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यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 12 जून 2023 की दैनिक समसामयिकी, सिविल सर्विसेज के लिए करेंट अफेयर्स

यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 12 जून 2023 की दैनिक समसामयिकी: हम आपके लिए ‘यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी’ लेकर आए हैं, जो यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दैनिक समसामयिकी के साथ अपडेट करने के सिद्धांत पर आधारित है। गुणवत्ता से समझौता किए बिना यूपीएससी उम्मीदवारों के कीमती समय को बचाने के लिए ये दैनिक समसामयिकी हमारी टीम द्वारा बिट फॉर्म / संक्षिप्त रूप में तैयार किए गए हैं। यूपीएससी आईएएस  प्रारंभिक परीक्षा के लिए आज, 12 जून 2023 की दैनिक समसामयिकी में, हम नीचे दिए गए टॉपिक्स को कवर कर रहे हैं।

CGHS वेलनेस सेंटर

CGHS वेलनेस सेंटर चर्चा में क्यों है?

चंडीगढ़ एवं पंचकुला में CGHS वेलनेस सेंटर का उद्घाटन हाल ही में डॉ. मनसुख मंडाविया द्वारा किया गया था। यह पंचकुला को CGHS प्रतिष्ठान वाला 80वां शहर बनाता है, जो शहर में कर्मचारियों एवं पेंशनभोगियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करता है।

चंडीगढ़ में CGHS वेलनेस सेंटर

चंडीगढ़ में मौजूदा CGHS वेलनेस सेंटर के साथ, जो लगभग 47,000 पंजीकृत लाभार्थियों को सेवा प्रदान करता है, दूसरे वेलनेस सेंटर के उद्घाटन से इन लाभार्थियों को काफी राहत मिली है।

  • कार्य के भार को अब दो केंद्रों के मध्य साझा किया जाएगा, जिससे प्रतीक्षा समय कम होगा एवं अंततः नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
  • इन दो वेलनेस सेंटरों की स्थापना से न केवल चंडीगढ़-पंचकूला-मोहाली ट्राइसिटी क्षेत्र में बल्कि पंजाब, हरियाणा एवं हिमाचल प्रदेश के आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले पेंशन भोगियों के समक्ष उपस्थित होने वाली चुनौतियों को दूर करने में उल्लेखनीय प्रभाव पड़ेगा।

CGHS वेलनेस सेंटर का महत्व

सरकार ने भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए सुलभ एवं उच्च गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दी है। इस उद्देश्य के अनुरूप, देश भर में CGHS सुविधाओं के विस्तार पर बल दिया जा रहा है, जिससे लोगों को उनकी भौगोलिक स्थिति पर विचार किए बिना गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाया जा सके।

हमारी भाषा, हमारी विरासतप्रदर्शनी

हमारी भाषा, हमारी विरासत प्रदर्शनी चर्चा में क्यों है?

श्रीमती मीनाक्षी लेखी, संस्कृति राज्य मंत्री, ने भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार, नई दिल्ली में “हमारी भाषा, हमारी विरासत” नामक एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।

  • “हमारी भाषा, हमारी विरासत” प्रदर्शनी का आयोजन आजादी का अमृत महोत्सव (AKAM) पहल के तहत किया गया था तथा इसका उद्देश्य 75वें अंतर्राष्ट्रीय अभिलेखागार दिवस को मनाने का था।
  • अंतर्राष्ट्रीय अभिलेखागार दिवस के अवसर पर, भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार ने 5″ -6″ सदी के मध्य  रचित गिलगित पांडुलिपियों को उपलब्ध कराया है, जो भारत में सर्वाधिक प्राचीन अस्तित्व में उपलब्ध पांडुलिपि संग्रह है।

हमारी भाषा, हमारी विरासत प्रदर्शनी

“हमारी भाषा, हमारी विरासत” प्रदर्शनी एक राष्ट्र के रूप में भारत की भाषाई विविधता की बहुमूल्य विरासत को स्मरण करने का एक प्रयास है: “राष्ट्र एक, भाषा अनेक” भारत असाधारण भाषाई विविधता से संपन्न है।

  • एक अनुमान के अनुसार विश्व स्तर पर बोली जाने वाली 7,111 भाषाओं में से अकेले भारत में लगभग 788 भाषाएं बोली जाती हैं।
  • इस प्रकार पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया एवं नाइजीरिया के साथ भारत विश्व के चार सर्वाधिक भाषाई विविधता वाले देशों में से एक है।
  • प्रदर्शनी में अभिलेखीय भंडार से प्राप्त मूल पांडुलिपियों का एक क्यूरेटेड संग्रह प्रदर्शित किया गया है, जिसमें भोज वृक्ष-छाल गिलगित पांडुलिपियों, तत्त्वार्थ सूत्र, रामायण, श्रीमद् भगवद् गीता तथा अन्य ऐसे ही महत्वपूर्ण दस्तावेज शामिल हैं।
  • इसमें आधिकारिक सरकारी फाइलें, औपनिवेशिक युग से प्रतिबंधित साहित्य, प्रसिद्ध हस्तियों की निजी पांडुलिपियां एवं NAI पुस्तकालय के व्यापक संग्रह से दुर्लभ पुस्तकें भी शामिल हैं।

ICAR ने अमेजन किसान के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

ICAR ने अमेजन किसान के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए- चर्चा में क्यों है?

नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च/ICAR) ने अमेजन किसान के साथ एक समझौता ज्ञापन (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग/MoU) किया है।

ICAR-अमेज़न किसान समझौता ज्ञापन

ICAR अमेज़ॅन किसान साझेदारी का उद्देश्य अधिकतम उत्पादन तथा आय प्राप्त करने के लिए किसानों को वैज्ञानिक रूप से विभिन्न फसलों की खेती पर मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु दोनों संगठनों की संबंधित क्षमता का लाभ उठाना तथा सामंजस्य को प्रोत्साहित करना है।

  • अमेज़न किसान के साथ अपने सहयोग के माध्यम से, ICAR अमेजन के व्यापक नेटवर्क का उपयोग करते हुए किसानों को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा।
  • इस गठबंधन का उद्देश्य किसानों की आजीविका को बढ़ाना तथा उन्हें संसाधनों एवं ज्ञान तक बेहतर पहुंच प्रदान करके फसल की पैदावार में वृद्धि करना है।
  • इस समझौता ज्ञापन के तहत अमेज़न किसान के साथ साझेदारी करके, ICAR यह सुनिश्चित करना चाहता है कि अमेज़ॅन फ्रेश का उपयोग करने वालों सहित संपूर्ण भारत के उपभोक्ताओं के पास उच्च गुणवत्ता वाली ताजा उपज तक पहुंच हो।

ICAR-अमेज़न किसान समझौता ज्ञापन का महत्व

पुणे में ICAR-KVK (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-कृषि विज्ञान केंद्र) एवं अमेज़ॅन के बीच सफल प्रायोगिक परियोजना ने उनके सहयोग के विस्तार के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य किया है। इसका उद्देश्य किसानों के एक व्यापक समूह के लिए परिशुद्ध कृषि पद्धतियों का विस्तार करना है, जिन्हें व्यापक शोध के माध्यम से विकसित किया गया है। कृषि विज्ञान केंद्र ज्ञान हस्तांतरण एवं क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए अपने तकनीकी आधार का उपयोग करके इस सहयोग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

 

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