं आईएनएस वेला।
- आईएनएस वाग्शीर मार्च 2024 के आसपास प्रारंभ होने वाली श्रृंखला में आखिरी होगा। पनडुब्बी में विश्व के सर्वाधिक उन्नत सेंसर हैं, इसके हथियारों के पैकेज में शत्रु के बड़े बेड़े को निष्प्रभावी करने हेतु पर्याप्त तार निर्देशित टॉरपीडो एवं सतह से सतह तक मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं।
- पनडुब्बी विशेष अभियानों के लिए समुद्री कमांडो को भी लॉन्च कर सकती है, जबकि इसके शक्तिशाली डीजल इंजन स्टील्थ मिशन के लिए बैटरी को शीघ्रता से चार्ज कर सकते हैं। आत्मरक्षा के लिए, इसमें अत्याधुनिक टारपीडो डिकॉय प्रणाली है।
साबिर अली
साबिर अली चर्चा में क्यों है?
साबिर अली, जिन्हें भारत के लौह पुरुष के रूप में भी जाना जाता है, का निधन 22 जनवरी, 2023 को नई दिल्ली में हुआ।
साबिर अली पर प्रीलिम्स बिट्स
- साबिर अली, जिनका जन्म 19 अप्रैल, 1955 को हुआ था, ने 1981 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में डेकाथलॉन स्वर्ण जीता।
- साबिर अली वी एस चौहान (1974) के बाद एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप डेकाथलॉन का ताज जीतने वाले तीसरे भारतीय बने।
- उन दिनों, जब डेली थॉम्पसन को ‘ओलंपिक के लौह पुरुष’ के रूप में जाना जाता था, साबिर को ‘भारत के लौह पुरुष’ के रूप में जाना जाता था।
- वह डेकाथलॉन, विशेष रूप से भाला फेंक एवं 110 मीटर बाधा दौड़ में सभी रिकॉर्ड तोड़ते थे।
डेकाथलॉन: डेकाथलॉन लगातार दो दिनों तक चलने वाली एक एथलेटिक्स प्रतियोगिता है जिसमें प्रतियोगी 10 ट्रैक-एंड-फील्ड स्पर्धाओं में भाग लेते हैं। इसे 1912 में ओलंपिक खेलों में तीन दिवसीय आयोजन के रूप में पेश किया गया था। |
एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (एआईपी)
एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (एआईपी) चर्चा में क्यों है?
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन/डीआरडीओ) एवं नौसेना समूह ने आईएनएस कलवरी पर शीघ्र ही स्वदेशी ईंधन सेल आधारित एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (एआईपी) प्रणाली लगाने के लिए एक समझौता किया है।
एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (एआईपी) पर प्रीलिम्स बिट्स
एक एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP) मॉड्यूल एक बल गुणक के रूप में कार्य करता है क्योंकि यह पारंपरिक पनडुब्बियों को लंबी अवधि के लिए जलमग्न रहने में सक्षम बनाता है जिससे उनकी सहनशक्ति बढ़ती है एवं पता लगाने की संभावना कम हो जाती है।
एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन टेक्नोलॉजी क्या है?
- वायु-स्वतंत्र प्रणोदन (एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन/एआईपी), या वायु-स्वतंत्र शक्ति, समुद्री प्रणोदन तकनीक है जो एक गैर-परमाणु उर्जा चालित पनडुब्बी को वायुमंडलीय ऑक्सीजन तक पहुंच के बिना (सर्फिंग या स्नोर्कल का उपयोग करके) संचालित करने की अनुमति प्रदान कर दी है ।
- एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन गैर-परमाणु ऊर्जा चालित जहाजों के डीजल-इलेक्ट्रिक प्रणोदन प्रणाली को आवर्धित कर सकता है अथवा प्रतिस्थापित कर सकता है।
- डीआरडीओ द्वारा विकसित स्वदेशी एआईपी प्रणोदन प्रणाली एक मॉड्यूलर प्रणाली है जिसे किसी भी पारंपरिक पनडुब्बी प्लेटफॉर्म के लिए सरलता से कॉन्फ़िगर किया जा सकता है।
- वर्तमान में, प्रणालीको पी 75 पनडुब्बियों के लिए कॉन्फ़िगर किया गया है, जिसे सबमरीन डिजाइनर मैसर्स एनजी फ्रांस से सुरक्षा, इंटरफ़ेस स्वीकृति एवं अनुमति प्राप्त हुई है।
प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. डेकाथलॉन स्पोर्ट्स क्या है?
उत्तर. डेकाथलॉन लगातार दो दिनों तक चलने वाली एक एथलेटिक्स प्रतियोगिता है जिसमें प्रतियोगी 10 ट्रैक-एंड-फील्ड स्पर्धाओं में भाग लेते हैं। इसे 1912 में ओलंपिक खेलों में तीन दिवसीय आयोजन के रूप में प्रारंभ किया गया था।
प्र. किसे भारत का लौह पुरुष भी कहा जाता है?
उत्तर. डेकाथलॉन एथलीट साबिर अली को भारत का लौह पुरुष (आयरन मैन) भी कहा जाता है। 22 जनवरी, 2023 को नई दिल्ली में उनका निधन हो गया।
प्र. कलवरी श्रेणी की पांच पनडुब्बियों के नाम बताएं?
उत्तर. कलवरी-श्रेणी की पांच पनडुब्बियां हैं: आईएनएस कलवरी, आईएनएस खंडेरी, आईएनएस करंज और आईएनएस वेला एवं आईएनएस वगीर।
प्र. ”डी फैक्टो जज” से आपका क्या तात्पर्य है?
उत्तर. वास्तविक न्यायाधीश एक पीठासीन अधिकारी को संदर्भित करता है, जो प्राधिकरण की जीवंतता के तहत कार्य करता है, किंतु जिसका प्राधिकार तकनीकी रूप में दोषपूर्ण है।
प्र. एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP) क्या है?
उत्तर. वायु-स्वतंत्र प्रणोदन (एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन/एआईपी), या वायु-स्वतंत्र शक्ति, समुद्री प्रणोदन तकनीक है जो एक गैर-परमाणु ऊर्जा चालित पनडुब्बी को वायुमंडलीय ऑक्सीजन तक पहुंच के बिना (सर्फिंग या स्नोर्कल का उपयोग करके) संचालित करने की अनुमति प्रदान करती है ।