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चक्रवात फ्रेडी: यह एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात है जिसने हाल ही में संपत्ति एवं मानव जीवन के विनाश के मामले में दक्षिण अफ्रीका क्षेत्र में गंभीर क्षति पहुंचाई है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 1- विभिन्न भौगोलिक घटनाएं जैसे चक्रवात, भूकंप, इत्यादि; जीएस पेपर 3- आपदा एवं आपदा प्रबंधन) के लिए भी चक्रवात फ्रेडी महत्वपूर्ण है।
चक्रवात फ्रेडी चर्चा में क्यों है?
हाल ही में, भारतीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने मलावी, मोजाम्बिक एवं मेडागास्कर में चक्रवात फ्रेडी के कारण हुई जनहानि पर गहरा दुःख व्यक्त किया। फ्रेडी चक्रवात से हुई तबाही के कारण सैकड़ों लोग मारे गए हैं। रीयूनियन द्वीप पर संयुक्त राष्ट्र के मौसम विज्ञान केंद्र ने अनुमान लगाया है कि फ्रेडी साइक्लोन मध्य मोजाम्बिक एवं दक्षिणी मलावी में चरम वर्षा के साथ जारी रहेगा, इससे पहले कि यह बुधवार दोपहर बाद समुद्र में वापस चला जाए।
चक्रवात फ्रेडी
चक्रवात फ्रेडी अब तक का सर्वाधिक लंबे समय तक रहने वाला रिकॉर्ड किया गया उष्णकटिबंधीय चक्रवात है क्योंकि इसे प्रथम बार फरवरी 2023 के प्रारंभ में ऑस्ट्रेलिया के पास विकसित हुआ था एवं कुछ अन्य दिनों तक प्रभावी रहने की संभावना थी। संयुक्त राष्ट्र की मौसम एजेंसी द्वारा एक विशेषज्ञ पैनल को यह निर्धारित करने के लिए बुलाया गया है कि चक्रवात फ्रेडी ने तूफान जॉन द्वारा 1994 में 31 दिनों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है या नहीं।
- फरवरी के अंत से, चक्रवात फ्रेडी दक्षिणी अफ्रीका में कहर बरपा रहा है, जबकि विगत माह हिंद महासागर में मेडागास्कर एवं रीयूनियन से भी टकराया था।
- उल्लेखनीय रूप से, चक्रवात रिकॉर्ड सात स्तर की तीव्रता से गुजरा है एवं अब तक की सबसे अधिक दर्ज की गई संचित चक्रवात ऊर्जा (एकम्यूलेटेड साइक्लोन एनर्जी/एसीई) का दावा करता है, जो अपने पूरे जीवन में एक चक्रवात द्वारा जारी ऊर्जा का अनुमान लगाती है।
- वास्तव में, फ्रेडी ने अपने जीवन काल में एक संपूर्ण अमेरिकी तूफान के मौसम की तुलना में अधिक ऊर्जा का निर्वहन किया।
चक्रवातों का प्रभाव
चक्रवात फ्रेडी प्राकृतिक आपदाओं की श्रृंखला में नवीनतम है, जिसने हाल के वर्षों में को चक्रवात, बाढ़ तथा सूखे सहित प्रभावित किया है।
- जैसा कि जलवायु परिवर्तन मौसम के वैश्विक प्रतिरूप को बाधित करना जारी रखता है, सरकारों एवं समुदायों के लिए लगातार चक्रवात जैसी मौसम की चरम घटनाओं के प्रभावों के लिए तैयार रहना महत्वपूर्ण होता जा रहा है।
- चक्रवातों से निपटने में सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक उनके प्रभाव का व्यापक स्तर है।
- चक्रवात आधारिक अवसंरचना, घरों एवं व्यवसायों को व्यापक क्षति पहुंचा सकते हैं, साथ ही परिवहन नेटवर्क एवं बिजली तथा जल आपूर्ति जैसी आवश्यक सेवाओं को बाधित कर सकते हैं।
- चक्रवातों से जुड़ी तेज़ हवाएँ एवं भारी वर्षा भी बाढ़ एवं भूस्खलन का कारण बन सकती हैं, जिससे मानव जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा उत्पन्न हो सकता है।
आगे की राह
चक्रवातों के प्रभाव को कम करने के लिए प्रभावी तैयारी योजनाओं का होना महत्वपूर्ण है। इसमें संवेदनशील समुदायों में लोचशीलता निर्मित करने हेतु अल्पकालिक आपातकालीन प्रतिक्रिया उपाय एवं दीर्घकालिक उपाय दोनों शामिल हैं। चक्रवातों की तैयारी के लिए उठाए जा सकने वाले कुछ प्रमुख कदमों में शामिल हैं:
- पूर्व चेतावनी प्रणाली का विकास: इसमें चक्रवातों के निर्माण एवं गति का पता लगाने के लिए मौसम पूर्वानुमान तथा निगरानी प्रणालियों का उपयोग शामिल है। पूर्व चेतावनी प्रणाली समुदायों को संभावित जोखिमों के प्रति सचेत करने एवं उन्हें तैयार करने हेतु समय प्रदान करने में सहायता कर सकती है।
- निकासी योजना: चक्रवात की स्थिति में, प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालना आवश्यक हो सकता है। इसके लिए सुरक्षित निकासी मार्गों की पहचान एवं अस्थायी आश्रय तथा आपूर्ति के प्रावधान सहित विस्तृत योजना की आवश्यकता है।
- आधारिक अवसंरचना को मजबूत करना: चक्रवातों से जुड़ी तेज़ हवाओं एवं भारी वर्षा का सामना करने हेतु भवनों, सड़कों एवं पुलों जैसी आधारिक अवसंरचनाओं को मजबूत किया जा सकता है। इसमें मजबूत सामग्री के साथ भवनों को रेट्रोफिटिंग, जल निकासी व्यवस्था में सुधार एवं विद्युत पारेषण लाइनों एवं संचार नेटवर्क जैसे महत्वपूर्ण आधारिक अवसंरचना को मजबूत करने जैसे उपाय शामिल हो सकते हैं।
- सामुदायिक लोचशीलता निर्मित करना: चक्रवातों के प्रभावों के प्रति समुदायों के लचीलेपन का निर्माण करना भी आवश्यक है। इसमें आपदा तैयारी पर प्रशिक्षण प्रदान करना, समुदाय आधारित पूर्व चेतावनी प्रणाली स्थापित करना एवं सतत कृषि पद्धतियों को प्रोत्साहित शामिल हो सकता है जो फसल क्षति एवं भोजन के अभाव के जोखिम को कम करने में सहायता कर सकते हैं।
निष्कर्ष
फ्रेडी जैसे चक्रवात विशेष रूप से संवेदनशील समुदायों में मानव जीवन एवं आधारिक संरचना हेतु एक महत्वपूर्ण खतरे का प्रतिनिधित्व करते हैं। चक्रवातों के प्रभाव को कम करने के लिए प्रभावी तैयारी योजनाओं का होना आवश्यक है जो क्षति एवं जीवन के नुकसान के जोखिम को कम करने में सहायता कर सकते हैं। इसके लिए सरकारों, समुदायों एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के समन्वित प्रयास की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संवेदनशील समुदायों के पास मौसम की चरम घटनाओं के प्रभावों का सामना करने के लिए आवश्यक संसाधन एवं समर्थन है।
चक्रवात फ्रेडी के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. चक्रवात फ्रेडी क्या है?
उत्तर: चक्रवात फ्रेडी एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात है जो फरवरी 2023 के अंत में हिंद महासागर में निर्मित हुआ था।
प्रश्न 2. चक्रवाती तूफान फ्रेडी कहां-कहां पहुंचा है?
उत्तर: चक्रवात फ्रेडी ने दक्षिणी अफ्रीका को प्रभावित किया है, जिसमें मोजाम्बिक, जिम्बाब्वे एवं मलावी, साथ ही मेडागास्कर तथा रीयूनियन के द्वीप राज्य शामिल हैं।
प्रश्न 3. चक्रवात फ्रेडी ने किस प्रकार की क्षति पहुँचाई है?
उत्तर: चक्रवात फ्रेडी ने बाढ़, भूस्खलन, आधारिक अवसंरचना की क्षति एवं व्यक्तियों के विस्थापन सहित व्यापक क्षति पहुँचाई है। चक्रवात फ्रेडी के कारण मौतें भी हुई हैं।
प्रश्न 4. चक्रवात फ्रेडी को क्या असामान्य बनाता है?
उत्तर: चक्रवात फ्रेडी अपनी उच्च संचित चक्रवात ऊर्जा (एक्टिवेटेड साइक्लोनिक एनर्जी/एसीई) के कारण असामान्य है, जो अपने जीवनकाल में एक चक्रवात द्वारा जारी कुल ऊर्जा को मापता है। फ्रेडी के पास अब तक का सबसे अधिक रिकॉर्ड किया गया एसीई है और रिकॉर्ड सात के स्तर की तीव्रता से गुजरा है।